हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

यूरोप और शुक्र पारगमन

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

यूरोप और शुक्र पारगमन के बीच अंतर

यूरोप vs. शुक्र पारगमन

यूरोप पृथ्वी पर स्थित सात महाद्वीपों में से एक महाद्वीप है। यूरोप, एशिया से पूरी तरह जुड़ा हुआ है। यूरोप और एशिया वस्तुतः यूरेशिया के खण्ड हैं और यूरोप यूरेशिया का सबसे पश्चिमी प्रायद्वीपीय खंड है। एशिया से यूरोप का विभाजन इसके पूर्व में स्थित यूराल पर्वत के जल विभाजक जैसे यूराल नदी, कैस्पियन सागर, कॉकस पर्वत शृंखला और दक्षिण पश्चिम में स्थित काले सागर के द्वारा होता है। यूरोप के उत्तर में आर्कटिक महासागर और अन्य जल निकाय, पश्चिम में अटलांटिक महासागर, दक्षिण में भूमध्य सागर और दक्षिण पश्चिम में काला सागर और इससे जुड़े जलमार्ग स्थित हैं। इस सबके बावजूद यूरोप की सीमायें बहुत हद तक काल्पनिक हैं और इसे एक महाद्वीप की संज्ञा देना भौगोलिक आधार पर कम, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक आधार पर अधिक है। ब्रिटेन, आयरलैंड और आइसलैंड जैसे देश एक द्वीप होते हुए भी यूरोप का हिस्सा हैं, पर ग्रीनलैंड उत्तरी अमरीका का हिस्सा है। रूस सांस्कृतिक दृष्टिकोण से यूरोप में ही माना जाता है, हालाँकि इसका सारा साइबेरियाई इलाका एशिया का हिस्सा है। आज ज़्यादातर यूरोपीय देशों के लोग दुनिया के सबसे ऊँचे जीवनस्तर का आनन्द लेते हैं। यूरोप पृष्ठ क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का दूसरा सबसे छोटा महाद्वीप है, इसका क्षेत्रफल के १०,१८०,००० वर्ग किलोमीटर (३,९३०,००० वर्ग मील) है जो पृथ्वी की सतह का २% और इसके भूमि क्षेत्र का लगभग ६.८% है। यूरोप के ५० देशों में, रूस क्षेत्रफल और आबादी दोनों में ही सबसे बड़ा है, जबकि वैटिकन नगर सबसे छोटा देश है। जनसंख्या के हिसाब से यूरोप एशिया और अफ्रीका के बाद तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला महाद्वीप है, ७३.१ करोड़ की जनसंख्या के साथ यह विश्व की जनसंख्या में लगभग ११% का योगदान करता है, तथापि, संयुक्त राष्ट्र के अनुसार (मध्यम अनुमान), २०५० तक विश्व जनसंख्या में यूरोप का योगदान घटकर ७% पर आ सकता है। १९०० में, विश्व की जनसंख्या में यूरोप का हिस्सा लगभग 25% था। पुरातन काल में यूरोप, विशेष रूप से यूनान पश्चिमी संस्कृति का जन्मस्थान है। मध्य काल में इसी ने ईसाईयत का पोषण किया है। यूरोप ने १६ वीं सदी के बाद से वैश्विक मामलों में एक प्रमुख भूमिका अदा की है, विशेष रूप से उपनिवेशवाद की शुरुआत के बाद. शुक्र पारगमन (Transit of Venus), तब होता है जब शुक्र ग्रह सीधे सूर्य और पृथ्वी (या कोई अन्य ग्रह) के बीच आ जाता है। पारगमन के दरम्यान शुक्र ग्रह सूर्य के मुखाकृति पर एक तिल की भांति नजर आता है तथा आर पार खिसकता हुआ दिखाई देता है। यह सूर्य के मामूली हिस्से भर को ढंक पाता है। इस तरह के पारगमन के दौर आम तौर पर (2012 का पारगमन 6 घंटे और 40 मिनट तक चला था) घंटों में मापे गए है। पारगमन असल में चंद्रमा द्वारा किए गए किसी सूर्यग्रहण के समान है। शुक्र का व्यास चन्द्रमा का तिगुना है फिर भी छोटा दिखाई देता है और सूर्य के मुखाबिंद के आर पार बहुत धीमे चलता हुआ प्रतीत होता है क्योंकि यह पृथ्वी से अपेक्षाकृत कहीं अधिक दूर है। शुक्र के पारगमन दुर्लभतम् पूर्वानुमानित खगोलीय घटनाओं में से हैं। पारगमन चक्रों में पाए जाते है और सामान्यतः हर 243 वर्षों में दोहराए जाते हैं। पहले दो पारगमन आठ वर्षों के अंतराल में होते हैं, फिर करीब 105.5 वर्षीय या 121.5 वर्षीय लंबा विराम और फिर से वही आठ वर्षीय अंतराल के नए पारगमन जोड़ो का दौर शूरू होता है। इस दोहराहट के असली कारण पृथ्वी व शुक्र के कक्षीय अनुनादों में छिपे हुए हैं जो क्रमशः 8:13 और 243:395 है। शुक्र का विगत पारगमन 5 व 6 जून 2012 को था, साथ ही यह 21 वीं सदी का अंतिम शुक्र पारगमन भी था, इसके पूर्व का पारगमन 8 जून 2004 को संपन्न हुआ। पारगमन की पूर्ववर्ती जोड़ी दिसंबर 1874 और दिसंबर 1882 में हुई; आगामी जोड़ी दिसंबर 2117 और दिसंबर 2125 में घटित होगी। .

यूरोप और शुक्र पारगमन के बीच समानता

यूरोप और शुक्र पारगमन आम में 3 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): चन्द्रमा, भारत, समन्वित सार्वत्रिक समय

चन्द्रमा

कोई विवरण नहीं।

चन्द्रमा और यूरोप · चन्द्रमा और शुक्र पारगमन · और देखें »

भारत

भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भौगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं। प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता, व्यापार मार्गों और बड़े-बड़े साम्राज्यों का विकास-स्थान रहे भारतीय उपमहाद्वीप को इसके सांस्कृतिक और आर्थिक सफलता के लंबे इतिहास के लिये जाना जाता रहा है। चार प्रमुख संप्रदायों: हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्मों का यहां उदय हुआ, पारसी, यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम धर्म प्रथम सहस्राब्दी में यहां पहुचे और यहां की विविध संस्कृति को नया रूप दिया। क्रमिक विजयों के परिणामस्वरूप ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी ने १८वीं और १९वीं सदी में भारत के ज़्यादतर हिस्सों को अपने राज्य में मिला लिया। १८५७ के विफल विद्रोह के बाद भारत के प्रशासन का भार ब्रिटिश सरकार ने अपने ऊपर ले लिया। ब्रिटिश भारत के रूप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रमुख अंग भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक लम्बे और मुख्य रूप से अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम के बाद १५ अगस्त १९४७ को आज़ादी पाई। १९५० में लागू हुए नये संविधान में इसे सार्वजनिक वयस्क मताधिकार के आधार पर स्थापित संवैधानिक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया गया और युनाईटेड किंगडम की तर्ज़ पर वेस्टमिंस्टर शैली की संसदीय सरकार स्थापित की गयी। एक संघीय राष्ट्र, भारत को २९ राज्यों और ७ संघ शासित प्रदेशों में गठित किया गया है। लम्बे समय तक समाजवादी आर्थिक नीतियों का पालन करने के बाद 1991 के पश्चात् भारत ने उदारीकरण और वैश्वीकरण की नयी नीतियों के आधार पर सार्थक आर्थिक और सामाजिक प्रगति की है। ३३ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा राष्ट्र है। वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय शक्ति समता के आधार पर विश्व की तीसरी और मानक मूल्यों के आधार पर विश्व की दसवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। १९९१ के बाज़ार-आधारित सुधारों के बाद भारत विश्व की सबसे तेज़ विकसित होती बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक हो गया है और इसे एक नव-औद्योगिकृत राष्ट्र माना जाता है। परंतु भारत के सामने अभी भी गरीबी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य-सेवा और आतंकवाद की चुनौतियां हैं। आज भारत एक विविध, बहुभाषी, और बहु-जातीय समाज है और भारतीय सेना एक क्षेत्रीय शक्ति है। .

भारत और यूरोप · भारत और शुक्र पारगमन · और देखें »

समन्वित सार्वत्रिक समय

सार्वत्रिय समय समन्वित सार्वत्रिक समय (ससस) (Coordinated Universal Time) विश्व के समय का प्राथमिक मानक है जिसके द्वारा विश्वभर में घड़ियाँ एवं समय नियंत्रित किये जाते हैं। यह ग्रीनविच माध्य समय (GMT) के बहुत सारे अनुवतियों (successors) में से एक है। साधारण कार्यों की दृष्टि से समन्वित सार्वत्रिक समय और ग्रीनविच माध्य समय एक ही हैं, किन्तु ग्रीनविच माध्य समय अब वैज्ञानिक समुदाय द्वारा परिशुद्धता पूर्वक (precisely) परिभाषित नहीं किया जाता है। अन्तर्राष्ट्रीय परमाण्विक समय(TAI) अनियमित अंतरालों पर जोड़े गये लोन सैकिण्ड सहित है। यह लोन सैकिण्ड पॄथ्वी की धीमी होती गति के कारण जोड़े जाते हैं। इनसे UTC की UT1 से समीपता बनी रहती है। UT1 औसत सौर समय है, जो कि ग्रीनविच की साही वेधशाला में देखा जाता है। UTC और UT1 के बीच का अन्तर 0.9 s से अधिक नहीं हो पाता, अतएव यदि उच्च परिशुद्धता आवश्यक ना हो, तो एक सामान्य टर्म विश्वव्यापी समय या युनिवर्सल टाइम, प्रयोग की जा सकती है। नैमित्तिक प्रयोगों हेतु, ग्रीनविच मानक समय (GMT) भी UTC और UT1 समान ही होता है। संशय मिटाने हेतु सामायतः सविस (UTC) ही प्रयोग होता है, GMT के प्रयोग से बचा जाता है। .

यूरोप और समन्वित सार्वत्रिक समय · शुक्र पारगमन और समन्वित सार्वत्रिक समय · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

यूरोप और शुक्र पारगमन के बीच तुलना

यूरोप 94 संबंध है और शुक्र पारगमन 17 है। वे आम 3 में है, समानता सूचकांक 2.70% है = 3 / (94 + 17)।

संदर्भ

यह लेख यूरोप और शुक्र पारगमन के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: