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नुसरत फतह अली खान और १९४८

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

नुसरत फतह अली खान और १९४८ के बीच अंतर

नुसरत फतह अली खान vs. १९४८

नुसरत फतह अली खान सूफी शैली के प्रसिद्ध कव्वाल थे। इनके गायन ने कव्वाली को पाकिस्तान से आगे बढ़कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।कव्वालों के घराने में 13 अक्टूबर 1948 को पंजाब के फैसलाबाद में जन्मे नुसरत फतह अली को उनके पिता उस्ताद फतह अली खां साहब जो स्वयं बहुत मशहूर और मार्रुफ़ कव्वाल थे, ने अपने बेटे को इस क्षेत्र में आने से रोका था और खानदान की 600 सालों से चली आ रही परम्परा को तोड़ना चाहा था पर खुदा को कुछ और ही मंजूर था, लगता था जैसे खुदा ने इस खानदान पर 600 सालों की मेहरबानियों का सिला दिया हो, पिता को मानना पड़ा कि नुसरत की आवाज़ उस परवरदिगार का दिया तोहफा ही है और वो फिर नुसरत को रोक नहीं पाए और आज इतिहास हमारे सामने है। . 1948 ग्रेगोरी कैलंडर का एक अधिवर्ष है। .

नुसरत फतह अली खान और १९४८ के बीच समानता

नुसरत फतह अली खान और १९४८ आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): क़व्वाली, १३ अक्टूबर

क़व्वाली

क़व्वाली (उर्दू: قوٌالی) भारतीय उपमहाद्वीप में सूफ़ीवाद और सूफ़ी परंपरा के अंतर्गत भक्ति संगीत की एक धारा के रूप में उभर कर आई। इसका इतिहास 700 साल से भी ज्यादा पुराना है। वर्तमान में यह भारत, पाकिस्तान एवं बांग्लादेश सहित बहुत से अन्य देशों में संगीत की एक लोकप्रिय विधा है। क़व्वाली का अंतर्राष्ट्रीय स्वरुप नुसरत फतेह अली खान और के गायन से सामने आया। .

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१३ अक्टूबर

१३ अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २८६वॉ (लीप वर्ष मे २८७ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ७९ दिन बाकी है। .

नुसरत फतह अली खान और १३ अक्टूबर · १३ अक्टूबर और १९४८ · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

नुसरत फतह अली खान और १९४८ के बीच तुलना

नुसरत फतह अली खान 13 संबंध है और १९४८ 36 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 4.08% है = 2 / (13 + 36)।

संदर्भ

यह लेख नुसरत फतह अली खान और १९४८ के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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