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बाचा ख़ान विश्वविद्यालय

सूची बाचा ख़ान विश्वविद्यालय

बाचा खान विश्वविद्यालय(باچا خان یونیورسٹی) चरसद्दा, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा पाकिस्तान में स्थित एक जन विश्वविद्यालय है। विश्वविद्यालय का नाम महान स्वतंत्रता सेनानी, भारत रत्न से सम्मानित व शांति समर्थक पश्तून कार्यकर्ता बाचा खान के नाम पर रखा गया था। पाकिस्तान को विश्व पटल पर सम्मानित राष्ट्र का दर्ज़ा दिलाने के लिये बाचा ख़ान का वैश्विक भाईचारे व शांति का संदेश इस विश्वविद्यालय का ध्येय है। 20 जनवरी 2016 को इस विश्वविद्यालय पर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के आतंकवादियों ने आतंकी हमला कर दिया। इसमें कम-से-कम २५ लोगों की मृत्यु हो गयी। .

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चरसद्दा

उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान

तहरीक-ए-तालिबान का ध्वज फ़ाटा क्षेत्र से शुरु हुई थी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (उर्दू), जिसे कभी-कभी सिर्फ़ टी-टी-पी (TTP) या पाकिस्तानी तालिबान भी कहते हैं, पाकिस्तान-अफ़ग़ानिस्तान सीमा के पास स्थित संघ-शासित जनजातीय क्षेत्र से उभरने वाले चरमपंथी उग्रवादी गुटों का एक संगठन है। यह अफ़ग़ानिस्तान की तालिबान से अलग है हालांकि उनकी विचारधाराओं से काफ़ी हद तक सहमत है। इनका ध्येय पाकिस्तान में शरिया पर आधारित एक कट्टरपंथी इस्लामी अमीरात को क़ायम करना है। इसकी स्थापना दिसंबर २००७ को हुई जब बेयतुल्लाह महसूद​ के नेतृत्व में १३ गुटों ने एक तहरीक (अभियान) में शामिल होने का निर्णय लिया।, Marlène Laruelle, Sébastien Peyrouse, pp.

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पठान

अफ़्ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के नक़्शे में पश्तून क्षेत्र (नारंगी रंग में) ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान एक पश्तून थे अफ़्ग़ानिस्तान के ख़ोस्त प्रान्त में पश्तून बच्चे अमीर शेर अली ख़ान अपने पुत्र राजकुमार अब्दुल्लाह जान और सरदारों के साथ (सन् १८६९ ई में खींची गई) पश्तून, पख़्तून (पश्तो:, पश्ताना) या पठान (उर्दू) दक्षिण एशिया में बसने वाली एक लोक-जाति है। वे मुख्य रूप में अफ़्ग़ानिस्तान में हिन्दु कुश पर्वतों और पाकिस्तान में सिन्धु नदी के दरमियानी क्षेत्र में रहते हैं हालांकि पश्तून समुदाय अफ़्ग़ानिस्तान, पाकिस्तान और भारत के अन्य क्षेत्रों में भी रहते हैं। पश्तूनों की पहचान में पश्तो भाषा, पश्तूनवाली मर्यादा का पालन और किसी ज्ञात पश्तून क़बीले की सदस्यता शामिल हैं।, James William Spain, Mouton,...

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बाचा ख़ान विश्वविद्यालय हमला

20 जनवरी 2016 को सुबह 9:30 बजे पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर प्रांत ख़ैबर पख़्तूनख़्वा की राजधानी पेशावर के पास चरसद्दा में स्थित बाचा खान विश्वविद्यालय पर 4 आतंकियों ने आक्रमण कर दिया। परिसर में आते ही आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं। इसके साथ ही अभी तक परिसर में सात धमाके भी सुने गए। हमले में पहले एक प्रोफेसर समेत 4 लोगों के मारे जाने की खबर थी लेकिन अब 60 से 70 छात्रों को आतंकियों द्वारा गोली मारने की खबर है। हमले के वक्त विश्वविद्यालय में बाचा खान जिन्हें खान अब्दुल गफ्फार खान के नाम से भी जाना जाता है की बरसी के मौके पर काव्यगोष्ठी के लिए अनेक लोग यहां आए थे। खान का निधन 20 जनवरी 1988 को हुआ था। यह यूनिवर्सिटी इन्ही की याद में बनाई गई है। इस यूनिवर्सिटी का अपना ऐतिहासिक महत्व है। समाचार चैनल जियो के मुताबिक यूनिवर्सिटी के पीछे के रास्ते से जहां गेस्ट हाउस है, वहां से आतंकी घुसे। हमले की खबर के साथ ही छात्रों को निकल जाने का ऐलान किया गया जिसके बाद भगदड़ मची। .

