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झालावान और शाशान पहाड़ियाँ

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

झालावान और शाशान पहाड़ियाँ के बीच अंतर

झालावान vs. शाशान पहाड़ियाँ

झालावान (बलोच: جھالاوان‎, अंग्रेज़ी: Jhalawan) भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमोत्तरी बलोचिस्तान क्षेत्र में स्थित कलात ख़ानत का एक प्रशासनिक भाग था और यह क्षेत्र आज भी इस पारम्परिक नाम से जाना जाता है। इसकी स्थापना १७वीं शताब्दी में हुई और सिन्ध के साथ लगी इसकी पूर्वी सीमा १८५३ में निर्धारित हुई। यह कलात राज्य के दक्षिण-पश्चिमी भाग में स्थित था। इस से दक्षिण में लस बेला की रियासत, पूर्व में सिन्ध और पश्चिम में ख़ारान और मकरान थे। झालावान में बलोचिस्तान की कुछ महत्वपूर्ण घाटियाँ हैं, जिनमें कलात, गिदर, बाग़बाना, मोला, ज़ेहरी, फ़िरोज़ाबाद, नाल, सरूना, वध, जउ और मश्कई शामिल हैं। ख़ुज़दार झालावान का सबसे बड़ा शहर है और क्वेटा के बाद यह बलोचिस्तान प्रान्त का दूसरा सबसे बड़ा नगर भी है। . शाशान पहाड़ियाँ (अंग्रेज़ी: Shashan Mountains) या कोह-ए-शाशान (बलोच: کوہ شاشان) पाकिस्तान द्वारा प्रशासित बलोचिस्तान (पाकिस्तान) प्रान्त के ख़ुज़दार ज़िले में स्थित एक पर्वतमाला है। इनका मुख्य भाग उस ज़िले की नाल तहसील मे खड़ा हुआ है। .

झालावान और शाशान पहाड़ियाँ के बीच समानता

झालावान और शाशान पहाड़ियाँ आम में 5 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): नाल, बलोचिस्तान, बलूचिस्तान (पाकिस्तान), बलोच भाषा और साहित्य, ख़ुज़दार ज़िला, अंग्रेज़ी भाषा

नाल, बलोचिस्तान

नाल (बलोच: نال, अंग्रेज़ी: Nall) पकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी बलोचिस्तान प्रान्त के ख़ुज़दार ज़िले में स्थित एक छोटा शहर, घाटी व तहसील है। इस क्षेत्र में शाशान पहाड़ियाँ खड़ी हुई हैं और यहाँ की घाटी से नाल नदी गुज़रती है। अधिकांश लोग बलोच और ब्राहुई भाषाएँ बोलते हैं। पारम्परिक रूप से यह बिज़ेंजो, उमरानी, लांगो, बहरावी, मीरवानी और सुलयमानी क़बीलों तथा कुछ अल्पसंख्यक हिन्दू लोगों की मातृभूमि है। .

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बलूचिस्तान (पाकिस्तान)

बलूचिस्तान (उर्दू: بلوچستان) पाकिस्तान का पश्चिमी प्रांत है। बलूचिस्तान नाम का क्षेत्र बड़ा है और यह ईरान (सिस्तान व बलूचिस्तान प्रांत) तथा अफ़ग़ानिस्तान के सटे हुए क्षेत्रों में बँटा हुआ है। यहां की राजधानी क्वेटा है। यहाँ के लोगों की प्रमुख भाषा बलूच या बलूची के नाम से जानी जाती है। १९४४ में बलूचिस्तान के स्वतंत्रता का विचार जनरल मनी के विचार में आया था पर १९४७ में ब्रिटिश इशारे पर इसे पाकिस्तान में शामिल कर लिया गया। १९७० के दशक में एक बलूच राष्ट्रवाद का उदय हुआ जिसमें बलूचिस्तान को पाकिस्तान से स्वतंत्र करने की मांग उठी। यह प्रदेश पाकिस्तान के सबसे कम आबाद इलाकों में से एक है। .

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बलोच भाषा और साहित्य

बलोची या बलोच भाषा दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान, पूर्वी ईरान और दक्षिणी अफ़्ग़ानिस्तान में बसने वाले बलोच लोगों की भाषा है। यह ईरानी भाषा परिवार की सदस्य है और इसमें प्राचीन अवस्ताई भाषा की झलक नज़र आती है, जो स्वयं वैदिक संस्कृत के बहुत करीब मानी जाती है। उत्तरपश्चिम ईरान, पूर्वी तुर्की और उत्तर इराक़ में बोले जानी कुर्दी भाषा से भी बलोची भाषा की कुछ समानताएँ हैं। बलोची पाकिस्तान की नौ सरकारी भाषाओँ में से एक है। अनुमानतः इसे पूरे विश्व में लगभग ८० लाख लोग मातृभाषा के रूप में बोलते हैं। पाकिस्तान में इसे अधिकतर बलोचिस्तान प्रान्त में बोला जाता है, लेकिन कुछ सिंध और पंजाब में बसे हुए बलोच लोग भी इसे उन प्रान्तों में बोलते हैं। ईरान में इसे अधिकतर सिस्तान व बलुचेस्तान प्रान्त में बोला जाता है। ओमान में बसे हुए बहुत से बलोच लोग भी इसे बोलते हैं। समय के साथ बलोची पर बहुत सी अन्य भाषाओँ का भी प्रभाव पड़ा है, जैसे की हिन्दी-उर्दू और अरबी। पाकिस्तान में बलोची की दो प्रमुख शाखाएँ हैं: मकरानी (जो बलोचिस्तान से दक्षिणी अरब सागर के तटीय इलाक़ों में बोली जाती है) और सुलेमानी (जो मध्य और उत्तरी बलोचिस्तान के सुलेमान श्रृंखला के पहाड़ी इलाक़ों में बोली जाती है)। ईरान के बलुचेस्तान व सिस्तान सूबे में भी इसकी दो उपशाखाएँ हैं: दक्षिण में बोले जानी वाली मकरानी (जो पाकिस्तान के बलोचिस्तान की मकरानी से मिलती है) और उत्तर में बोले जानी वाली रख़शानी। .

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ख़ुज़दार ज़िला

ख़ुज़दार (उर्दू व बलोच: خضدار, अंग्रेज़ी: Khuzdar) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त का एक ज़िला है। यह पारम्परिक रूप से झालावान क्षेत्र का भाग है और कलात ख़ानत का हिस्सा था। ज़िले की राजधानी ख़ुज़दार शहर है, जो बलोचिस्तान प्रान्त का दूसरा सबसे बड़ा नगर है। .

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अंग्रेज़ी भाषा

अंग्रेज़ी भाषा (अंग्रेज़ी: English हिन्दी उच्चारण: इंग्लिश) हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार में आती है और इस दृष्टि से हिंदी, उर्दू, फ़ारसी आदि के साथ इसका दूर का संबंध बनता है। ये इस परिवार की जर्मनिक शाखा में रखी जाती है। इसे दुनिया की सर्वप्रथम अन्तरराष्ट्रीय भाषा माना जाता है। ये दुनिया के कई देशों की मुख्य राजभाषा है और आज के दौर में कई देशों में (मुख्यतः भूतपूर्व ब्रिटिश उपनिवेशों में) विज्ञान, कम्प्यूटर, साहित्य, राजनीति और उच्च शिक्षा की भी मुख्य भाषा है। अंग्रेज़ी भाषा रोमन लिपि में लिखी जाती है। यह एक पश्चिम जर्मेनिक भाषा है जिसकी उत्पत्ति एंग्लो-सेक्सन इंग्लैंड में हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका के 19 वीं शताब्दी के पूर्वार्ध और ब्रिटिश साम्राज्य के 18 वीं, 19 वीं और 20 वीं शताब्दी के सैन्य, वैज्ञानिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव के परिणाम स्वरूप यह दुनिया के कई भागों में सामान्य (बोलचाल की) भाषा बन गई है। कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों और राष्ट्रमंडल देशों में बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल एक द्वितीय भाषा और अधिकारिक भाषा के रूप में होता है। ऐतिहासिक दृष्टि से, अंग्रेजी भाषा की उत्पत्ति ५वीं शताब्दी की शुरुआत से इंग्लैंड में बसने वाले एंग्लो-सेक्सन लोगों द्वारा लायी गयी अनेक बोलियों, जिन्हें अब पुरानी अंग्रेजी कहा जाता है, से हुई है। वाइकिंग हमलावरों की प्राचीन नोर्स भाषा का अंग्रेजी भाषा पर गहरा प्रभाव पड़ा है। नॉर्मन विजय के बाद पुरानी अंग्रेजी का विकास मध्य अंग्रेजी के रूप में हुआ, इसके लिए नॉर्मन शब्दावली और वर्तनी के नियमों का भारी मात्र में उपयोग हुआ। वहां से आधुनिक अंग्रेजी का विकास हुआ और अभी भी इसमें अनेक भाषाओँ से विदेशी शब्दों को अपनाने और साथ ही साथ नए शब्दों को गढ़ने की प्रक्रिया निरंतर जारी है। एक बड़ी मात्र में अंग्रेजी के शब्दों, खासकर तकनीकी शब्दों, का गठन प्राचीन ग्रीक और लैटिन की जड़ों पर आधारित है। .

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झालावान और शाशान पहाड़ियाँ के बीच तुलना

झालावान 14 संबंध है और शाशान पहाड़ियाँ 10 है। वे आम 5 में है, समानता सूचकांक 20.83% है = 5 / (14 + 10)।

संदर्भ

यह लेख झालावान और शाशान पहाड़ियाँ के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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