हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

वरुण-पार वस्तुएँ और १९३०

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

वरुण-पार वस्तुएँ और १९३० के बीच अंतर

वरुण-पार वस्तुएँ vs. १९३०

वरुण-पार वस्तुएँ (व॰पा॰व॰, अंग्रेज़ी: Trans-Neptunian objects, ट्रांस-नॅप्ट्यूनियन ऑब्जेक्ट्स) सौर मण्डल की ऐसी खगोलीय वस्तुएँ हैं जो वरुण (नॅप्ट्यून) की कक्षा से बाहर सूरज की परिक्रमा करती हैं। यह वस्तुएँ तीन क्षेत्रों में पायी जाती हैं - काइपर घेरा, बिखरा चक्र और और्ट बादल। सब से पहली खोजी गयी वरुण-पार वस्तु यम (प्लूटो) था जो १९३० में पाया गया। उसके बाद ४८ साल तक कोई अन्य वरुण-पार वस्तु नहीं मिली। १९७८ में जाकर यम का उपग्रह शैरन मिला और फिर १९९२ के बाद से हज़ार से ज़्यादा वस्तुएँ मिल चुकी हैं। . 1930 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

वरुण-पार वस्तुएँ और १९३० के बीच समानता

वरुण-पार वस्तुएँ और १९३० आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

वरुण-पार वस्तुएँ और १९३० के बीच तुलना

वरुण-पार वस्तुएँ 14 संबंध है और १९३० 2 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (14 + 2)।

संदर्भ

यह लेख वरुण-पार वस्तुएँ और १९३० के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: