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रेडियो संग्राही और विद्युत्-चुम्बकीय प्रेरण

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

रेडियो संग्राही और विद्युत्-चुम्बकीय प्रेरण के बीच अंतर

रेडियो संग्राही vs. विद्युत्-चुम्बकीय प्रेरण

रेडियो संग्राही रेडियो संग्राही (radio receiver) एक विद्युत परिपथ है जो विद्युतचुम्बकीय तरंगों के रूप में उपलब्ध संकेतों को एंटेना के द्वारा ग्रहण करने के बाद इसका सम्यक प्रसंस्करण करते हुए अन्त में ध्वनि या किसी अन्य उपयोगी रूप में प्रस्तुत करता है। . किसी चालक को किसी परिवर्ती चुम्बकीय क्षेत्र में रखने पर उस चालक के सिरों के बीच विद्युतवाहक बल उत्पन्न होने को विद्युत्-चुम्बकीय प्रेरण (Electromagnetic induction) कहते हैं। उत्पन्न विद्युत्वाहक बल का मान गणितीय रूप से फैराडे का प्रेरण का नियम द्वारा द्वारा दिया जाता है। प्रायः माना जाता है कि फैराडे ने ही 1831 में विद्युत्चुम्बकीय प्रेरण की खोज की थी। जहाँ: श्रेणी:विद्युत.

रेडियो संग्राही और विद्युत्-चुम्बकीय प्रेरण के बीच समानता

रेडियो संग्राही और विद्युत्-चुम्बकीय प्रेरण आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।

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रेडियो संग्राही और विद्युत्-चुम्बकीय प्रेरण के बीच तुलना

रेडियो संग्राही 8 संबंध है और विद्युत्-चुम्बकीय प्रेरण 3 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (8 + 3)।

संदर्भ

यह लेख रेडियो संग्राही और विद्युत्-चुम्बकीय प्रेरण के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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