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भारत स्वाभिमान न्यास और स्वदेशी आन्दोलन

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

भारत स्वाभिमान न्यास और स्वदेशी आन्दोलन के बीच अंतर

भारत स्वाभिमान न्यास vs. स्वदेशी आन्दोलन

भारत स्वाभिमान न्यास योग गुरू बाबा रामदेव द्वारा 638365 गाँवों तक योग पहुँचाने के लक्ष्यों को लेकर स्थापित एक न्यास है। यह न्यास ५ जनवरी २००९ को दिल्ली में पंजीकृत कराया गया था। इसका उद्देश्य भ्रष्टाचार, गरीबी, भूख, अपराध, शोषण मुक्त भारत का निर्माण करना है। इस न्यास का प्रमुख उद्देश्य भारत के सोये हुए स्वाभिमान को जगाने के लिये अखिल भारतीय स्तर पर एक राष्ट्रव्यापी आन्दोलन खड़ा करना है। न्यास स्वयं को गैर राजनीतिक बताता है। भारत स्वाभिमान स्वदेशी वस्तुओं का प्रचार करने के साथ विदेशी कम्पनियों का बहिष्कार करती है।भारत स्वाभिमान न्यास में राजीव दीक्षित जी, डॉ जयदीप आर्य, राकेश कुमार व् बहिन सुमन ने स्वदेशी की अवधारणा से प्रेरित होकर सन्गठन की बागडोर सम्भाली। बाबा रामदेव ने राजीव दीक्षित को भारत स्वाभिमान ट्रस्ट का सचिव नियुक्त किया था। जिसमे उन्होंने कालेधन व स्वदेशी के आन्दोलन के साथ साथ भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए जीतोड़ मेहनत की। स्वदेशी आन्दोलन तथा आज़ादी बचाओ आन्दोलन इसी आंदोलन के भाग नहीं हैं। . १९३० के दशक का पोस्टर जिसमें गाँधीजी को जेल के अन्दर चरखा कातते हुए दिखाया गया है, और लिखा है- ''चरखा और स्वदेशी पर ध्यान दो।'' स्वदेशी आन्दोलन भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन का एक महत्वपूर्ण आन्दोलन, सफल रणनीति व दर्शन था। स्वदेशी का अर्थ है - 'अपने देश का'। इस रणनीति के लक्ष्य ब्रिटेन में बने माल का बहिष्कार करना तथा भारत में बने माल का अधिकाधिक प्रयोग करके साम्राज्यवादी ब्रिटेन को आर्थिक हानि पहुँचाना व भारत के लोगों के लिये रोजगार सृजन करना था। यह ब्रितानी शासन को उखाड़ फेंकने और भारत की समग्र आर्थिक व्यवस्था के विकास के लिए अपनाया गया साधन था। वर्ष 1905 के बंग-भंग विरोधी जनजागरण से स्वदेशी आन्दोलन को बहुत बल मिला। यह 1911 तक चला और गान्धीजी के भारत में पदार्पण के पूर्व सभी सफल अन्दोलनों में से एक था। अरविन्द घोष, रवीन्द्रनाथ ठाकुर, वीर सावरकर, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक और लाला लाजपत राय स्वदेशी आन्दोलन के मुख्य उद्घोषक थे। आगे चलकर यही स्वदेशी आन्दोलन महात्मा गांधी के स्वतन्त्रता आन्दोलन का भी केन्द्र-बिन्दु बन गया। उन्होने इसे "स्वराज की आत्मा" कहा। .

भारत स्वाभिमान न्यास और स्वदेशी आन्दोलन के बीच समानता

भारत स्वाभिमान न्यास और स्वदेशी आन्दोलन आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): स्वदेशी जागरण मंच

स्वदेशी जागरण मंच

स्वदेशी जागरण मंच, भारत का एक राजनैतिक-आर्थिक संगठन है जो स्वदेशी (Indigenous) उद्योगों एवं संस्कृति के विकास के लिये जनता में जागरूकता पैदा करता है। इसकी पहचान संघ परिवार के एक घटक के रूप में है। .

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भारत स्वाभिमान न्यास और स्वदेशी आन्दोलन के बीच तुलना

भारत स्वाभिमान न्यास 8 संबंध है और स्वदेशी आन्दोलन 35 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 2.33% है = 1 / (8 + 35)।

संदर्भ

यह लेख भारत स्वाभिमान न्यास और स्वदेशी आन्दोलन के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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