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पायोनियर कार्यक्रम और वॉयेजर प्रथम

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

पायोनियर कार्यक्रम और वॉयेजर प्रथम के बीच अंतर

पायोनियर कार्यक्रम vs. वॉयेजर प्रथम

१९७१ में निर्मित होता हुआ पायोनियर १० यान पायोनियर कार्यक्रम संयुक्त राज्य अमेरिका के अंतरिक्ष शोध यानों की शृंखला थी जिसने हमारे सौर मंडल के कुछ ग्रहों पर अनुसन्धान किया। वैसे तो इस कार्यक्रम में बहुत से यान और रॉकेट शामिल थे लेकिन इनमें से पायोनियर १० और पायोनियर ११ यान सबसे प्रसिद्ध हैं जिन्होंने मानव इतिहास में सबसे पहले बृहस्पति ग्रह और शनि ग्रह के पास से गुज़रकर उन ग्रहों की तस्वीरें वापस पृथ्वी भेजीं।, Joseph A. Angelo, Infobase Publishing, 2007, ISBN 978-0-8160-5773-3 . वोयेजर प्रथम अंतरिक्ष यान एक ७२२ कि.ग्रा का रोबोटिक अंतरिक्ष प्रोब था। इसे ५ सितंबर, १९७७ को लॉन्च किया गया था। वायेजर १ अंतरिक्ष शोध यान एक ८१५ कि.ग्रा वजन का मानव रहित यान है जिसे हमारे सौर मंडल और उसके बाहर की खोज के लिये प्रक्षेपित किया गया था। यह अभी भी (मार्च २००७) कार्य कर रहा है। यह नासा का सबसे लम्बा अभियान है। इस यान ने गुरू और शनि ग्रहों की यात्रा की है और यह यान इन महाकाय ग्रहों के चन्द्रमा की तस्वीरें भेजने वाला पहला शोध यान है। वायेजर १ मानव निर्मित सबसे दूरी पर स्थित वस्तु है और यह पृथ्वी और सूर्य दोनों से दूर अनंत अंतरिक्ष में अभी भी गतिशील है। न्यू हॉराइज़ंस शोध यान जो इसके बाद छोड़ा गया था, वायेजर १ की तुलना में कम गति से चल रहा है इसलिये वह कभी भी वायेजर १ को पीछे नहीं छोड़ पायेगा। .

पायोनियर कार्यक्रम और वॉयेजर प्रथम के बीच समानता

पायोनियर कार्यक्रम और वॉयेजर प्रथम आम में 4 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): पायोनियर १०, पायोनियर ११, बृहस्पति, शनि

पायोनियर १०

१९७३ में बृहस्पति ग्रह के पास से गुज़रते हुए पायोनियर १० का काल्पनिक चित्रण पायोनियर १० एक २५८ किलोग्राम का अमेरिकी अंतरिक्ष यान है। इसे २ मार्च १९७२ को अमेरिकी अंतरिक्ष अनुसन्धान संस्था नासा ने एक ऐटलस-सेंटौर रॉकेट के ज़रिये अंतरिक्ष में छोड़ा। १५ जुलाई १९७२ से १५ फ़रवरी १९७३ के काल में यह हमारे सौर मंडल के क्षुद्रग्रह घेरे (ऐस्टरौएड बॅल्ट) को पार करने वाला पहला मानव-कृत यान बना। ६ नवम्बर १९७३ को इसने बृहस्पति ग्रह की तस्वीरें लेना शुर किया और ४ दिसम्बर १९७३ को बृहस्पति से केवल १,३२,२५२ किमी की दूरी पर पहुँचकर फिर उस से आगे निकल गया। चलते-चलते यह हमारे सौर मंडल के बाहरी क्षेत्रों में जा पहुँचा है। कम ऊर्जा के कारण २३ जनवरी २००३ के बाद इस यान का पृथ्वी से संपर्क टूट गया। उस समय यह पृथ्वी से १२ अरब किमी (८० खगोलीय ईकाईयों) की दूरी पर था।, Joseph A. Angelo, Infobase Publishing, 2007, ISBN 978-0-8160-5773-3,...

पायोनियर कार्यक्रम और पायोनियर १० · पायोनियर १० और वॉयेजर प्रथम · और देखें »

पायोनियर ११

शनि ग्रह के पास से गुज़रते हुए पायोनियर ११ का काल्पनिक चित्रण पायोनियर ११ एक २५९ किलोग्राम का अमेरिकी अंतरिक्ष यान है। इसे ६ अप्रैल १९७३ को अमेरिकी अंतरिक्ष अनुसन्धान संस्था नासा ने एक रॉकेट के ज़रिये अंतरिक्ष में छोड़ा। हमारे सौर मंडल के क्षुद्रग्रह घेरे (ऐस्टरौएड बॅल्ट) और बृहस्पति ग्रह से गुजरने वाला यह दूसरा मानव-कृत यान था। २ दिसम्बर १९७४ में यह बृहस्पति से केवल ४३,००० किमी की दूरी से निकला। १९७९ में यह पहला यान बना जिसने शनि ग्रह के समीप जाकर उसपर अनुसन्धान किया और उसकी तस्वीरें वापस पृथ्वी भेजीं। चलते-चलते यह हमारे सौर मंडल के बाहरी क्षेत्रों में जा पहुँचा है। कम ऊर्जा के कारण ३० नवम्बर १९९५ के बाद इस यान का पृथ्वी से संपर्क टूट गया।, Joseph A. Angelo, Infobase Publishing, 2007, ISBN 978-0-8160-5773-3,...

पायोनियर कार्यक्रम और पायोनियर ११ · पायोनियर ११ और वॉयेजर प्रथम · और देखें »

बृहस्पति

कोई विवरण नहीं।

पायोनियर कार्यक्रम और बृहस्पति · बृहस्पति और वॉयेजर प्रथम · और देखें »

शनि

कोई विवरण नहीं।

पायोनियर कार्यक्रम और शनि · वॉयेजर प्रथम और शनि · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

पायोनियर कार्यक्रम और वॉयेजर प्रथम के बीच तुलना

पायोनियर कार्यक्रम 7 संबंध है और वॉयेजर प्रथम 25 है। वे आम 4 में है, समानता सूचकांक 12.50% है = 4 / (7 + 25)।

संदर्भ

यह लेख पायोनियर कार्यक्रम और वॉयेजर प्रथम के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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