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राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल और सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल और सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस के बीच अंतर

राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल vs. सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस

राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल,(पूरा नाम:एडवर्ड एंटनी रिचर्ड लुइस) महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय और राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक के चार संतानों में से सबसे छोटे संतान हैं, वे रानी एलिज़ाबेथ के तीसरे पुत्र हैं। अपने जन्म के सन्मय, वे सिंघासन पर उत्तराधिकार के अनुक्रम में तीसरे स्थान पर थे। हालाँकि, उनके अग्रज भाइयों की संतानों के जन्म के बाद से, आज वे नौंवे स्थान पर हैं। . सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस,(सोफ़ी हेलेन) महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय और राजकुमार फ़िलिप के सबसे छोटे पुत्र, राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल की धर्मपत्नी है। उनका जन्म २० जनवरी १९६५ को हुआ था, और राजकुमार से विवाह से पहले वे पब्लिक रिलेशन्स में काम करती थी। उमके दो संतान हैं, जेम्स और लुईस, जो क्रमशः, ब्रिटिश सिंघासन के अनुक्रम में दसवें और ग्यारहवें स्थान पर हैं। .

राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल और सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस के बीच समानता

राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल और सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस आम में 10 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): एलिज़ाबेथ द्वितीय, ड्यूक, ब्रिटिश राजतंत्र, ब्रिटिश राजपरिवार, बॅगशॉट् पार्क, राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक, लेडी लुईज़ विन्ज़र, जेम्स माउण्टबैटन-विंड्सर, वाइकाउंट सेवर्न, विंडसर कासल, वेस्ट्मिन्स्टर ऍबी

एलिज़ाबेथ द्वितीय

एलिज़ाबेथ द्वितीय (Elizabeth II) (एलिजाबेथ ऐलैग्ज़ैण्ड्रा मैरी, जन्म: २१ अप्रैल १९२६) यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैण्ड, जमैका, बारबाडोस, बहामास, ग्रेनेडा, पापुआ न्यू गिनी, सोलोमन द्वीपसमूह, तुवालू, सन्त लूसिया, सन्त विन्सेण्ट और ग्रेनाडाइन्स, बेलीज़, अण्टीगुआ और बारबूडा और सन्त किट्स और नेविस की महारानी हैं। इसके अतिरिक्त वह राष्ट्रमण्डल के ५४ राष्ट्रों और राज्यक्षेत्रों की प्रमुख हैं और ब्रिटिश साम्राज्ञी के रूप में, वह अंग्रेज़ी चर्च की सर्वोच्च राज्यपाल हैं और राष्ट्रमण्डल के सोलह स्वतन्त्र सम्प्रभु देशों की संवैधानिक महारानी हैं। एलिज़ाबेथ को निजी रूप से पर घर पर शिक्षित किया गया था। उनके पिता, जॉर्ज षष्ठम को १९३६ में ब्रिटेन और ब्रिटिश उपनिवेश भारत का सम्राट बनाया गया था। ६ फरवरी १९५२ को अपने राज्याभिषेक के बाद एलिज़ाबेथ राष्ट्रकुल की अध्यक्ष व साथ स्वतंत्र देशों यूनाइटेड किंगडम, पाकिस्तान अभिराज्य, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका व सिलोन की शासक रानी बन गयीं। उनका राज्याभिषेक समारोह अपने तरह का पहला ऐसा राज्याभिषेक था जिसका दूरदर्शन पर प्रसारण हुआ था। 1956 से 1992 के दौरान विभिन्न देशों को स्वतंत्रता मिलते रहने से उनकी रियासतों की संख्या कम होती गई। वह विश्व में सबसे वृद्ध शासक और ब्रिटेन पर सबसे ज्यादा समय तक शासन करने वाली रानी है। ९ सितम्बर २०१५ को उन्होंने अपनी परदादी महारानी विक्टोरिया के सबसे लंबे शासनकाल के कीर्तिमान को तोड़ दिया व ब्रिटेन पर सर्वाधिक समय तक शासन करने वाली व साम्राज्ञी बन गयीं। एलिज़ाबेथ का जन्म लंदन में ड्यूक जॉर्ज़ षष्टम व राजमाता रानी एलिज़ाबेथ के यहाँ पैदा हुईं व उनकी पढाई घर में ही हुई। उनके पिता ने १९३६ में एडवर्ड ८ के राज-पाठ त्यागने के बाद राज ग्रहण किया। तब वह राज्य की उत्तराधिकारी हो गयी थीं। उन्होंने दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जनसेवाओं में हिस्सा लेना शुरु किया व सहायक प्रादेशिक सेवा में हिस्सा लिया। १९४७ में उनका विवाह राजकुमार फिलिप से हुआ जिनसे उनके चार बच्चे, चार्ल्स, ऐने, राजकुमार एँड्रयू और राजकुमार एडवर्ड हैं। एलिज़ाबेथ के शासन के दौरान यूनाइटेड किंगडम में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए, जैसे अफ्रीका की ब्रिटिश उपनिवेशीकरण से स्वतंत्रता, यूके की संसद की शक्तियों का वेल्स, स्कॉटलैंड, इंग्लैंड व आयरलैंड की संसदों में विभाजन इत्यादि। अपने शासनकाल के दौरान उन्होंने विभिन्न युद्धों के दौरान अपने राज्य का नेतृत्व किया। .

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ड्यूक

डयूक (Duke) यूरोप में सामंती घरानों और कुछ प्रभुसतासंपन्न शासकों के लिये प्रयुक्त की जानेवाली एक उच्च सम्मानास्पद उपाधि है। ड्यूक मूलत: लैटिन भाषा के शब्द 'डक्स' (Dux) से बना है, जिसका अर्थ होता है - नेता या जनरल; सामान्य अर्थ में नेता लेकिन विशिष्ट रूप में एक सैनिक अधिकारी। अंग्रेजी साहित्य में इसका प्रयोग जनरल के ही रूप में किया जाता है, परंतु इसका यह अर्थ अब लुप्त हो गया है। ड्यूक के वर्तमान अर्थ का उद्भव दो रूपों में हुआ है। रोमन साम्राज्य में सर्व प्रथम सम्राट् हाद्रिअन के शासनकाल में डूक्स का प्रयोग प्रारंभ हुआ। र्गोर्दियन्स के शासनकाल में इसने रोमन साम्राज्य के प्रशासन में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त कर लिया। एक आक्रमण का नेतृत्व करने के लिये जनरल के सथान में इसका प्रयोग हुआ था और ड्यूक का हाययर्य विशुद्ध ससैनिक था। चौथी शताब्दी में सैनिक और असैनिक प्रशासन के पृथक्करण के पश्चात् साम्राज्य के प्रत्येक सीमांत प्रदेश में ड्यूक सेना की एक टुकड़ी के नेता का कार्य करता था। इसके बाद ड्यूकों की संख्या बढ़ती गई और छठी तथा सातवीं शताब्दी में राम, नेपल्स, रिमिनी, वेनिस तथा पेरूगिआ में भी ड्यूकों की नियुक्ति हुई। साम्राज्य की ड्यूक उपाधि की अपेक्षा काउंट की उपाधि अधिक संमानास्पद है जिसका सीधा संबंध सम्राट् से होता है। ड्यूक का कार्यक्षेत्र कभी निश्चित और निर्धारित नहीं रहा। उसका पद भी कभी तो स्सथायी रहा और कभी अस्थायी। दसवीं शताब्दी में साम्राज्यवादी शक्ति के क्षीण होने के साथ ड्यूकों का महत्व भी घट और अनका प्रभाव सथानविशेष तक सीमित हो गया। उनकी संख्या भी निर्धारित हो गई और ड्यूक उपाधि वंश परंपरागत बन गई। श्रेणी:यूरोप का इतिहास.

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ब्रिटिश राजतंत्र

ब्रिटिश एकराट्तंत्र अथवा ब्रिटिश राजतंत्र(British Monarchy, ब्रिटिश मोनार्की, ब्रिटिश उच्चारण:ब्रिठिश मॉंनाऱ्क़़ी), वृहत् ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड की संयुक्त राजशाही की संवैधानिक राजतंत्र है। ब्रिटिश एकाधिदारुक को संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ राष्ट्रमण्डल प्रदेशों, मुकुटिया निर्भर्ताओं और समुद्रपार प्रदेशों के राजमुकुटों सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं जब उन्होंने अपने पिता जॉर्ज षष्ठम् से राजगद्दी उत्तराधिकृत की थी। संप्रभु और उसके तत्काल परिवार के सदस्य देश के विभिन्न आधिकारिक, औपचारिक और प्रतिनिधि कार्यों का निर्वाह करते हैं। सत्ताधारी रानी/राजा पर सैद्धांतिक रूप से एक संवैधानिक शासक के अधिकार निहित है, परंतु सदियों पुराने आम कानून के कारण संप्रभु अपने अधिकतर शक्तियों का अभ्यास केवल संसद और सरकार के विनिर्देशों के अनुसार ही कार्यान्वित करने के लिए बाध्य हैं। इस कारण से, इसे वास्तविक तौर पर एक संसदीय सम्राज्ञता मानी जाता है। संसदीय शासक होने के नाते, शासक के अधिकतर अधिकार, निष्पक्ष तथा गैर-राजनैतिक कार्यों तक सीमित हैं। सम्राट, शासक और राष्ट्रप्रमुख होने के नाते उनके अधिकतर संवैधानिक शासन तथा राजनैतिक-शक्तियों का अभ्यय वे सरकार और अपने मंत्रियों की सलाह और विनिर्देशों पर ही करते हैं। परंपरानुसार शासक, ब्रिटेन के सशस्त्र बाल के अधिपति होते हैं। हालाँकि, संप्रभु के समस्त कार्य-अधिकारों का अभ्यय शासक के राज-परमाधिकार द्वारा होता है। वर्ष १००० के आसपास, इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के राज्यों में कई छोटे प्रारंभिक मध्ययुगीन राज्य विकसित हुए थे। इस क्षेत्र में आंग्ल-सैक्सन लोगों का वर्चस्व इंग्लैंड पर नॉर्मन विजय के दौरान १०६६ में समाप्त हो गया, जब अंतिम आंग्ल-सैक्सन राजा हैरल्ड द्वितीय की मृतु हो गयी थी और अंग्रेज़ी सत्ता विजई सेना के नेता, विलियम द कॉंकरर और उनके वंशजों के हाथों में चली गयी। १३वीं सदी में इंग्लैंड ने वेल्स की रियासत को अवशोषित किया तथा मैग्ना कार्टा द्वारा संप्रभु के क्रमिक निःशक्तकरण की प्रक्रिया शुरू हुई। १६०३ में स्कॉटलैंड के राजा जेम्स चतुर्थ, अंग्रेजी सिंहासन पर जेम्स प्रथम के नाम से विराजमान होकर जो दोनों राज्यों को एक व्यक्तिगत संघ की स्थिति में ला खड़ा किया। १६४९ से १६६० के लिए अंग्रेज़ी राष्ट्रमंडल के नाम से एक क्षणिक गणतांत्रिक काल चला, जो तीन राज्यों के युद्ध के बाद अस्तिव में आया, परंतु १६६० के बाद राजशाही को पुनर्स्थापित कर दिया गया। १७०७ में परवर्तित एक्ट ऑफ़ सेटलमेंट, १७०१, जो आज भी परवर्तित है, कॅथॉलिक व्यक्तियों तथा कैथोलिक व्यक्ति संग विवाहित व्यक्तियों को अंग्रज़ी राजसत्ता पर काबिज़ होने से निष्कर्षित करता है। १७०७ में अंग्रेज़ी और स्कॉटियाई राजशाहियों के विलय से ग्रेट ब्रिटेन राजशही की साथपना हुई और इसी के साथ अंग्रज़ी और स्कोटिश मुकुटों का भी विलय हो गया और संयुक्त "ब्रिटिश एकराट्तंत्र" स्थापित हुई। आयरिश राजशही ने १८०१ में ग्रेट ब्रिटेन राजशाही के साथ जुड़ कर ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड की संयुक्त राजशाही की स्थापना की। ब्रिटिश एकराट्, विशाल ब्रिटिश साम्राज्य के नाममात्र प्रमुख थे, जो १९२१ में अपने वृहत्तम् विस्तार के समय विष के चौथाई भू-भाग पर राज करता था। १९२२ में आयरलैंड का पाँच-छ्याई हिस्सा आयरिश मुक्त राज्य के नाम से, संघ से बहार निकल गया। बॅल्फोर घोषणा, १९२६ ने ब्रिटिश डोमिनिओनों के औपनिवेशिक पद से राष्ट्रमंडल के भीतर ही विभक्त, स्वशासित, सार्वभौमिक देशों के रूप में परिवर्तन को मान्य करार दिया। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ब्रिटिश साम्राज्य सिमटता गया, और ब्रिटिश साम्राज्य के अधिकतर पूर्व उपनिवेश व प्रदेश स्वतंत्र हो गए। जो पूर्व उपनिवेश, ब्रिटिश शासक को अपना शासक मानते है, उन देशों को ब्रिटिश राष्ट्रमण्डल प्रमंडल या राष्ट्रमण्डल प्रदेश कहा जाता है। इन अनेक राष्ट्रों के चिन्हात्मक समानांतर प्रमुख होने के नाते, ब्रिटिश एकराट् स्वयं को राष्ट्रमण्डल के प्रमुख के ख़िताब से भी नवाज़ते हैं। हालांकि की शासक को ब्रिटिश शासक के नाम से ही संबोधित किया जाता है, परंतु सैद्धान्तिक तौर पर सारे राष्ट्रों का संप्रभु पर सामान अधिकार है, तथा राष्ट्रमण्डल के तमाम देश एक-दुसरे से पूर्णतः स्वतंत्र और स्वायत्त हैं। .

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ब्रिटिश राजपरिवार

ब्रिटिश राजपरिवार, ब्रिटिश संप्रभु के परिवार के सबसे करीबी सदस्यों के समूह को कहाजाता है। हालाँकि, ब्रिटेन में ऐसा कोई दृढ़ नियम या विधान नहीं है, जो यह सुनियोजित करता हो की किन व्यक्तियों को इस विशेष समूह में रखा जाए, नाही कोई ऐसा विधान है जो राजपरिवार को विस्तृत रूप से परिभाषित करता हो। बहरहाल, आम तौर पर उन व्यक्तियों को जिनपर हिज़/हर मैजेस्टी(HM) या हिज़/हर रॉयल हाइनेस(HRH) का संबोधन रखते हैं, को आम तौर पर राजपरिवार का सदस्य माना जाता है। इस मापदंड के आधार पर राज परिवार में, अधिराट्, उनके/उनकी सहचारी, पूर्व संप्रभु(ओं) की विधवा(एँ)/विधुरगण, वेल्स के राजकुमार के ज्येष्ठताम् पुत्र के संतान, तथा पूर्व शासक(ओं) के पुत्रों की धर्मपत्नियाँ या उनकी विधवाएँ और उनके पुरुष-रेखा के पौत्र शामिल होंगे। विभिन्न राष्ट्रमण्डल प्रदेशों के सन्दर्भ में, इसी(या इस के सामान) विशेष समूह के लिए भिन्न शब्दावली का उपयोग भी किया जा सकता है, उदाहरण के तौर पर, ऑस्ट्रेलिया में इस समूह को ऑस्ट्रेलियाई राजपरिवार कहा जाता है। राजपरिवार के कई सदस्यों के नाम पर आधिकारिक निवास भी आवंटित किये जाते है, जो इनका आधिकारिक निवास होता है, तथा, कई सादस्यों को निजी अधिकारिणी भी प्रदान की जाती है। राजपरिवार के निजी स्टाफ के वेतन का भुगतान, महारानी के कोष से किया जाता है। राजपरिवार के अधिकांश सदस्य किसी-न-किसी प्रकार से, विंडसॉर घराने से संबंध रखते हैं। राजपरिवार के वरिष्ठ सदस्य, आम तौर पर, कुलनाम नहीं रकजते हैं। .

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बॅगशॉट् पार्क

बॅगशॉट् पार्क या बैगशॉट्, बर्कशायर, इंग्लैंड के बॅगशॉट् गाँव में स्थित एक शाही निवास है। यह विंड्सर, बर्कशायर से करीब ११ मील दक्षिण की ओर स्थित है। यह मुकुटिया संपदाओं की संपत्ति है। यह वसेक्स के अर्ल, राजकुमार एडवर्ड और बेसिक्स की काउंटेस सोफ़ी का निवास है। यह विंडसर ग्रेट पार्क में एक निर्धारित २१ हेक्टेयर की भूमि पर स्थित है। यह यॉर्क के ड्यूक, एंड्रू और डचेस सारा के आवास सनिंगहिल पार्क से केवल कुछ मील की दूरी पर स्थित है। .

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राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक

राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्घ के ड्यूक, (Prince Philip, Duke of Edinburgh) (जन्म से ग्रीस और डेनमार्क के राजकुमार फ़िलिप १० जून १९२१़ को) यूनाइटेड किंगडम की महरानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के पति हैं। वह किसी ब्रिटिश शासक के शासनकाल में सर्वाधिक समय तक पटराजा रहे हैं। साथ ही वो ब्रिटिश राज परिवार के सबसे वृद्ध पुरुष सदस्य भी हैं। ग्लुक्सबर्ग राजघराने के सदस्य फिलिप का जन्म यूनानी और डैनिश राज परिवारों में हुआ था। उनका जन्म यूनान (ग्रीस) में हुआ था लिक्न बाल्यावस्था के दौरान ही उनके परिवार को देश से निष्कासित कर दिया गया। फ्रांस, जर्मनी और यूनाइटेड किंगडम से शिक्षा प्राप्त करने के बाद वो १८ वर्ष की उम्र में सन् १९३९ में ब्रिटिश शाही नौसेना में शमिल हो गये। १९३४ में पहली बार मिलने के बाद जुलाई १९३४ से ही उन्होंने अपनी १३ वर्षीय दूर की रिश्तेदार राजकुमारी एलिज़ाबेथ (कालांतर में महारानी एलिज़ाबेथ) से पत्राचार शुरु कर दिया था। दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान उन्होंने नौसेना की भूमघ्य और प्रशांत टुकड़ियों में अपनी सेवाएँ दीं थीं। युद्धोपरांत, जॉर्ज षष्टम ने फिलिप को अपनी बेटी एलिज़ाबेथ से विवाह की अनुमती दे दी। उनकी सगाई के आधिकारिक घोषणा से पूर्व ही उन्हें अपने यूनानी और डैनिश शाही पदवियाँ त्यागनी पड़ी और पूर्ण रूप से सामान्य ब्रिटिश नागरिक बनना पड़ा। इसके बाद उन्होंने अपने ननिहाल का माउंटबेटेन उपनाम रख लिया। सगाई के पाँच महीनों के बाद उन्होंने २० नवंबर १९४७ को एलिज़ाबेथ से शादी कर ली। शादी से पहले महाराजा जॉर्ज षष्टम ने उन्हें ब्रिटिश शाही पदवियों और अलंकरणों से सम्मानित किया। उन्हें पुकारने की शैली "हिज़ रोयल हाइनेस" और एडिनबर्घ के ड्यूक की उपाधि दी गई। 1952 में एलिज़ाबेथ के महारानी बनने पर फिलिप ने कमांडर के पद पर पहुंच जाने के बाद सक्रिय सैन्य सेवा छोड़ दी। उनकी पत्नी ने उन्हें सन् १९५७ में ब्रिटिश राजकुमार बना दिया। एलिज़ाबेथ और फिलिप के चार बच्चे हैं: चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार, ऐन, शाही राजकुमारी, राजकुमार ऐंड्र्यु, यॉर्क के ड्यूक और राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल। उनके आठ पोते और पाँच पड़पोते हैं। .

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लेडी लुईज़ विन्ज़र

लेडी लुईस विंड्सर, (ब्रिटिश उच्चारण:लुईज़ विन्ज़र्, पूरा नाम:लुईस ऐलिस एलिज़ाबेथ मैरी माउण्टबैटन-विंड्सर) वेसेक्स के अर्ल, राजकुमार एडवर्ड और काउंटेस, सारा की पहली संतान और एकलौती पुत्री हैं। वह महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय का सबसे छोटी पोती हैं। लुईज़ का जन्म ८ नवंबर २००३ में फ़ॉर्मली पार्क अस्पताल, सरी, इंग्लैंड में हुआ था। उनका बपतिस्मा संस्कार २४ अप्रैल २००४ को विंडसर कासल, बर्कशायर में किया गया था। अपने जन्म के समय वे अपनी दादी, रानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के बाद ब्रिटिश सिंघासन पर उत्तराधिकार के अनुक्रम में आठवें स्थान पर थीं; अपने छोटे भाई जेम्स के जन्म के बाद वे नौवें स्थान पर चली गयीं, तथा कैम्ब्रिज के राजकुमार जॉर्ज और राजकुमारी शार्लट के जन्म के बाद, वर्त्तमान समय में वो ग्यारहवें स्थान पर हैं। वे अपनी छोटे भाई और माता-पिता के साथ बॅगशॉट् पार्क, सरी में रहती हैं। File:Countess of Wessex and daughter.JPG|लेडी लुईस, अपनी माँ, सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस के साथ, ट्रूपिंग ऑफ़ कलर्स समारोह, २०१३ में .

