ध्वनि का वेग और १९४७
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
ध्वनि का वेग और १९४७ के बीच अंतर
ध्वनि का वेग vs. १९४७
वायु में ध्वनि का संचरण वायु के कणों के कम्पन के कारण उत्पन्न हुए संपीडन और विरलन के रूप में होता है। अनुप्रस्थ तरंग की गति: केवल ठोस माध्यम में ही अनुप्रस्थ तरंगे बनतीं हैं। इसमें माध्यम के कणों का कम्पन तरंग की गति की दिशा के लम्बवत होता है। किसी माध्यम (जैसे हवा, जल, लोहा) में ध्वनि १ सेकेण्ड में जितनी दूरी तय करती है उसे उस माध्यम में ध्वनि का वेग कहते हैं। शुष्क वायु में 20 °C (68 °F) पर ध्वनि का वेग 343.59 मीटर प्रति सेकेण्ड है। ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है। इसके संचरण के लिये माध्यम की आवश्यकता होती है। निर्वात में ध्वनि का संचरण नहीं होता। वायु में ध्वनि का संचरण एक अनुदैर्घ्य तरंग (लांगीट्युडनल वेव) के रूप में होता है। अलग-अलग माध्यमों में ध्वनि का वेग अलग-अलग होता है। . 1947 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
ध्वनि का वेग और १९४७ के बीच समानता
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ध्वनि का वेग और १९४७ के बीच तुलना
ध्वनि का वेग 14 संबंध है और १९४७ 54 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (14 + 54)।
संदर्भ
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