हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

भैरव राग और राग

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

भैरव राग और राग के बीच अंतर

भैरव राग vs. राग

यह राग भैरव थाट से निकलता है। इस राग में सातों स्वर लगते हैं, इसलिये इसकी जाति सम्पूर्ण मानी जाती है। ः?रे"' और ः?ध"' इस राग में कोमल लगते हैं। वादी स्वर ः?ध"' और सम्वादी स्वर ः?रे"' माना जाता है। गाने बजाने का समय सुबह का माना जाता है। आरोह--स रे ग म प ध नी सं। अवरोह--सं नी ध प म ग रे स। पकड़--स ग म प प। . '''वसन्त रागिनी''' वसन्त का राग है। इस चित्र में कृष्ण गोपियों के साथ नृत्य करते दिख रहे हैं। राग सुरों के आरोहण और अवतरण का ऐसा नियम है जिससे संगीत की रचना की जाती है। पाश्चात्य संगीत में "improvisation" इसी प्रकार की पद्धति है। .

भैरव राग और राग के बीच समानता

भैरव राग और राग आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

भैरव राग और राग के बीच तुलना

भैरव राग 1 संबंध नहीं है और राग 10 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (1 + 10)।

संदर्भ

यह लेख भैरव राग और राग के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: