तर्क के रूप में निषेध (Negation) जिसे पूरक भी कहा जाता है एक संक्रिया है जो कथन को इसके विपरित अर्थ वाला बना देता है अर्थात मूल कथन p है तो निषेध p का अर्थ कथन p का नहीं होना होता है, अर्थात जब p सत्य है तब निषेध p असत्य होगा और जब कथन p असत्य है तब निषेध p सत्य होगा। अतः निषेध एकधारी (एकल-तर्क) तर्क संयोजक है। श्रेणी:व्याकरण श्रेणी:शब्दार्थविज्ञान श्रेणी:तर्क संयोजक.
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