लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
डाउनलोड
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

मार्क्सवाद और मूल्य का श्रम सिद्धान्त

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

मार्क्सवाद और मूल्य का श्रम सिद्धान्त के बीच अंतर

मार्क्सवाद vs. मूल्य का श्रम सिद्धान्त

सामाजिक राजनीतिक दर्शन में मार्क्सवाद (Marxism) उत्पादन के साधनों पर सामाजिक स्वामित्व द्वारा वर्गविहीन समाज की स्थापना के संकल्प की साम्यवादी विचारधारा है। मूलतः मार्क्सवाद उन आर्थिक राजनीतिक और आर्थिक सिद्धांतो का समुच्चय है जिन्हें उन्नीसवीं-बीसवीं सदी में कार्ल मार्क्स, फ्रेडरिक एंगेल्स और व्लादिमीर लेनिन तथा साथी विचारकों ने समाजवाद के वैज्ञानिक आधार की पुष्टि के लिए प्रस्तुत किया। . मूल्य के श्रम सिद्धान्त (labor theory of value (LTV)) के अनुसार किसी वस्तु या सेवा का आर्थिक मूल्य उस वस्तु या सेवा के उत्पादन के लिए आवश्यक कुल सामाजिक श्रम से निर्धारित होता है, न कि उस वस्तु या सेवा की उपयोगिता से। वर्तमान समय में प्रायः मार्क्सवादी अर्थशास्त्री ही इस सिद्धान्त में विश्वास रखते हैं। .

मार्क्सवाद और मूल्य का श्रम सिद्धान्त के बीच समानता

मार्क्सवाद और मूल्य का श्रम सिद्धान्त आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

मार्क्सवाद और मूल्य का श्रम सिद्धान्त के बीच तुलना

मार्क्सवाद 8 संबंध है और मूल्य का श्रम सिद्धान्त 1 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (8 + 1)।

संदर्भ

यह लेख मार्क्सवाद और मूल्य का श्रम सिद्धान्त के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »