रेडियो संग्राही और सूक्ष्म-इलेक्ट्रॉनिकी के बीच समानता
रेडियो संग्राही और सूक्ष्म-इलेक्ट्रॉनिकी आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): ट्रांजिस्टर।
ट्रांजिस्टर
अलग-अलग रेटिंग के कुछ प्रथनक ट्रान्जिस्टर (प्रथनक) एक अर्धचालक युक्ति है जिसे मुख्यतः प्रवर्धक (Amplifier) के रूप में प्रयोग किया जाता है। कुछ लोग इसे बीसवीं शताब्दी की सबसे महत्वपूर्ण खोज मानते हैं। ट्रान्जिस्टर का उपयोग अनेक प्रकार से होता है। इसे प्रवर्धक, स्विच, वोल्टेज नियामक (रेगुलेटर), संकेत न्यूनाधिक (सिग्नल माडुलेटर), थरथरानवाला (आसिलेटर) आदि के रूप में काम में लाया जाता है। पहले जो कार्य ट्रायोड या त्रयाग्र से किये जाते थे वे अधिकांशत: अब ट्रान्जिस्टर के द्वारा किये जाते हैं। .
ट्रांजिस्टर और रेडियो संग्राही · ट्रांजिस्टर और सूक्ष्म-इलेक्ट्रॉनिकी ·
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रेडियो संग्राही और सूक्ष्म-इलेक्ट्रॉनिकी के बीच तुलना
रेडियो संग्राही 8 संबंध है और सूक्ष्म-इलेक्ट्रॉनिकी 6 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 7.14% है = 1 / (8 + 6)।
संदर्भ
यह लेख रेडियो संग्राही और सूक्ष्म-इलेक्ट्रॉनिकी के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: