ज्ञानेश्वरी और रूपक
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
ज्ञानेश्वरी और रूपक के बीच अंतर
ज्ञानेश्वरी vs. रूपक
ज्ञानेश्वरी महाराष्ट्र के संत कवि ज्ञानेश्वर द्वारा मराठी भाषा में रची गई श्रीमदभगवतगीता पर लिखी गई सर्वप्रथम भावार्थ रचना है। वस्तुत: यह काव्यमलेकनय प्रवचन है जिसे संत ज्ञानेश्वर ने अपने जेष्ठ बंधू तथा गुरू निवृत्तिनाथ के निदर्शन किया था। इसमें गीता के मूल ७०० श्लोकों का मराठी भाषा की ९००० ओवियों में अत्यंत रसपूर्ण विशद विवेचन है। अंतर केवल इतना ही है कि यह श्री शंकराचार्य के समान गीता का प्रतिपद भाष्य नहीं है। यथार्थ में यह गीता की भावार्थदीपिका है। . रूपक या फीचर (feature story) लोगों को रुचिकर लगने वाला ऐसा कथात्मक लेख है जो हाल के ही समाचारों से जुड़ा नहीं होता बल्कि विशेष लोग, स्थान, या घटना पर केन्द्रित होता है। विस्तार की दृष्टि से रूपक में बहुत गहराई होती है। .
ज्ञानेश्वरी और रूपक के बीच समानता
ज्ञानेश्वरी और रूपक आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या ज्ञानेश्वरी और रूपक लगती में
- यह आम ज्ञानेश्वरी और रूपक में है क्या
- ज्ञानेश्वरी और रूपक के बीच समानता
ज्ञानेश्वरी और रूपक के बीच तुलना
ज्ञानेश्वरी 12 संबंध है और रूपक 7 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (12 + 7)।
संदर्भ
यह लेख ज्ञानेश्वरी और रूपक के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: