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लैकोलिथ और शैल

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

लैकोलिथ और शैल के बीच अंतर

लैकोलिथ vs. शैल

लैकोलिथ अन्तर्वेधी आग्नेय शैलों द्वारा निर्मित संरचना है जो मैग्मा के ऊपर उठ कर दो क्षैतिज चट्टानी संस्तरों के बीच गुंबदाकार आकृति में जमा होने से निर्मित होती है। पृथ्वी के भीतरी हिस्से से ऊपर उठता मैग्मा जब दो चट्टानी संस्तरों (परतों) के बीच क्षैतिज रूप से फैलता है, अर्थात ऊपर वाली परत को भेद कर बाहर आने की स्थिति में नहीं होता बल्कि अंदर-अंदर परतों के बीच फैलने लगता है तो इस तरह की संरचनाओं का जन्म होता है जिन्हें अंतर्वेधी आग्नेय शैल संरचना कहा जाता है। लैकोलिथ इसी का एक प्रकार है, यह तब निर्मित होता है जब ऊपरी परत निचली की तुलना में कम मजबूत हो और दोनों परतों के बीच में जमा हो रहा मैग्मा ऊपर की परत को ऊपर की ओर उठा दे तथा एक गुंबद की आकृति में जमा हो। इसके विपरीत सिल नामक संरचना में मैग्मा दोनों परतों के बीच अपने पूरे विस्तार लगभग एक समान मोटाई की एक नई परत के रूप में जमा होता है। लैकोलिथ से ठीक विपरीत संरचना लोपोलिथ की होती है जिसमें निचली परत कमज़ोर होने के कारण मैग्मा की परत एक तश्तरीनुमा आकृति बनाते हुए जमा होता है। कुछ दशाओं में लैकोलिथ, बैथोलिथ का ही छोटा रूप हो सकता है और कभी-कभी एक बड़े बैथोलिथ के ऊपरी भाग में छोटे लैकोलिथ पाए जा सकते हैं। . कलराडो स्प्रिंग्स कंपनी का गार्डेन ऑफ् गॉड्स में स्थित ''संतुलित शैल'' कोस्टा रिका के ओरोसी के निकट की चट्टानें पृथ्वी की ऊपरी परत या भू-पटल (क्रस्ट) में मिलने वाले पदार्थ चाहे वे ग्रेनाइट तथा बालुका पत्थर की भांति कठोर प्रकृति के हो या चाक या रेत की भांति कोमल; चाक एवं लाइमस्टोन की भांति प्रवेश्य हों या स्लेट की भांति अप्रवेश्य हों, चट्टान अथवा शैल (रॉक) कहे जाते हैं। इनकी रचना विभिन्न प्रकार के खनिजों का सम्मिश्रण हैं। चट्टान कई बार केवल एक ही खनिज द्वारा निर्मित होती है, किन्तु सामान्यतः यह दो या अधिक खनिजों का योग होती हैं। पृथ्वी की पपड़ी या भू-पृष्ठ का निर्माण लगभग २,००० खनिजों से हुआ है, परन्तु मुख्य रूप से केवल २० खनिज ही भू-पटल निर्माण की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। भू-पटल की संरचना में ऑक्सीजन ४६.६%, सिलिकन २७.७%, एल्यूमिनियम ८.१ %, लोहा ५%, कैल्सियम ३.६%, सोडियम २.८%, पौटैशियम २.६% तथा मैग्नेशियम २.१% भाग का निर्माण करते हैं। .

लैकोलिथ और शैल के बीच समानता

लैकोलिथ और शैल आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): आग्नेय शैल

आग्नेय शैल

ग्रेनाइट (एक आग्नेय चट्टान) चेन्नई मे, भारत. आग्नेय चट्टान (जर्मन: Magmatisches Gestein) की रचना धरातल के नीचे स्थित तप्त एवं तरल चट्टानी पदार्थ, अर्थात् मैग्मा, के सतह के ऊपर आकार लावा प्रवाह के रूप में निकल कर अथवा ऊपर उठने के क्रम में बाहर निकल पाने से पहले ही, सतह के नीचे ही ठंढे होकर इन पिघले पदार्थों के ठोस रूप में जम जाने से होती है। अतः आग्नेय चट्टानें पिघले हुए चट्टानी पदार्थ के ठंढे होकर जम जाने से बनती हैं। ये रवेदार भी हो सकती है और बिना कणों या रवे के भी। ये चट्टानें पृथ्वी पर पायी जाने वाली अन्य दो प्रमुख चट्टानों, अवसादी और रूपांतरित के साथ मिलकर पृथ्वी पर पायी जाने वाली चट्टानों के तीन प्रमुख प्रकार बनाती हैं। पृथ्वी के धरातल की उत्पत्ति में सर्वप्रथम इनका निर्माण होने के कारण इन्हें 'प्राथमिक शैल' भी कहा जाता है। ऐसा इसलिए भी कहा जाता है कि यही वे पहली चट्टानें हैं जो पिघले हुए चट्टानी पदार्थ से बनती हैंजबकि अवसादी या रूपांतरित चट्टानें इन आग्नेय चट्टानों के टूटने या ताप और दाब के प्रभाव आकार में बदलने से से बनती हैं। इनके दो मुख्य प्रकार हैं। ज्वालामुखी उदगार के समय भूगर्भ से निकालने वाला लावा जब धरातल पर जमकर ठंडा हो जाने के पश्चात आग्नेय चट्टानों में परिवर्तित हो जाता है तो इसे बहिर्भेदी या ज्वालामुखीय चट्टान कहा जाता है। इसके विपरीत जब ऊपर उठता हुआ मैग्मा धरातल की सतह पर आकर बाहर निकलने से पहले ही ज़मीन के अन्दर ही ठंडा होकर जम जाता है तो इस प्रकार अंतर्भेदी चट्टान कहते हैं। चूँकि, ज़मीनी सतह से नीचे बनने वाली आग्नेय चट्टानें धीरे-धीरे ठंडी होकर जमती है, ये रवेदार होती हैं, क्योंकि मैग्माई पदार्थ के अणुओं के एक दूसरे के साथ संयोजित होकर क्रिस्टल या रवे बनाने हेतु काफ़ी समय मिल जाता है। इसके ठीक उलट, जब मैग्मा लावा के रूप में ज्वालामुखी उदगार के समय बाहर निकल कर ठंढा होकर जमता है तो रवे बनने के लिये पर्याप्त समय नहीं मिलता और इस प्रकार बहिर्भेदी आग्नेय चट्टानें काँचीय या गैर-रवेदार (glassy) होती हैं। आग्नेय चट्टानों में परतों और जीवाश्मों का पूर्णतः अभाव पाया जाता है। अप्रवेश्यता अधिक होने के कारण इन पर रासायनिक अपक्षय का बहुत कम प्रभाव पड़ता है, लेकिन यांत्रिक एवं भौतिक अपक्षय के कारण इनका विघटन व वियोजन प्रारम्भ हो जाता है। ग्रेनाइट, बेसाल्ट, गैब्रो, ऑब्सीडियन, डायोराईट, डोलोराईट, एन्डेसाईट, पेरिड़ोटाईट, फेलसाईट, पिचस्टोन, प्युमाइस इत्यादि आग्नेय चट्टानों के प्रमुख उदाहरण है। .

आग्नेय शैल और लैकोलिथ · आग्नेय शैल और शैल · और देखें »

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लैकोलिथ और शैल के बीच तुलना

लैकोलिथ 4 संबंध है और शैल 40 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 2.27% है = 1 / (4 + 40)।

संदर्भ

यह लेख लैकोलिथ और शैल के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: