लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

मन्दाकिनी और लेंसनुमा गैलेक्सी

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

मन्दाकिनी और लेंसनुमा गैलेक्सी के बीच अंतर

मन्दाकिनी vs. लेंसनुमा गैलेक्सी

समान नाम के अन्य लेखों के लिए देखें मन्दाकिनी (बहुविकल्पी) जहाँ तक ज्ञात है, गैलेक्सी ब्रह्माण्ड की सब से बड़ी खगोलीय वस्तुएँ होती हैं। एनजीसी ४४१४ एक ५५,००० प्रकाश-वर्ष व्यास की गैलेक्सी है मन्दाकिनी या गैलेक्सी, असंख्य तारों का समूह है जो स्वच्छ और अँधेरी रात में, आकाश के बीच से जाते हुए अर्धचक्र के रूप में और झिलमिलाती सी मेखला के समान दिखाई पड़ता है। यह मेखला वस्तुत: एक पूर्ण चक्र का अंग हैं जिसका क्षितिज के नीचे का भाग नहीं दिखाई पड़ता। भारत में इसे मंदाकिनी, स्वर्णगंगा, स्वर्नदी, सुरनदी, आकाशनदी, देवनदी, नागवीथी, हरिताली आदि भी कहते हैं। हमारी पृथ्वी और सूर्य जिस गैलेक्सी में अवस्थित हैं, रात्रि में हम नंगी आँख से उसी गैलेक्सी के ताराओं को देख पाते हैं। अब तक ब्रह्मांड के जितने भाग का पता चला है उसमें लगभग ऐसी ही १९ अरब गैलेक्सीएँ होने का अनुमान है। ब्रह्मांड के विस्फोट सिद्धांत (बिग बंग थ्योरी ऑफ युनिवर्स) के अनुसार सभी गैलेक्सीएँ एक दूसरे से बड़ी तेजी से दूर हटती जा रही हैं। ब्रह्माण्ड में सौ अरब गैलेक्सी अस्तित्व में है। जो बड़ी मात्रा में तारे, गैस और खगोलीय धूल को समेटे हुए है। गैलेक्सियों ने अपना जीवन लाखो वर्ष पूर्व प्रारम्भ किया और धीरे धीरे अपने वर्तमान स्वरूप को प्राप्त किया। प्रत्येक गैलेक्सियाँ अरबों तारों को को समेटे हुए है। गुरुत्वाकर्षण तारों को एक साथ बाँध कर रखता है और इसी तरह अनेक गैलेक्सी एक साथ मिलकर तारा गुच्छ में रहती है। प्रारंभ में खगोलशास्त्रियों की धारणा थी कि ब्रह्मांड में नई गैलेक्सियों और क्वासरों का जन्म संभवत: पुरानी गैलेक्सियों के विस्फोट के फलस्वरूप होता है। लेकिन यार्क विश्वविद्यालय के खगोलशास्त्रियों-डॉ॰सी.आर. स्पिंडल गैलेक्सी (जिसे ऍन॰जी॰सी॰ ५८६६ भी कहते हैं) एक लेंसनुमा गैलेक्सी है - हालांकि बहुत सी लेंसनुमा गैलेक्सियों में अंतरतारकीय माध्यम में धूल बहुत कम होती है, इस वाली में बहुत है और इस चित्र में साफ़ देखी जा सकती है लेंसनुमा गैलेक्सी या लॅन्टिक्युलर गैलेक्सी किसी लेंस के आकार वाली गैलेक्सी को कहते हैं और यह हबल अनुक्रम में सर्पिल गैलेक्सी और अन्डेनुमा गैलेक्सी की दो श्रेणियों के बीच की एक श्रेणी है। सर्पिल गैलेक्सियों की तरह यह भी एक चक्र के आकार में होती हैं लेकिन इनके अंतरतारकीय माध्यम में अक्सर बहुत कम घनत्व होता है क्योंकि यह वहाँ की अधिकाँश धूल, गैस और प्लाज़्मा खो चुकी होती हैं। इस वजह से इनमें नए तारे बहुत कम बनते हैं और इनके अधिकतर तारे बूढ़े हो रहे होते हैं। जहाँ सर्पिल गैलेक्सियों में भुजाएं एक मुख्य आकृति होती हैं, वहाँ लेंसनुमा गैलेक्सियों में यह भुजाएं साफ़ नहीं बनी होतीं और अगर पृथ्वी से इन्हें ऊपर से न देखा जा सके तो इनमें और अन्डेनुमा गैलेक्सियों में अंतर बताना मुश्किल होता है। .

मन्दाकिनी और लेंसनुमा गैलेक्सी के बीच समानता

मन्दाकिनी और लेंसनुमा गैलेक्सी आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): तारा, खगोलीय धूल

तारा

तारे (Stars) स्वयंप्रकाशित (self-luminous) उष्ण गैस की द्रव्यमात्रा से भरपूर विशाल, खगोलीय पिंड हैं। इनका निजी गुरुत्वाकर्षण (gravitation) इनके द्रव्य को संघटित रखता है। मेघरहित आकाश में रात्रि के समय प्रकाश के बिंदुओं की तरह बिखरे हुए, टिमटिमाते प्रकाशवाले बहुत से तारे दिखलाई देते हैं। .

तारा और मन्दाकिनी · तारा और लेंसनुमा गैलेक्सी · और देखें »

खगोलीय धूल

खगोलीय धूल का कण - यह कॉन्ड्राइट, यानि पत्थरीले पदार्थ, का बना है चील नॅब्युला जहाँ गैस और खगोलीय धूल के बादल में तारे बन रहे हैं खगोलीय धूल अंतरिक्ष में मिलने वाले वह कण होते हैं जो आकार में कुछ अणुओं के झुण्ड से लेकर ०.१ माइक्रोमीटर तक होते हैं। इस धूल में कई प्रकार के पदार्थ हो सकते हैं। खगोलीय धूल ब्रह्माण्ड में कई जगह मिलती है -.

खगोलीय धूल और मन्दाकिनी · खगोलीय धूल और लेंसनुमा गैलेक्सी · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

मन्दाकिनी और लेंसनुमा गैलेक्सी के बीच तुलना

मन्दाकिनी 12 संबंध है और लेंसनुमा गैलेक्सी 10 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 9.09% है = 2 / (12 + 10)।

संदर्भ

यह लेख मन्दाकिनी और लेंसनुमा गैलेक्सी के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »