टेंपलटन पुरस्कार और रहस्यवाद
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टेंपलटन पुरस्कार और रहस्यवाद के बीच अंतर
टेंपलटन पुरस्कार vs. रहस्यवाद
टेंपलटन पुरस्कार प्रतिवर्ष टेंपलटन फ़ाउण्डेशन द्वारा दिया जाने वाला एक पुरस्कार है। इसकी शुरूआत 1973 में हुई थी और यह किसी ऐसे जीवित व्यक्ति को दिया जाता है जिसने अध्यात्म के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो। वर्ष २०१२ में यह पुरस्कार तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा को दिया गया था। इससे पहले यह पुरस्कार मदर टेरेसा (1973) सर्वपल्ली राधाकृष्णन (1975)बाबाआमटे(1990),पांडुरंग शास्त्री आठवले (1997) को भी दिया जा चुका है। मदर टेरेसा को पुरस्कृत करने के साथ ही इसकि शुरूआत हुई थी और वे इस पुरस्कार को पाने वाली पहली व्यक्ति थीं। . रहस्यवाद वह भावनात्मक अभिव्यक्ति है जिसमें कोई व्यक्ति या रचनाकर उस अलौकिक, परम, अव्यक्त सत्ता से अपने प्रेम को प्रकट करता है; वह उस अलौकिक तत्व में डूब जाना चाहता है | और जव वह व्यक्ति इस चरम आनंद की अनुभूति करता है|तो उसको वाह्य जगत में व्यक्त करने में उसे अत्यंत कठिनाई होती है | लौकिक भाषा, वस्तुएं उस आनंद को व्यक्त नहीं कर सकती.
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