इस्लाम और मागी
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
इस्लाम और मागी के बीच अंतर
इस्लाम vs. मागी
इस्लाम (अरबी: الإسلام) एक एकेश्वरवादी धर्म है, जो इसके अनुयायियों के अनुसार, अल्लाह के अंतिम रसूल और नबी, मुहम्मद द्वारा मनुष्यों तक पहुंचाई गई अंतिम ईश्वरीय पुस्तक क़ुरआन की शिक्षा पर आधारित है। कुरान अरबी भाषा में रची गई और इसी भाषा में विश्व की कुल जनसंख्या के 25% हिस्से, यानी लगभग 1.6 से 1.8 अरब लोगों, द्वारा पढ़ी जाती है; इनमें से (स्रोतों के अनुसार) लगभग 20 से 30 करोड़ लोगों की यह मातृभाषा है। हजरत मुहम्मद साहब के मुँह से कथित होकर लिखी जाने वाली पुस्तक और पुस्तक का पालन करने के निर्देश प्रदान करने वाली शरीयत ही दो ऐसे संसाधन हैं जो इस्लाम की जानकारी स्रोत को सही करार दिये जाते हैं। . प्राचीन ईरान में पारसी धर्म के पुजारियों को मागी कहते थे। इन्हें उच्च वर्ग का समझा जाता था। इस्लाम के आने के बाद ये ईरान के प्राचीन धर्म के प्रतीक बन गए और मुस्लिम धर्म की शराब-नृत्य-संगीत की मनाही के नियम के पालन करने के बाद इनकी छवि भौतिकतावादी पुजारियों की तरह हो गई। मध्यकाल के ईरानी कवियों तथा सूफ़ियों ने इनका ज़िक्र कई बार शराब पीने व विधर्मी लोगों के रूप में किया है। आधुनिक प़ारसी में इसे माग़ुन नाम से भी बुलाया जाता है। ग्यारहवीं सदी में लिखी ये फ़ारसी रचना - गर मन ज़े मय-ए-मैग़ाने मस्तम्, हस्तम। वर आशिक़, व रिन्द व बुतपरस्तम, हस्तम। हर कस ख़याल-ए-ख़ुद गुमान दारन्द मन मीदानम ख़ुद, हमचूँ हस्तम, हस्तम। (अगर मैं किसी माग़ी की दी शराब पीकर मस्त हूं, तो हूँ। अगर आशिक़, पाग़ल या मूर्ति पूजक हूँ तो हूँ। हर किसी को अपने बारे में शक है, मैं ख़ुद को जानता हूँ, जैसी हूँ, हूँ। इस्लामिक विचार में शराब पीना और मूर्तिपूजन दोनों मना हैं।) श्रेणी:पारसी धर्म.
इस्लाम और मागी के बीच समानता
इस्लाम और मागी आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): पारसी धर्म, इस्लाम।
पारसी धर्म ईरान का प्राचीन काल से प्रचलित धर्म है। ये ज़न्द अवेस्ता नाम के धर्मग्रंथ पर आधारित है। इसके प्रस्थापक महात्मा ज़रथुष्ट्र हैं, इसलिये इस धर्म को ज़रथुष्ट्री धर्म (Zoroastrianism) भी कहते हैं। .
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इस्लाम (अरबी: الإسلام) एक एकेश्वरवादी धर्म है, जो इसके अनुयायियों के अनुसार, अल्लाह के अंतिम रसूल और नबी, मुहम्मद द्वारा मनुष्यों तक पहुंचाई गई अंतिम ईश्वरीय पुस्तक क़ुरआन की शिक्षा पर आधारित है। कुरान अरबी भाषा में रची गई और इसी भाषा में विश्व की कुल जनसंख्या के 25% हिस्से, यानी लगभग 1.6 से 1.8 अरब लोगों, द्वारा पढ़ी जाती है; इनमें से (स्रोतों के अनुसार) लगभग 20 से 30 करोड़ लोगों की यह मातृभाषा है। हजरत मुहम्मद साहब के मुँह से कथित होकर लिखी जाने वाली पुस्तक और पुस्तक का पालन करने के निर्देश प्रदान करने वाली शरीयत ही दो ऐसे संसाधन हैं जो इस्लाम की जानकारी स्रोत को सही करार दिये जाते हैं। .
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इस्लाम और मागी के बीच तुलना
इस्लाम 98 संबंध है और मागी 2 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 2.00% है = 2 / (98 + 2)।
संदर्भ
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