द्रव्यमान-ऊर्जा समतुल्यता और प्रकाश
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
द्रव्यमान-ऊर्जा समतुल्यता और प्रकाश के बीच अंतर
द्रव्यमान-ऊर्जा समतुल्यता vs. प्रकाश
भौतिकी में, द्रव्यमान-ऊर्जा समतुल्यता (mass–energy equivalence) के सिद्धान्त के अनुसार यदि किसी वस्तु में कुछ द्रव्यमान है तो उसमें उसके तुल्य एक ऊर्जा होती है और यदि उसमें कुछ ऊर्जा है तो उसके तुल्य एक द्रव्यमान होता है। द्रव्यमान और ऊर्जा, अलबर्ट आइंस्टीण के निम्नलिखित सूत्र से एक दूसरे से सम्बन्धित हैं- E. सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित एक मेघ प्रकाश एक विद्युतचुम्बकीय विकिरण है, जिसकी तरंगदैर्ध्य दृश्य सीमा के भीतर होती है। तकनीकी या वैज्ञानिक संदर्भ में किसी भी तरंगदैर्घ्य के विकिरण को प्रकाश कहते हैं। प्रकाश का मूल कण फ़ोटान होता है। प्रकाश की तीन प्रमुख विमायें निम्नवत है।.
द्रव्यमान-ऊर्जा समतुल्यता और प्रकाश के बीच समानता
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द्रव्यमान-ऊर्जा समतुल्यता और प्रकाश के बीच तुलना
द्रव्यमान-ऊर्जा समतुल्यता 3 संबंध है और प्रकाश 5 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (3 + 5)।
संदर्भ
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