तृतीय बौद्ध संगीति और धम्मपद
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तृतीय बौद्ध संगीति और धम्मपद के बीच अंतर
तृतीय बौद्ध संगीति vs. धम्मपद
तृतीय बौद्ध संगीति का आयोजन २५० ईसापूर्व पाटलिपुत्र के अशोकराम नामक स्थान पर हुई थी। सम्भवतः यह संगीति सम्राट अशोक के संरक्षण में बुलाई गयी थी किन्तु अशोक के शिलालेखों में कहीं भी इसका उल्लेख नहीं मिलता। श्रेणी:बौद्ध धर्म श्रेणी:बौद्ध संगीति. धम्मपद बौद्ध साहित्य का सर्वोत्कृष्ट लोकप्रिय ग्रंथ है। इसमें बुद्ध भगवान् के नैतिक उपदेशों का संग्रह यमक, अप्पमाद, चित्त आदि 26 वग्गों (वर्गों) में वर्गीकृत 423 पालि गाथाओं में किया गया है। त्रिपिटक में इसका स्थान सुत्तपिटक के पाँचवें विभाग खुद्दकनिकाय के खुद्दकपाठादि 15 उपविभागों में दूसरा है। ग्रंथ की आधी से अधिक गाथाएँ त्रिपिटक के नाना सुत्तों में प्रसंगबद्ध पाई जा चुकी हैं। धम्मपद की रचना उपलब्ध प्रमाणों से ई.पू.
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संदर्भ
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