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जैन धर्म और नेमिचन्द्र

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

जैन धर्म और नेमिचन्द्र के बीच अंतर

जैन धर्म vs. नेमिचन्द्र

जैन ध्वज जैन धर्म भारत के सबसे प्राचीन धर्मों में से एक है। 'जैन धर्म' का अर्थ है - 'जिन द्वारा प्रवर्तित धर्म'। जो 'जिन' के अनुयायी हों उन्हें 'जैन' कहते हैं। 'जिन' शब्द बना है 'जि' धातु से। 'जि' माने - जीतना। 'जिन' माने जीतने वाला। जिन्होंने अपने मन को जीत लिया, अपनी वाणी को जीत लिया और अपनी काया को जीत लिया और विशिष्ट ज्ञान को पाकर सर्वज्ञ या पूर्णज्ञान प्राप्त किया उन आप्त पुरुष को जिनेश्वर या 'जिन' कहा जाता है'। जैन धर्म अर्थात 'जिन' भगवान्‌ का धर्म। अहिंसा जैन धर्म का मूल सिद्धान्त है। जैन दर्शन में सृष्टिकर्ता कण कण स्वतंत्र है इस सॄष्टि का या किसी जीव का कोई कर्ता धर्ता नही है।सभी जीव अपने अपने कर्मों का फल भोगते है।जैन धर्म के ईश्वर कर्ता नही भोगता नही वो तो जो है सो है।जैन धर्म मे ईश्वरसृष्टिकर्ता इश्वर को स्थान नहीं दिया गया है। जैन ग्रंथों के अनुसार इस काल के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव आदिनाथ द्वारा जैन धर्म का प्रादुर्भाव हुआ था। जैन धर्म की अत्यंत प्राचीनता करने वाले अनेक उल्लेख अ-जैन साहित्य और विशेषकर वैदिक साहित्य में प्रचुर मात्रा में हैं। . आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तचक्रवर्ती (९वीं शताब्दी) एक जैन आचार्य थे। उन्होने द्रव्यसंग्रह, गोम्मटसार (जीवकाण्ड व कर्मकाण्ड), त्रिलोकसार, लब्धिसार आदि ग्रन्थों की रचना की। चामुण्डराय के आग्रह पर उन्होने 'गोम्मटसार' की रचना की जिसमें सभी प्रमुख जैन आचार्यों के मतों का सार समाहित है। उनके द्वारा रचित 'द्रव्यसंग्रह' जैन धर्म का पवित्र ग्रन्थ है। .

जैन धर्म और नेमिचन्द्र के बीच समानता

जैन धर्म और नेमिचन्द्र आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): द्रव्यसंग्रह

द्रव्यसंग्रह

द्रव्यसंग्रह  (द्रव्यों का संग्रह) ९-१० वीं सदी में लिखा गया एक जैन ग्रन्थ है। यह सौरसेणी प्राकृत में आचार्य नेमिचंद्र द्वारा लिखा गया था। द्रव्यसंग्रह में कुल ५८ गाथाएँ है। इनमें छः द्रव्यों का वर्णन है: जीव, पुद्ग़ल, धर्म द्रव्य, अधर्म द्रव्य, आकाश और काल द्रव्य।Acarya Nemicandra; Nalini Balbir (2010) p. 1 of Introduction यह एक बहुत महत्वपूर्ण जैन ग्रन्थ है और जैन शिक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। द्रव्यसंग्रह ग्रन्थ को अक्सर याद किया जाता है क्योंकि इसमें संक्षिप्त पर बहुत अच्छे से द्रव्यों के स्वरूप का वर्णन है।Acarya Nemicandra; Nalini Balbir (2010) p. 1 of Introduction .

जैन धर्म और द्रव्यसंग्रह · द्रव्यसंग्रह और नेमिचन्द्र · और देखें »

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जैन धर्म और नेमिचन्द्र के बीच तुलना

जैन धर्म 131 संबंध है और नेमिचन्द्र 3 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 0.75% है = 1 / (131 + 3)।

संदर्भ

यह लेख जैन धर्म और नेमिचन्द्र के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: