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भारत और रोम के व्यापारिक सम्बन्ध और रोमन साम्राज्य

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

भारत और रोम के व्यापारिक सम्बन्ध और रोमन साम्राज्य के बीच अंतर

भारत और रोम के व्यापारिक सम्बन्ध vs. रोमन साम्राज्य

प्रथम सदी ई में पेरिप्लस (Periplus) का मार्ग प्रथम सदी ई में एशिया के व्यापारिक मार्ग भारतीय उपमहाद्वीप और रोम के व्यापारिक सम्बन्ध बहुत प्राचीन हैं। . अपने महत्तम विस्तार पर 117 इस्वी में '''रोमन साम्राज्य''' रोमन साम्राज्य का उत्थान एवं पतन रोमन साम्राज्य (27 ई.पू. –- 476 (पश्चिम); 1453 (पूर्व)) यूरोप के रोम नगर में केन्द्रित एक साम्राज्य था। इस साम्राज्य का विस्तार पूरे दक्षिणी यूरोप के अलावे उत्तरी अफ्रीका और अनातोलिया के क्षेत्र थे। फारसी साम्राज्य इसका प्रतिद्वंदी था जो फ़ुरात नदी के पूर्व में स्थित था। रोमन साम्राज्य में अलग-अलग स्थानों पर लातिनी और यूनानी भाषाएँ बोली जाती थी और सन् १३० में इसने ईसाई धर्म को राजधर्म घोषित कर दिया था। यह विश्व के सबसे विशाल साम्राज्यों में से एक था। यूँ तो पाँचवी सदी के अन्त तक इस साम्राज्य का पतन हो गया था और इस्तांबुल (कॉन्स्टेन्टिनोपल) इसके पूर्वी शाखा की राजधानी बन गई थी पर सन् १४५३ में उस्मानों (ऑटोमन तुर्क) ने इसपर भी अधिकार कर लिया था। यह यूरोप के इतिहास और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण अंग है। .

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संदर्भ

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