लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

वसीम सज्जाद और शहबाज़ शरीफ़

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

वसीम सज्जाद और शहबाज़ शरीफ़ के बीच अंतर

वसीम सज्जाद vs. शहबाज़ शरीफ़

वसिम सज्जाद (उर्दू: وسیم سجاد; जन्म ३० मार्च १९४१) एक पाकिस्तानी वकील एवं कानूनी शिक्षक हैं जिन्होंने दो असतत समयों जुलाई १९९३ से नवम्बर १९९३ और १९९६ से १९९७ तक पाकिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति का पदभार सम्भाला। वो दिसम्बर १९८८ से अक्टूबर १९९९ तक पाकिस्तान की सीनेट के अध्यक्ष भी रहे। वसीम सज्जाद, अस्सी के दशक में राजनीति में आए और पहले सीनेट के सदस्य और फिर उन्नीस सौ ाठासी में अध्यक्ष बने और उन्नीस सौ तरानवे में गुलाम इसहाक खान के इस्तीफे के बाद अंतरिम रूप से राष्ट्रपति बने। उन्होंने राष्ट्रपति के नियमित चुनाव में भी हिस्सा लिया लेकिन फारूक लेग़ारी ने उन्हें हराया। वह उन्नीस सौ स्तानवे मोहम्मद रफीक तारड़ के चयन से पहले एक बार फिर अंतरिम अध्यक्ष बने। वर्तमान में वो पाकिस्तानी मुस्लिम लीग (क्यू) के सदस्य के रूप में पाकिस्तानी सीनेट में विपक्ष के नेता हैं। . मियां मोहम्मद शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के प्रसिद्ध राजनेता, पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज समूह) के प्रमुख सदस्य और पाकिस्तान प्रधानमंत्री मियां मोहम्मद नवाज शरीफ के भाई हैं। 1950 में लाहौर में पैदा हुए। वह पाकिस्तान के सबसे घनी आबादी वाले प्रांत पंजाब के मुख्यमंत्री हैं। शाहबाज शरीफ 20 फरवरी 1997 से 12 अक्टूबर 1999 तक भी पंजाब के मुख्यमंत्री रहे। 1999 में मुशर्रफ सरकार पर कब्जा कर लेने के बाद वह सऊदी अरब, में निर्वासित रहे। 11 मई 2004 को उन्होंने पाकिस्तान वापस आने की कोशिश की मगर लाहौर के अल्लामा इकबाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उन्हें वापस भेज दिया गया। .

वसीम सज्जाद और शहबाज़ शरीफ़ के बीच समानता

वसीम सज्जाद और शहबाज़ शरीफ़ आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

वसीम सज्जाद और शहबाज़ शरीफ़ के बीच तुलना

वसीम सज्जाद 4 संबंध है और शहबाज़ शरीफ़ 35 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (4 + 35)।

संदर्भ

यह लेख वसीम सज्जाद और शहबाज़ शरीफ़ के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »