द्वंद्वात्मक तर्कपद्धति और स्यादवाद
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
द्वंद्वात्मक तर्कपद्धति और स्यादवाद के बीच अंतर
द्वंद्वात्मक तर्कपद्धति vs. स्यादवाद
द्वंद्वात्मक तर्कपद्धति (Dialectic या dialectics या dialectical method) असहमति को दूर करने के लिए प्रयुक्त तर्क करने की एक विधि है जो प्राचीनकाल से ही भारतीय और यूरोपीय दर्शन के केन्द्र में रही है। इसका विकास यूनान में हुआ तथा प्लेटो ने इसे प्रसिद्धि दिलायी। द्वन्दात्मक तर्कपद्धति दो या दो से अधिक लोगों के बीच चर्चा करने की विधि है जो किसी विषय पर अलग-अलग राय रखते हैं किन्तु तर्कपूर्ण चर्चा की सहायता से सत्य तक पहुँचने के इच्छुक हैं। . स्यादवाद जैन दर्शन के अंतर्गत किसी वस्तु के गुण को समझने, समझाने और अभिव्यक्त करने का सापेक्षिक सिद्धांत है। .
द्वंद्वात्मक तर्कपद्धति और स्यादवाद के बीच समानता
द्वंद्वात्मक तर्कपद्धति और स्यादवाद आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या द्वंद्वात्मक तर्कपद्धति और स्यादवाद लगती में
- यह आम द्वंद्वात्मक तर्कपद्धति और स्यादवाद में है क्या
- द्वंद्वात्मक तर्कपद्धति और स्यादवाद के बीच समानता
द्वंद्वात्मक तर्कपद्धति और स्यादवाद के बीच तुलना
द्वंद्वात्मक तर्कपद्धति 14 संबंध है और स्यादवाद 3 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (14 + 3)।
संदर्भ
यह लेख द्वंद्वात्मक तर्कपद्धति और स्यादवाद के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: