मंगोल साम्राज्य और साख़ालिन
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
मंगोल साम्राज्य और साख़ालिन के बीच अंतर
मंगोल साम्राज्य vs. साख़ालिन
हलाकू (बायें), खलीफा अल-मुस्तसिम को भूख से मारने के लिये उसके खजाने में कैद करते हुए मांगके खान की मृत्यु के समय (१२५९ ई में) मंगोल साम्राज्य मंगोल साम्राज्य 13 वीं और 14 वीं शताब्दियों के दौरान एक विशाल साम्राज्य था। इस साम्राज्य का आरम्भ चंगेज खान द्वारा मंगोलिया के घूमन्तू जनजातियों के एकीकरण से हुआ। मध्य एशिया में शुरू यह राज्य अंततः पूर्व में यूरोप से लेकर पश्चिम में जापान के सागर तक और उत्तर में साइबेरिया से लेकर दक्षिण में भारतीय उपमहाद्वीप तक फैल गया। आमतौर पर इसे दुनिया के इतिहास में सबसे बड़ा सन्निहित साम्राज्य माना जाना जाता है। अपने शीर्ष पर यह 6000 मील (9700 किमी) तक फैला था और 33,000,000 वर्ग कि॰मी॰ (12,741,000 वर्ग मील) के क्षेत्र को कवर करता था। इस समय पृथ्वी के कुल भू क्षेत्रफल का 22% हिस्सा इसके कब्ज़े में था और इसकी आबादी 100 करोड़ थी। मंगोल शासक पहले बौद्ध थे, लेकिन बाद में धीरे-धीरे तुर्कों के सम्पर्क में आकर उन्होंने इस्लाम को अपना लिया। . साख़ालिन द्वीप रूस के पूर्वी तट से आगे है युझ़नो-साख़ालिन्स्क शहर का एक दृश्य साख़ालिन या सखालिन (रूसी: Сахалин), जिसे जापानी में काराफ़ुतो (樺太) कहते हैं, प्रशांत महासागर के उत्तरी भाग में स्थित एक बड़ा द्वीप है। यह राजनैतिक रूप से रूस के साखालिन ओब्लास्ट (प्रांत) का हिस्सा है और साइबेरिया इलाक़े के पूर्व में पड़ता है। यह जापान के होक्काइडो द्वीप के उत्तर में है। 19वी और 20वी सदी में जापान और रूस के बीच इस द्वीप के नियंत्रण पर झडपें होती थीं। इस द्वीप पर मूलतः आइनू, ओरोक और निव्ख़ जनजातियाँ रहा करती थी, लेकिन अब अधिकतर रूसी लोग रहते हैं। सन् 1905-1945 के काल में इस द्वीप के दक्षिणी भाग पर जापान का क़ब्ज़ा था। .
मंगोल साम्राज्य और साख़ालिन के बीच समानता
मंगोल साम्राज्य और साख़ालिन आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): साइबेरिया।
साइबेरिया का नक़्शा (गाढ़े लाल रंग में साइबेरिया नाम का संघी राज्य है, लेकिन लाल और नारंगी रंग वाले सारे इलाक़े साइबेरिया का हिस्सा माने जाते हैं गर्मी के मौसम में दक्षिणी साइबेरिया में जगह-जगह पर झीलें और हरियाली नज़र आती है याकुत्स्क शहर में 17वी शताब्दी में बना एक रूसी सैनिक-गृह साइबेरिया (रूसी: Сибирь, सिबिर) एक विशाल और विस्तृत भूक्षेत्र है जिसमें लगभग समूचा उत्तर एशिया समाया हुआ है। यह रूस का मध्य और पूर्वी भाग है। सन् 1991 तक यह सोवियत संघ का भाग हुआ करता था। साइबेरिया का क्षेत्रफल 131 लाख वर्ग किमी है। तुलना के लिए पूरे भारत का क्षेत्रफल 32.8 लाख वर्ग किमी है, यानि साइबेरिया भारत से क़रीब चार गुना है। फिर भी साइबेरिया का मौसम और भूस्थिति इतनी सख़्त है के यहाँ केवल 4 करोड़ लोग रहते हैं, जो 2011 में केवल उड़ीसा राज्य की आबादी थी। यूरेशिया का अधिकतर स्टॅप (मैदानी घासवाला) इलाक़ा साइबेरिया में आता है। साइबेरिया पश्चिम में यूराल पहाड़ों से शुरू होकर पूर्व में प्रशांत महासागर तक और उत्तर में उत्तरध्रुवीय महासागर (आर्कटिक महासागर) तक फैला हुआ है। दक्षिण में इसकी सीमाएँ क़ाज़ाक़स्तान, मंगोलिया और चीन से लगती हैं। .
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मंगोल साम्राज्य और साख़ालिन के बीच तुलना
मंगोल साम्राज्य 28 संबंध है और साख़ालिन 15 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 2.33% है = 1 / (28 + 15)।
संदर्भ
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