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प्रादेशिक भूगोल और भूगोल का इतिहास

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

प्रादेशिक भूगोल और भूगोल का इतिहास के बीच अंतर

प्रादेशिक भूगोल vs. भूगोल का इतिहास

प्रादेशिक भूगोल मानव भूगोल की एक प्रमुख शाखा है। इसके अन्तर्गत भौतिक एवं मानवीय समानताओं के आधार पर सम्पूर्ण धरातल का वर्गीकरण करके उनका अध्ययन किया जाता है। 'प्रदेश' से आशय एक ऐसे क्षेत्र से है जो किसी न किसी आधार पर अपने समीपवर्ती क्षेत्रों से अलग हो और विभेदित किया जा सके। प्रादेशिक भूगोल पृथ्वी को या इसके किसी हिस्से को किसी आधार पर प्रदेशों में विभाजित करने और उनका वर्णन करने वाला विज्ञान है। भूगोल के अंतर्गत प्रदेशवादी या प्रादेशिक चिंतनफलक का प्रभुत्व १९३० ई॰ से १९५० ई॰ तक रहा। रिचर्ड हार्टशोर्न इसके प्रमुख समर्थक थे और उनकी पुस्तक 'द नेचर ऑफ ज्याग्रफी' इस प्रदेशवादी चिंतन की अभूतपूर्व कृति है। शेफर नामक भूगोलवेत्ता ने जब इस विचारधारा की आलोचना इसे भूगोल में एक्सेप्शनलिज्म कह कर की और भूगोल को सिद्धांत या थिअरी खोजने वाला विज्ञान बनाने की वकालत की तबसे इस विचारधारा का प्रभाव कम हो गया। श्रेणी:मानव भूगोल श्रेणी:भौगोलिक चिन्तन. भूगोल का इतिहास इस भूगोल नामक ज्ञान की शाखा में समय के साथ आये बदलावों का लेखा जोखा है। समय के सापेक्ष जो बदलाव भूगोल की विषय वस्तु, इसकी अध्ययन विधियों और इसकी विचारधारात्मक प्रकृति में हुए हैं उनका अध्ययन भूगोल का इतिहास करता है। भूगोल प्राचीन काल से उपयोगी विषय रहा है और आज भी यह अत्यन्त उपयोगी है। भारत, चीन और प्राचीन यूनानी-रोमन सभ्यताओं ने प्राचीन काल से ही दूसरी जगहों के वर्णन और अध्ययन में रूचि ली। मध्य युग में अरबों और ईरानी लोगों ने यात्रा विवरणों और वर्णनों से इसे समृद्ध किया। आधुनिक युग के प्रारंभ के साथ ही भौगोलिक खोजों का युग आया जिसमें पृथ्वी के ज्ञात भागों और उनके निवासियों के विषय में ज्ञान में अभूतपूर्व वृद्धि हुई। भूगोल की विचारधारा या चिंतन में भी समय के साथ बदलाव हुए जिनका अध्ययन भूगोल के इतिहास में किया जाता है। उन्नीसवीं सदी में पर्यावरणीय निश्चयवाद, संभववाद और प्रदेशवाद से होते हुए बीसवीं सदी में मात्रात्मक क्रांति और व्यावहारिक भूगोल से होते हुए वर्तमान समय में भूगोल की चिंतनधारा आलोचनात्मक भूगोल तक पहुँच चुकी है। भूगोल शब्द संस्कृत के भू और गोल शब्दों से मिल कर बना है जिसका अर्थ है गोलाकार पृथ्वी। प्राचीन समय में जब भूकेंद्रित ब्रह्माण्ड (geocentric universe) की संकल्पना प्रचलित थी तब पृथ्वी और आकाश को दो गोलों के रूप में कल्पित किया गया था भूगोल और खगोल। खगोल जो आकाश का प्रतिनिधित्व करता था, बड़ा गोला था और इसके केन्द्र में पृथ्वी रुपी छोटा गोला भूगोल अवस्थित माना गया। इन दोनों के वर्णनों और प्रेक्षणों के लिये संबंधित विषय बाद में भूगोल और खगोलशास्त्र (ज्योतिष) कहलाये। भूगोल के लिये अंग्रेजी शब्द ज्याग्रफी यूनानी भाषा के γεωγραφία – geographia से बना है जो स्वयं geo (पृथ्वी) और graphia (वर्णन, चित्रण, निरूपण) से मिलकर बना है। इस शब्द 'geographia' का सर्वप्रथम प्रयोग इरैटोस्थनीज (276–194 ई॰ पू॰) ने किया था। .

प्रादेशिक भूगोल और भूगोल का इतिहास के बीच समानता

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संदर्भ

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