दो झिरी प्रयोग और ध्वनिकी
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
दो झिरी प्रयोग और ध्वनिकी के बीच अंतर
दो झिरी प्रयोग vs. ध्वनिकी
फोटॉन या पदार्थ के कण (जैसे इलेक्ट्रॉन) जब किसी स्लिट से गुजरते हैं तो तरंग-पैटर्न उत्पन्न करते हैं एक समतल तरंग से उत्पन्न दो विवर्तन प्रतिरूप (diffraction patterns) आधुनिक दो-झिरी प्रयोग या द्वि-रेखाछिद्र प्रयोग (double-slit experiment) द्वारा यह प्रदर्शित किया जाता है कि प्रकाश एवं पदार्थ, तरंग एवं कण दोनों के गुण प्रदर्शित करते हैं। इसके अलावा इस प्रयोग से क्वाण्टम यान्त्रिक परिघटना (quantum mechanical phenomena) की प्रायिक प्रकृति (probabilistic nature) भी दिखती है। दो-झिरी वाला एक सरल प्रयोग १८०१ में मूल रूप से थॉमस यंग ने किया था। श्रेणी:भौतिकी के प्रयोग. सिरिया में बसरा स्थित रोमकालीन नाट्यशाला: ध्वनिकी के सिद्धान्तों का प्राचीन काल से ही उपयोग होता आ रहा है। ध्वनिकी (Acoustics) भौतिकी की वह शाखा है जिसके अन्तर्गत ध्वनि तरंगो, अपश्रव्य तरंगों एवं पराश्रव्य तरंगों सहित ठोस, द्रव एवं गैसों में संचारित होने वाली सभी प्रकार की यांत्रिक तरंगों का अध्ययन किया जाता है। ध्वनि की उत्पत्ति द्रव्यपिंडों के दोलन द्वारा होती है। इस दोलन से वायु की दाब एवं घनत्व में प्रत्यावर्ती (alternating) परिर्वतन होने लगते हैं, जो अपने स्रोत से एक विशेष वेग के साथ आगे बढ़ते हैं। इनको ही ध्वनि की तरंग कहा जाता है। जब ये तरंगें कान के परदे से टकराती हैं, तब ध्वनि-संवेदन होता है। इन तरंगों की विशेषता यह है कि इनमें परावर्तन, अपवर्तन (refraction) तथा विवर्तन (diffraction) हो सकता है। प्रति सेकंड दोलन संख्या को आवृति (frequency) कहते हैं। मनुष्य का कान एक सीमित परास की आवृतियों को ही सुन सकता है, किंतु आजकल ऐसी तरंगें भी उत्पन्न की जा सकती है जिसका कान के परदे पर कोई असर नहीं होता। कान की सीमा से अधिक परास की आवृतियों की ध्वनि को पराश्रव्य तरंगें कहते हैं। बहुत से जानवर, जैसे चमगादड़, पराश्रव्य ध्वनि सुन सकते हैं। आधुनिक समय में श्रव्य तथा पराश्रव्य दोनों प्रकार की ध्वनियों की आवृतियों को एक बड़ी सीमा के भीतर उत्पन्न किया, पहचाना और मापा जा सकता है। .
दो झिरी प्रयोग और ध्वनिकी के बीच समानता
दो झिरी प्रयोग और ध्वनिकी आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): तरंग।
---- तरंग (Wave) का अर्थ होता है - 'लहर'। भौतिकी में तरंग का अभिप्राय अधिक व्यापक होता है जहां यह कई प्रकार के कंपन या दोलन को व्यक्त करता है। इसके अन्तर्गत यांत्रिक, विद्युतचुम्बकीय, ऊष्मीय इत्यादि कई प्रकार की तरंग-गति का अध्ययन किया जाता है। .
तरंग और दो झिरी प्रयोग · तरंग और ध्वनिकी · और देखें »
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या दो झिरी प्रयोग और ध्वनिकी लगती में
- यह आम दो झिरी प्रयोग और ध्वनिकी में है क्या
- दो झिरी प्रयोग और ध्वनिकी के बीच समानता
दो झिरी प्रयोग और ध्वनिकी के बीच तुलना
दो झिरी प्रयोग 4 संबंध है और ध्वनिकी 15 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 5.26% है = 1 / (4 + 15)।
संदर्भ
यह लेख दो झिरी प्रयोग और ध्वनिकी के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: