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प्रतिप्रोटोन और म्यूऑन

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

प्रतिप्रोटोन और म्यूऑन के बीच अंतर

प्रतिप्रोटोन vs. म्यूऑन

प्रतिप्रोटोन, प्रोटॉन का प्रतिकण है। जिसे कभी-कभी (उच्चारण पी-बार) प्रोटॉन के प्रतिकण के रूप में जाना जाता है। प्रतिप्रोटोन स्थयी कण है लेकिन आम तौर पर किसी प्रोटॉन के साथ इसका विलोपन हो जाता है और निर्गत रूप में ऊर्जा प्राप्त होती है। . म्यूऑन एक मूलभूत कण है। इसका प्रतीक चिह्न &muon; है। इसका आवेश इकाई (e) होता है अर्थात इलेक्ट्रॉन के समान होता है। विद्युतणु की भाँति यह कण भी लेप्टॉनों की श्रेणी में आता है। इसका द्रव्यमान 105.7 Mev/c2 है। इसका प्रचक्रण 1/2 होता है। आवेश के कारण यह दो फ्लेवर के साथ पाया जाता है जो एक दूसरे के प्रतिकण होते हैं अर्थात म्यूऑन एवं प्रतिम्यूऑन। म्यूऑन लेप्टॉन श्रेणी में आता है अतः यह दुर्बल अन्योन्य क्रिया में भाग लेता है। चूँकि यह एक आवेशित कण है अतः विद्युत चुम्बकीय अन्योन्य क्रियाओं में भी भाग लेता है। .

प्रतिप्रोटोन और म्यूऑन के बीच समानता

प्रतिप्रोटोन और म्यूऑन आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): दुर्बल अन्योन्य क्रिया, प्रति-कण

दुर्बल अन्योन्य क्रिया

दुर्बल अन्योन्य क्रिया (अक्सर दुर्बल बल व दुर्बल नाभिकीय बल के नाम से भी जाना जाता है) प्रकृति की चार मूलभूत अन्योन्य क्रियाओं में से एक है, अन्य चार अन्योन्य क्रियाएं गुरुत्वाकर्षण, विद्युत चुम्बकीय अन्योन्य क्रिया और प्रबल अन्योन्य क्रिया हैं। यह अन्योन्य क्रिया, उप-परमाणविक कणों के रेडियोधर्मी क्षय और नाभिकीय संलयन के लिए उत्तरदायी है। सभी ज्ञात फर्मिऑन (वे कण जिनका स्पिन अर्द्ध-पूर्ण संख्या होती है) यह अन्योन्य क्रिया करते हैं। कण भौतिकी मेंमानक प्रतिमान के अनुसार दुर्बल अन्योन्य क्रिया Z अथवा W बोसॉन के विनिमय (उत्सर्जन अथवा अवशोषण) से होती है और अन्य तीन बलों की भांती यह भी अस्पृशी बल माना जाता है। बीटा क्षय रेडियोधर्मिता का एक उदाहरण इस क्रिया का सबसे ज्ञात उदाहरण है। W व Z बोसॉनों का द्रव्यमान प्रोटोन व न्यूट्रोन की तुलना में बहुत अधीक होता है और यह भारीपन ही दुर्बल बल की परास कम होने का मुख्य कारण है। इसे दुर्बल बल कहने का कारण इस बल का अन्य दो बलों विद्युत चुम्बकीय व प्रबल की तुलना में इसका मान का परिमाण की कोटि कई गुणा कम होना है। अधिकतर कण समय के साथ दुर्बल बल के अधीन क्षय होते हैं। क्वार्क फ्लेवर परिवर्तन भी केवल इस बल के अधीन ही होता है। .

दुर्बल अन्योन्य क्रिया और प्रतिप्रोटोन · दुर्बल अन्योन्य क्रिया और म्यूऑन · और देखें »

प्रति-कण

कण (बायें) और प्रति-कण (दायें) के आकार और विद्युत आवेश का चित्रण। ऊपर से नीचे इलेक्ट्रॉन/पोजीट्रॉन,प्रोटॉन/प्रतिप्रोटोन, न्यूट्रॉन/प्रतिन्यूट्रॉन. किसी भी कण से संबद्ध प्रतिकण भी होता है जिसका द्रव्यमान अभिन्न होता है लेकिन विद्युत आवेश विपरीत होता है। उदाहरण के लिये इलेक्ट्रॉन का प्रति-कण प्रति-इलेक्ट्रॉन एक धनावेशित कण जिसे पोजीट्रॉन कहते हैं, सामान्यतः इसे रेडियोधर्मी पदार्थों के क्षय से बनाया जाता है। प्रकृति के नियम कणों और प्रतिकणो के लिये लगभग सममितीय होते हैं। उदाहरण के लिये एक प्रतिप्रोटोन और पोजीट्रॉन से प्रति-हाइड्रोजन परमाणु का निर्माण होता है, जिसके गुणधर्म भी हाइड्रोजन परमाणु के समान ही हैं। .

प्रति-कण और प्रतिप्रोटोन · प्रति-कण और म्यूऑन · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

प्रतिप्रोटोन और म्यूऑन के बीच तुलना

प्रतिप्रोटोन 12 संबंध है और म्यूऑन 3 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 13.33% है = 2 / (12 + 3)।

संदर्भ

यह लेख प्रतिप्रोटोन और म्यूऑन के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: