ठोस अवस्था भौतिकी और तापीय प्रतिरोध
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
ठोस अवस्था भौतिकी और तापीय प्रतिरोध के बीच अंतर
ठोस अवस्था भौतिकी vs. तापीय प्रतिरोध
हीरा की संरचना का चलित दृष्य ठोस अवस्था की भौतिकी (Solid-state physics) को ठोस अवस्था का सिद्धांत (Solid-state theory) के नाम से भी जाना जाता है। यह भौतिकी की वह शाखा है जिसमें ठोस की संरचना और उसके भौतिक गुणों का अध्ययन किया जाता है। यह संघनित प्रावस्था भौतिकी की सबसे बड़ी शाखा है। ठोस अवस्था भौतिकी में इस बात पर विचार किया जाता है कि ठोसों के वाह्य गुण उनके परमाणु-स्तरीय गुणों से किस प्रकार सम्बन्धित हैं। इस प्रकार ठोस अवस्था भौतिकी, पदार्थ विज्ञान का सैद्धान्तिक आधार बनाती है। इसके अलावा ट्रांजिस्टरों की प्रौद्योगिकी एवं अर्धचालकों की तकनीकी आदि में इसका सीधा उपयोग भी होता है। . तापीय प्रतिरोध' (Thermal resistance) किसी वस्तु या पदार्थ का वह गुण है जो उसके द्वारा ऊष्मा के प्रवाह का विरोध करने की प्रवृत्ति का सूचक है। तापीय प्रतिरोध, तापीय चालकता का उल्टा है। इसको कई तरह से नापा जाता है-.
ठोस अवस्था भौतिकी और तापीय प्रतिरोध के बीच समानता
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ठोस अवस्था भौतिकी और तापीय प्रतिरोध के बीच तुलना
ठोस अवस्था भौतिकी 37 संबंध है और तापीय प्रतिरोध 2 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (37 + 2)।
संदर्भ
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