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जेम्स माउण्टबैटन-विंड्सर, वाइकाउंट सेवर्न

जेम्स, वाइसकाउंट सेवर्न (पूरा नाम:जेम्स ऐलेग्ज़ैंडर फ़िलिप थ़ीओ माउण्टबेटन-विन्ज़र) वेसेक्स के अर्ल और काउंटेस के छोटा और एकलौता पुत्र है। वह महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय का सबसे छोटा पोत है। जेम्स का जन्म १७ दिसंबर २००७ में फ़ॉर्मली पार्क अस्पताल, सरी, इंग्लैंड में हुआ था। उनका बपतिस्मा संस्कार १९ अप्रैल २००८ को विंडसर कासल, बर्कशायर में किया गया था। अपने जन्म के समय वो अपनी दादी, रानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के बाद ब्रिटिश सिंघासन पर उत्तराधिकार के अनुक्रम में आठवें स्थान पर थे; कैम्ब्रिज के राजकुमार जॉर्ज और राजकुमारी शार्लट के जन्म के बाद, वर्त्तमान समय में वो दसवें स्थान पर हैं। वो अपनी बड़ी बहन और माता-पिता के साथ बॅगशॉट् पार्क, सरी में रहते हैं। .

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विंडसर कासल

विंड्सर कासल(Windsor Castle, ब्रिटिश उच्चारण:व़िन्ज़र् खास्ल्) अर्थात् विंड्सर किला, इंग्लैंड के बर्कशायर काउंटी के विंड्सर नामक स्थान में स्थित एक शाही किला है। यह वर्त्तमान समय में विश्व का विशालतम् रिहाइशी किला है, और इसे महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा छुट्टियों में रहने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लंदन के बकिंघम पैलेस के माफ़िक़ इस पर स्वामित्व भी ब्रिटिश राजमुकुट के पास है। इस आलिशान एवं ऐतिहासिक किले का अंग्रेज़ी तथा ब्रिटिश राजपरिवार के साथ बेहद लंबा एवं गहरा रिश्ता रहा है। इस किले को प्राथमिक तौर पर 11वीं सदी में इंग्लैंड पर नॉर्मल आक्रमण के दौरान, नॉर्मन सेना ने नेता विलियम द कॉंकरर ने बनवाया गया था। हेनरी प्रथम के समय से ही इस महल को इंग्लिस्तान तथा ब्रिटेन के सभी शासकों द्वारा उपयोग किया जाता रहा है और यह यूरोप का सबसे लंबे समय तक इस्तेमाल होने वाला किला है। इस महल को विश्व भर में अपनी आलिशान राजकीय महलों की वास्तुकला के लिए जाना जाता है जिसके लिए यह प्राथमिक आधुनिक काल के दौरान से ही प्रशंसा का पात्र रही है। यह किला, थेम्स नदीके पास एक पहाड़ी ऊंचाईपर स्थितहै और मूलतः इसे थेम्सके इस, सामरिक तौरपर, महत्वपूर्ण क्षेत्रपर नॉर्मल वर्चस्व बनाए रखनेहेतु बनाया गयाथा। इसे मूलतः मॉट एंड बेली शैलीमें एक पहाड़ीपर तीन प्रकोष्ठोंके साथ बनाया गयाथा, जिसे धीरे-धीरे पथरीली किलेबंदीसे बदल दिया गया। 13वीं सदीके शुरुआतमें इस किलेने प्रथम बैरन युद्धके दौरान लंबी घेराबंदीका भी सामना कियाथा। राजा हेनरी तृतीयने उसी सदीके मध्यमें इस किलेके भीतर एक अत्यंत आलीशान शाही महल बनवाया, जिसे एडवर्ड तृतीयने औरभी शानदार बनानेमें अपना योगदान दिया। एडवर्डद्वारा कियागया यह उदारीकरण-योजना, मध्यकालीन इंग्लैंडका बहुमूल्यतम् गैर-धार्मिक निर्माणयोजना बानी। एडवर्ड द्वारा बनाया गया डिजाइन पूरे शून्य कालके दौरान बरकरार रहा। इसबीच राजा हेनरी अष्टम और रानी एलिजाबेथ प्रथम ने इस किले का शाही दरबार, राजकीय मनोरंजन और अन्य महत्वपूर्ण राजनीतिक कार्यके लिए इस महल का अघिक उपयोग करना शुरू कर दिया। इस किलेने अंग्रेजी ग्रह युद्धकी उथल-पुथलका समयभी देखा, जब संसदीय बलों द्वारा इस महल को सैन्य मुख्यालय के रूप में इस्तेमाल किया गया था। साथ ही राजा चार्ल्स प्रथम को इसी महल में बंदी बना के रखा गया था। १६६० में राजतंत्र के पुनर्स्थापन के बाद चार्ल्स द्वितीय द्वारा इस किले का नवनिर्माण किया गया, इसमें शानदार बरूक शैली की इंटीरियर कलाकारी को जोड़ा गया, जिन्हें आज भी माना जाता है। 18वीं सदी में नज़रअंदाज़गी के बाद जॉर्ज तृतीय और चतुर्थ ने चार्ल्स द्वितीय के महल को नवनिर्मित करवाया जिसके कारण महलों की वर्तमान सजावट की गई, तत्पश्चात महारानी विक्टोरियाने भी कई छोटे-मोटे निर्माण करवाएं। द्वितीय विश्वयुद्ध में इस महल को शाही परिवार की पनाहगाह के रूप में इस्तेमाल किया गया था। आज के समय, इस किलेमें करीब 500 लोग रहते और काम करते हैं और यह विश्व का सबसे बड़ा रिहायशी एवं कार्यशील किला है। .

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वेस्ट्मिन्स्टर ऍबी

वेस्ट्मिन्स्टर ऍबी, (Westminster Abbey, सामान्य वर्तनी: वेस्टमिंस्टर ऐबी), जिसे पहले आधिकारिक रूप से अंग्रेज़ी में कॉलेजिएट चर्च ऑफ़ सेण्ट पीटर ऍट् वेस्ट्मिन्स्टर(वेस्टमिंस्टर में स्थित संत पीटर का कॉलेजिएट चर्च) का नाम दिया गया था, वेस्टमिंस्टर शहर, लंदन में स्थित एक विशाल, मुख्यत: गोथिक मठ व गिरिजाघर है। यह वेस्टमिंस्टर महल से पश्चिम में स्थित है। यह यूनाइटेड किंगडम के सबसे माननीय पूजा स्थलों में से एक है व ग्रेट ब्रिटेन के शाही परिवार के राज्याभिषेक का परम्परागत स्थल है। 1540 से 1556 तक इस मठ को कैथेड्रल का महत्व हासिल था। हालांकि 1560 से यह भवन मठ या कैथेड्रल नहीं रह गयी और सिर्फ़ शाही निजी संपत्ति ही कही जाती थी। "शाही निजी संपत्ति" – वो संपत्तियाँ थीं जो सीधे सम्राट के प्रति जवाबदेह थीं और सम्राट की जिम्मेदारी थीं। यह भवन वास्तविक मठ व गिरिजाघर है। 1080 में पहली बार सुलकार्ड द्वारा बताई गई परंपरा के अनुसार लंदन के थोर्नी द्वीप पर सातवीं शताब्दी में लंदन के पादरी मेलिटस के जमाने में एक गिरिजाघर का निर्माण हुआ था। वर्तमान गिरिजाघर का निर्माण सन् 1245 में हेनरी अष्टम के आदेश पर शुरु हुआ था।.

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सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल और सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस के बीच तुलना

राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल 19 संबंध है और सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस 16 है। वे आम 10 में है, समानता सूचकांक 28.57% है = 10 / (19 + 16)।

संदर्भ

यह लेख राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल और सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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