नोदक (वायुयान) और राइट बंधु
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
नोदक (वायुयान) और राइट बंधु के बीच अंतर
नोदक (वायुयान) vs. राइट बंधु
एटीआर७२ वायुयान के घूमता हुआ नोदक वायुयान के नोदक (aircraft propellors), जिन्हें एयरस्क्रू (airscrew, अर्थ: हवाई पेच) भी कहते हैं, हवाई जहाज़ों पर लगे ऐसे पंखेनुमा यंत्र होते हैं जिनसे विमानों के इंजनों द्वारा उत्पन्न घूर्णन (रोटेशन) का प्रयोग हवा को पीछे की ओर फेंककर विमान को आगे की तरफ़ धकेलने के लिए किया जाता है। बीते दिनों में हवाई नोदकों को लकड़ी से बनाया जाता था और बाद में इन्हें धातु से बनाया जाने लगा। आधुनिक युग में यह मिश्रित पदार्थों से बनते हैं। नोदकों के पंखों का रुझाव (pitch) एक महत्वपूर्ण पहलु होता है और हवा उसी के अनुसार विमान को आगे की तरफ़ धकेलती है। अच्छे नोदकों के पंखे मुड़े हुए होते हैं, क्योंकि सर्वाधिक धक्का प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक है कि हवा-बहाव की दिशा के साथ उनका कोण (ऐंगल) नोदक के केंद्र में अलग और पंखों के अंत में अलग हो। वैज्ञानिक अध्ययन की दृष्टि से नोदकों के ऊपर से होते वायु प्रवाह और विमान के पंख के ऊपर से होते प्रवाह में बहुत सामानताएँ हैं।, Scott A. Ostrow, pp. राइट बंधु (अंग्रेजी: Wright brothers), ऑरविल (अंग्रेजी: Orville, १९ अगस्त, १८७१ – ३० जनवरी १९४८) और विलबर (अंग्रेजी: Wilbur, १६ अप्रैल, १८६७ – ३० मई, १९१२), दो अमरीकन बंधु थे जिन्हें हवाई जहाज का आविष्कारक माना जाता है। बीबीसी न्यूज़, मार्च १९, १९९९। अभिगमन तिथि: १७ जुलाई २००९ इन्होंने १७ दिसंबर १९०३ को संसार की सबसे पहली सफल मानवीय हवाई उड़ान भरी जिसमें हवा से भारी विमान को नियंत्रित रूप से निर्धारित समय तक संचालित किया गया। इसके बाद के दो वर्षों में अनेक प्रयोगों के बाद इन्होंने विश्व का प्रथम उपयोगी दृढ़-पक्षी विमान तैयार किया। ये प्रायोगिक विमान बनाने और उड़ाने वाले पहले आविष्कारक तो नहीं थे, लेकिन इन्होंने हवाई जहाज को नियंत्रित करने की जो विधियाँ खोजीं, उनके बिना आज का वायुयान संभव नहीं था। इस आविष्कार के लिए आवश्यक यांत्रिक कौशल इन्हें कई वर्षों तक प्रिंटिंग प्रेस, बाइसिकल, मोटर और अन्य कई मशीनों के साथ काम करते करते मिला। बाइसिकल के साथ काम करते करते इन्हें विश्वास हो गया कि वायुयान जैसे असंतुलित वाहन को भी अभ्यास के साथ संतुलित और नियंत्रित किया जा सकता है। १९०० से १९०३ तक इन्होंने ग्लाइडरों पर बहुत प्रयोग किये जिससे इनका पायलट कौशल विकसित हुआ। इनके बाइसिकल की दुकान के कर्मचारी चार्ली टेलर ने भी इनके साथ बहुत काम किया और इनके पहले यान का इंजन बनाया। जहाँ अन्य आविष्कारक इंजन की शक्ति बढ़ाने पर लगे रहे, वहीं राइट बंधुओं ने आरंभ से ही नियंत्रण का सूत्र खोजने पर अपना ध्यान लगाया। इन्होंने वायु-सुरंग में बहुत से प्रयोग किए और सावधानी से जानकारी एकत्रित की, जिसका प्रयोग कर इन्होंने पहले से कहीं अधिक प्रभावशाली पंख और प्रोपेलर खोजे। इनके पेटेंट (अमरीकन पेटेंट सं. ८२१, ३९३) में दावा किया गया है कि इन्होंने वायुगतिकीय नियंत्रण की नई प्रणाली विकसित की है जो विमान की सतहों में बदलाव करती है। अनेक अन्य आविष्कारकों ने भी हवाई जहाज के आविष्कार का दावा किया है, लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं कि राइट बंधुओं की सबसे बड़ी उपलब्धि थी तीन-ध्रुवीय नियंत्रण का आविष्कार, जिसकी सहायता से ही पायलट विमान को संतुलित रख सकता है और दिशा-परिवर्तन कर सकता है। नियंत्रण का यह तरीका सभी विमानों के लिये मानक बन गया और आज भी सब तरह के दृढ़-पक्षी विमानों के लिए यही तरीका उपयुक्त होता है। .
नोदक (वायुयान) और राइट बंधु के बीच समानता
नोदक (वायुयान) और राइट बंधु आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): नोदक।
वायुयान का नोदक नोदक या प्रोपेलर (propeller) ऐसे यंत्र या मशीन को कहते हैं जो किसी वाहन पर लगा हो और उसे आगे धकेलने का काम करे। नोदकों के घूर्णन (रोटेशन) के द्वारा वायु या जल को पीछे फेंकने में मदद मिलती है जिससे यान पर आगे की ओर बल लगता है। समुद्री जहाज़ों और वायुयानों पर लगे पंखेनुमा नोदक जल या हवा को पीछे फेंककर यान को आगे की तरफ धकेलते हैं। नोदक शब्द से निम्नलिखित का तात्पर्य निकल सकता है.
नोदक और नोदक (वायुयान) · नोदक और राइट बंधु · और देखें »
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या नोदक (वायुयान) और राइट बंधु लगती में
- यह आम नोदक (वायुयान) और राइट बंधु में है क्या
- नोदक (वायुयान) और राइट बंधु के बीच समानता
नोदक (वायुयान) और राइट बंधु के बीच तुलना
नोदक (वायुयान) 4 संबंध है और राइट बंधु 20 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 4.17% है = 1 / (4 + 20)।
संदर्भ
यह लेख नोदक (वायुयान) और राइट बंधु के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: