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यथार्थता एवं परिशुद्धता और समान्तर माध्य

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

यथार्थता एवं परिशुद्धता और समान्तर माध्य के बीच अंतर

यथार्थता एवं परिशुद्धता vs. समान्तर माध्य

अधिक यथार्थता किन्तु कम परिशुद्धता का उदाहरण (लक्ष्य, हर बार केन्द्र में मारना है। इंजीनियरी, उद्योग एवं सांख्यिकी में किसी मापन की यथार्थता (accuracy) का अर्थ यह है कि माप से प्राप्त मान वास्तविक या सत्य मान के कितना निकट है। दूसरी तरफ, किसी मापन प्रणाली की परिशुद्धता (precision) का अर्थ यह है कि कई बार, अपरिवर्तित स्थियों में, उसी राशि का मापन करने पर प्राप्त मान एक निश्चित मान के कितना आस-पास बने रहते हैं। अत: परिशुद्धता को पुनरुत्पादकता (reproducibility or repeatability) भी कह सकते हैं। यद्यपि सामान्य उपयोग में ये दोनो शब्द आपस में अदला-बदली किये जा सकते हैं किन्तु वैज्ञानिविधि में जानबूझकर इनमें अन्तर माना जाता है। कोई मापन निम्नलिखित चार प्रकार का हो सकता है-. गणित एवं सांख्यिकी में समान्तर माध्य (arithmetic mean) नमूने के आंकड़ों की केन्द्रीय प्रवृत्ति (central tendency) की एक गणितीय माप है। इसे प्रायः 'औसत' (average) या 'माध्य' (mean) ही कहते हैं। किन्तु जब इसे दूसरे प्रकार के माध्यों (जैसे ज्यामितीय माध्य या हरात्मक माध्य) से अलग करते हुए देखना हो तो इसे 'समान्तर माध्य' कहते हैं। गणित एवं सांख्यिकी के अलावा समान्तर माध्य का अर्थनीति, समाजशास्त्र, इतिहास आदि में प्रायः देखने को मिलता है। उदाहरण- .

यथार्थता एवं परिशुद्धता और समान्तर माध्य के बीच समानता

यथार्थता एवं परिशुद्धता और समान्तर माध्य आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): सांख्यिकी

सांख्यिकी

एक ग्राफ जिसमें सामान्य वितरण (Normal distribution) प्रदर्शित है। सांख्यिकी, गणित की वह शाखा है जिसमें आँकड़ों का संग्रहण, प्रदर्शन, वर्गीकरण और उसके गुणों का आकलन का अध्ययन किया जाता है। सांख्यिकी एक गणितीय विज्ञान है जिसमें किसी वस्तु/अवयव/तंत्र/समुदाय से सम्बन्धित आकड़ों का संग्रह, विश्लेषण, व्याख्या या स्पष्टीकरण और प्रस्तुति की जाती है। यह विभिन्न क्षेत्रों में लागू है - अकादमिक अनुशासन (academic disciplines), इस से प्राकृतिक विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, मानविकी, सरकार और व्यापार आदि। सांख्यिकीय तरीकों को डेटा के संग्रह के संग्रहण अथवा वर्णन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे वर्णनात्मक सांख्यिकी (descriptive statistics) कहा जाता है। इसके अतिरिक्त, डेटा में पैटर्न को इस तरह से मॉडल किया जा सकता है कि वह निष्कर्षों की यादृच्छिकता और अनिश्चितता का कारण बने और फिर इस प्रक्रिया को उस विधि, या जिस जनसंख्या का अध्ययन किया जा रहा हो, उसके बारे में अनुमान लगाने के लिए किया जाता है। इसे अनुमानित सांख्यिकी (inferential statistics) कहा जाता है। वर्णनात्मक तथा अनुमानित सांख्यिकी, दोनों में व्यावहारिक सांख्यिकी सम्मिलित है। एक और विद्या है - गणितीय सांख्यिकी (mathematical statistics), जो विषय के सैद्धान्तिक आधार से सम्बन्ध रखती है। आप किरण किसी श्रेणी में पदों के बेकरार को प्रदर्शित करता है जबकि विषमता का संबंध उसकी आकृति की विशिष्टताओं से होता है अन्य शब्दों में अवकरण हमें श्रेणी की संरचना के बारे में बताता है जबकि विषमता हमें वक्र की आकृति के बारे में बताता है अपकिरण हमें श्रेणी के पदों के मानक रूप में स्वीकृत अन्य किसी पद के व्यक्तिगत अंतरों की ओर संकेत करता है विषमता विचलनों की दशा की ओर संकेत करता है अब करण द्वितीय श्रेणी के माध्यम पर आधारित है .

यथार्थता एवं परिशुद्धता और सांख्यिकी · समान्तर माध्य और सांख्यिकी · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

यथार्थता एवं परिशुद्धता और समान्तर माध्य के बीच तुलना

यथार्थता एवं परिशुद्धता 5 संबंध है और समान्तर माध्य 6 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 9.09% है = 1 / (5 + 6)।

संदर्भ

यह लेख यथार्थता एवं परिशुद्धता और समान्तर माध्य के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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