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भारत रत्‍न

भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है। इन सेवाओं में कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल शामिल है। इस सम्मान की स्थापना 2 जनवरी 1954 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी। अन्य अलंकरणों के समान इस सम्मान को भी नाम के साथ पदवी के रूप में प्रयुक्त नहीं किया जा सकता। प्रारम्भ में इस सम्मान को मरणोपरांत देने का प्रावधान नहीं था, यह प्रावधान 1955 में बाद में जोड़ा गया। तत्पश्चात् 13 व्यक्तियों को यह सम्मान मरणोपरांत प्रदान किया गया। सुभाष चन्द्र बोस को घोषित सम्मान वापस लिए जाने के उपरान्त मरणोपरान्त सम्मान पाने वालों की संख्या 12 मानी जा सकती है। एक वर्ष में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है। उल्लेखनीय योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले सम्मानों में भारत रत्न के पश्चात् क्रमशः पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री हैं। .

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लाहौर विश्वविद्यालय

लाहौर विश्वविद्यालय वर्ष 1999 में इबादत शैक्षिक ट्रस्ट द्वारा स्थापित किया गया था। यह वर्ष 2002 से उपाधि प्रदान करने लगा। इसके तीन परिसर लाहौर, दो इस्लामाबाद और एक सरगोधा में स्थित है। .

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विश्वविद्यालय

विश्वविद्यालय (युनिवर्सिटी) वह संस्था है जिसमें सभी प्रकार की विद्याओं की उच्च कोटि की शिक्षा दी जाती हो, परीक्षा ली जाती हो तथा लोगों को विद्या संबंधी उपाधियाँ आदि प्रदान की जाती हों। इसके अंतर्गत विश्वविद्यालय के मैदान, भवन, प्रभाग, तथा विद्यार्थियों का संगठन आदि भी सम्मिलित हैं। .

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ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान

ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान (1890 - 20 जनवरी 1988) सीमाप्रांत और बलूचिस्तान के एक महान राजनेता थे जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और अपने कार्य और निष्ठा के कारण "सरहदी गांधी" (सीमान्त गांधी), "बच्चा खाँ" तथा "बादशाह खान" के नाम से पुकारे जाने लगे। वे भारतीय उपमहाद्वीप में अंग्रेज शासन के विरुद्ध अहिंसा के प्रयोग के लिए जाने जाते है। एक समय उनका लक्ष्य संयुक्त, स्वतन्त्र और धर्मनिरपेक्ष भारत था। इसके लिये उन्होने 1920 में खुदाई खिदमतगार नाम के संग्ठन की स्थापना की। यह संगठन "सुर्ख पोश" के नाम से भी जाने जाता है। .

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ख़ैबर पख़्तूनख़्वा

मकरा चोटी ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा (पहले:उत्तर पश्चिम सीमांत प्रान्त) पाकिस्तान का एक प्रान्त या सूबा है। इसे सूबा-ए-सरहद के नाम से भी जाना जाता है जो अफ़ग़ानिस्तान की सीमा पर स्थित है। यहाँ पर पश्तूनों की आबादी अधिक है जिन्हें स्थानीय रूप से पख़्तून भी कहते हैं। इनकी मातृभाषा पश्तो है। इस प्रांत की जनसंख्या करीब 2 करोड़ है जिसमें अफ़ग़ानिस्तान से आए शरणार्थियों की 15 लाख की आबादी सम्मिलित नहीं है। .

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अल जज़ीरा

अल जजीरा (Al Jazeera; अरबी में: الجزيره‎ al-ğazīra IPA), मध्य पूर्व का समाचार-नेटवर्क है। 'अल जजीरा' का अरबी में अर्थ होता है - 'द्वीप'। इस टेलीविजन नेटवर्क का मुख्यालय कतर के दोहा में स्थित है। अल जजीरा का आरम्भ समाचार एवं समसामयिक घटनाओ को दिखाने वाला अरबी भाषा के एक उपग्रह चैनेल के रूप में हुआ था किन्तु अब यह अन्तरजाल एवं 'स्पेसिआलिटी टीवी' सहित कई भाषाओं में प्रसारण करते हुए विभिन्न क्षेत्रों में विकास कर चुका है। गैर-इस्लामी जगत में यह प्राय: अल कायदा के भोंपू (माउथ पीस) के रूप में समझा जाता है। अल जजीरा चैनल के अंग्रेजी संस्करण की शुरूआत 15 नवम्बर 2006 को दुनिया के कई देशों में एक साथ हुई थी। अलजजीरा समाचार चैनल अपने शुरूआत से ही अलकायदा की खबरों को प्रसारित करके विवादों में रहा है। अरबी में अलजजीरा का मतलब होता है द्वीप या समुद्र का टापू.

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