महाराणा सांगा और राजपूत
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महाराणा सांगा और राजपूत के बीच अंतर
महाराणा सांगा vs. राजपूत
चित्तौड़गढ का दुर्ग महाराणा संग्राम सिंह या राणा सांगा (१२ अप्रैल १४८४ - १७ मार्च १५२७) मेवाड़ के राजपूत शासक थे। उन्होने २४ मई १५०९ से १५२७ तक राज्य किया। संग्राम सिंह, राणा रायमल के पुत्र थे। वे शिशोदिया वंश के राजपूत थे। मुगलों के साथ उनकी खानवा के युद्ध में पराजय हुई। उसके थोड़े दिनों के बाद उनकी मृत्यु हो गयी। महान . राजपूत उत्तर भारत का एक क्षत्रिय कुल माना जाता है।जो कि राजपुत्र का अपभ्रंश है। राजस्थान को ब्रिटिशकाल मे राजपूताना भी कहा गया है। पुराने समय में आर्य जाति में केवल चार वर्णों की व्यवस्था थी। राजपूत काल में प्राचीन वर्ण व्यवस्था समाप्त हो गयी थी तथा वर्ण के स्थान पर कई जातियाँ व उप जातियाँ बन गईं थीं। कवि चंदबरदाई के कथनानुसार राजपूतों की 36 जातियाँ थी। उस समय में क्षत्रिय वर्ण के अंतर्गत सूर्यवंश और चंद्रवंश के राजघरानों का बहुत विस्तार हुआ। .
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संदर्भ
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