लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

पंचम और राग हंसध्वनि

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

पंचम और राग हंसध्वनि के बीच अंतर

पंचम vs. राग हंसध्वनि

भारतीय शास्त्रीय संगीत के सात स्वरों में से पाँचवाँ स्वर। श्रेणी:भारतीय संगीत के स्वर. राग हंसध्वनि कनार्टक पद्धति का राग है परन्तु आजकल इसका उत्तर भारत मे भी काफी प्रचार है। इसके थाट के विषय में दो मत हैं कुछ विद्वान इसे बिलावल थाट तो कुछ कल्याण थाट जन्य भी मानते हैं। इस राग में मध्यम तथा धैवत स्वर वर्जित हैं अत: इसकी जाति औडव-औडव मानी जाती है। सभी शुद्ध स्वरों के प्रयोग के साथ ही पंचम रिषभ,रिषभ निषाद एवम षडज पंचम की स्वर संगतियाँ बार बार प्रयुक्त होती हैं। इसके निकट के रागो में राग शंकरा का नाम लिया जाता है। गायन समय रात्रि का द्वितीय प्रहर है। .

पंचम और राग हंसध्वनि के बीच समानता

पंचम और राग हंसध्वनि आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): शास्त्रीय संगीत

शास्त्रीय संगीत

भारतीय शास्त्रीय संगीत या मार्ग, भारतीय संगीत का अभिन्न अंग है। शास्त्रीय संगीत को ही ‘क्लासिकल म्जूजिक’ भी कहते हैं। शास्त्रीय गायन ध्वनि-प्रधान होता है, शब्द-प्रधान नहीं। इसमें महत्व ध्वनि का होता है (उसके चढ़ाव-उतार का, शब्द और अर्थ का नहीं)। इसको जहाँ शास्त्रीय संगीत-ध्वनि विषयक साधना के अभ्यस्त कान ही समझ सकते हैं, अनभ्यस्त कान भी शब्दों का अर्थ जानने मात्र से देशी गानों या लोकगीत का सुख ले सकते हैं। इससे अनेक लोग स्वाभाविक ही ऊब भी जाते हैं पर इसके ऊबने का कारण उस संगीतज्ञ की कमजोरी नहीं, लोगों में जानकारी की कमी है। .

पंचम और शास्त्रीय संगीत · राग हंसध्वनि और शास्त्रीय संगीत · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

पंचम और राग हंसध्वनि के बीच तुलना

पंचम 1 संबंध नहीं है और राग हंसध्वनि 7 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 12.50% है = 1 / (1 + 7)।

संदर्भ

यह लेख पंचम और राग हंसध्वनि के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »