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बस्ती, उत्तर प्रदेश और सैंथवार

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

बस्ती, उत्तर प्रदेश और सैंथवार के बीच अंतर

बस्ती, उत्तर प्रदेश vs. सैंथवार

यह भारत के उत्तर प्रदेश प्रान्त का एक शहर और बस्ती जिला का मुख्यालय है। ऐतिहासिक दृष्टि से भी यह स्थान काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। बस्ती जिला गोण्डा जिले के पूर्व और संत कबीर नगर के पश्चिम में स्थित है। क्षेत्रफल की दृष्टि से भी यह उत्तर प्रदेश का सातवां बड़ा जिला है। प्राचीन समय में बस्ती को 'कौशल' के नाम से जाना जाता था। Created by_Deepak Patel . सैंथवार जाति क्षत्रिय कुलो/वंशो का समूह हैं जो भारत के उत्तर प्रदेश के पूर्वी जनपदों कुशीनगर, गोरखपुर, महराजगंज, मऊ, बस्ती, देवरिया व पूर्वी उत्तरप्रदेश से लगे जिलों में पाया जाता हैं। सैंथवार शब्द मूलतः संथगार से बना हैं, जो एक प्राचीन क्षत्रिय संघ था। ये लोग मूलत: खेतीहर जमींदार वर्ग से संबंधित है। यह सिंह,मल्ल, राय, राव आदि पदनाम का प्रयोग करते हैं। इसी संघ की प्राचीन वंश मल्ल था जो प्राचीन भारत के महाजनपदों में से एक मल्ल महाजनपद था। इस वंश की निवासस्थली कुशीनारा व पावा थी, जो वर्तमान में कुशीनगर व फाजिलनगर के नाम से जाना जाता है। बौद्ध धर्म के प्रवर्तक भगवान बुद्ध का परिनिर्वाण स्थान भी कुशीनगर में स्थित है,जिसे प्राचीन काल में कुशीनारा नाम से संबोधित किया जाता था। यहां पर मल्लों का शासन था। मल्ल जाति के लोग द्वंद्वयुद्ध में निपुण होते थे; इसीलिये द्वंद्वयुद्ध का नाम 'मल्लयुद्ध' और कुश्ती लड़नेवाले का नाम 'मल्ल' पड़ गया है। महाभारत में मल्ल जाति, उनके राजा और उनके देश का उल्लेख हैं। प्राचीन भारतवर्ष के अनेक स्थान जैस मुलतान (मल्लस्थान), मालभूमि आदि में 'मल्ल' शब्द विकृत रूप में मिलता है। त्रिपिटक से कुशीनगर में मल्लों के छोटे राज्य का होना पाया जाता है। मनुस्मृति में मल्लों को लिछिबी (लिच्छाव) आदि के साथ संस्कारच्युत या 'व्रात्य क्षत्री' लिखा है। पर मल्ल आदि क्षत्री जातियाँ बौद्ध मतावलंबी हो गईं थीं। इसका उल्लेख स्थान-स्थान पर त्रिपटक में मिलता है जिससे ब्राह्मणों के अधिकार से उनका निकल जाना और ब्रात्य होना ठीक जान पड़ता है और कदाचित् इललिये स्मृतियों मे वे 'व्रात्य' कह गए है। वैदिक साहित्य के अध्ययन से ज्ञात होता है कि ब्राह्मण और क्षत्रिय वर्ण समाज में सर्वाधिक महत्वशाली थे। वैदिक परंपरा में ब्राह्मण का स्थान क्षत्रिय से उच्चतर है किंतु ब्राह्मण, उपनिषद्, (शतपथ ब्रा. १४,४,१,२३, तैत्तरीय, ३,१,१४) और पाली साहित्य में कुछ ऐसे उल्लेख हैं जिनसे ज्ञात होता है कि अवसरविशेष पर क्षत्रियों ने ब्राह्मणों से श्रेष्ठतर पद प्राप्त करने की चेष्टा की। यह भी सत्य है कि क्षत्रियों में जनक, प्रवाहण जैवलि (बृहदा. उप. ६,११), अश्वपति कैकेय (श. ब्रा.१०,६,१), अजातशत्रु (बृहद. उप. २,१,१) के समान ब्रह्मविद्या के ज्ञाता और उपदेष्टा थे। गार्वे (डायसन कृत फ़िलासफ़ी ऑव उपनिषद्, पृ. १७), ग्रियर्सन (एंसाइक्लोपीडिया ऑव रिलीजन ऐंड एथिक्स में भक्ति पर निबंध), रा.

बस्ती, उत्तर प्रदेश और सैंथवार के बीच समानता

बस्ती, उत्तर प्रदेश और सैंथवार आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): बस्ती, उत्तर प्रदेश

बस्ती, उत्तर प्रदेश

यह भारत के उत्तर प्रदेश प्रान्त का एक शहर और बस्ती जिला का मुख्यालय है। ऐतिहासिक दृष्टि से भी यह स्थान काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। बस्ती जिला गोण्डा जिले के पूर्व और संत कबीर नगर के पश्चिम में स्थित है। क्षेत्रफल की दृष्टि से भी यह उत्तर प्रदेश का सातवां बड़ा जिला है। प्राचीन समय में बस्ती को 'कौशल' के नाम से जाना जाता था। Created by_Deepak Patel .

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सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

बस्ती, उत्तर प्रदेश और सैंथवार के बीच तुलना

बस्ती, उत्तर प्रदेश 32 संबंध है और सैंथवार 29 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 1.64% है = 1 / (32 + 29)।

संदर्भ

यह लेख बस्ती, उत्तर प्रदेश और सैंथवार के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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