व्यंग्य और साहित्येतिहास
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
व्यंग्य और साहित्येतिहास के बीच अंतर
व्यंग्य vs. साहित्येतिहास
व्यंग्य साहित्य की एक विधा है जिसमें उपहास, मज़ाक (लुत्फ़) और इसी क्रम में आलोचना का प्रभाव रहता है। यूरोप में डिवाइन कॉमेडी, दांते की लैटिन में लिखी किताब को मध्यकालीन व्यंग्य का महत्वपूर्ण कार्य माना जाता है, जिसमें तत्कालीन व्यवस्था का मज़ाक उड़ाया गया था। व्यंग को मुहावरे मे व्यंग्यबाण कहा गया है। हिन्दी में हरिशंकर परसाई और श्रीलाल शुक्ल इस विधा के प्रमुख हस्ताक्षर हैं। . साहित्येतिहास (साहित्य + इतिहास) से आशय गद्य और पद्य के रूप में लिखे गये सम्पूर्ण साहित्य के विकास के इतिहास से है। साहित्य के अन्तर्गत वह सब कुछ आ जाता है जो पाठकों/श्रोताओं/दर्शकों को मनोरंजन प्रदान करे, शिक्षा दे या उनका प्रबोधन करे। .
व्यंग्य और साहित्येतिहास के बीच समानता
व्यंग्य और साहित्येतिहास आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या व्यंग्य और साहित्येतिहास लगती में
- यह आम व्यंग्य और साहित्येतिहास में है क्या
- व्यंग्य और साहित्येतिहास के बीच समानता
व्यंग्य और साहित्येतिहास के बीच तुलना
व्यंग्य 8 संबंध है और साहित्येतिहास 5 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (8 + 5)।
संदर्भ
यह लेख व्यंग्य और साहित्येतिहास के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: