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जापान और शाओलिन मन्दिर

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

जापान और शाओलिन मन्दिर के बीच अंतर

जापान vs. शाओलिन मन्दिर

जापान, एशिया महाद्वीप में स्थित देश है। जापान चार बड़े और अनेक छोटे द्वीपों का एक समूह है। ये द्वीप एशिया के पूर्व समुद्रतट, यानि प्रशांत महासागर में स्थित हैं। इसके निकटतम पड़ोसी चीन, कोरिया तथा रूस हैं। जापान में वहाँ का मूल निवासियों की जनसंख्या ९८.५% है। बाकी 0.5% कोरियाई, 0.4 % चाइनीज़ तथा 0.6% अन्य लोग है। जापानी अपने देश को निप्पॉन कहते हैं, जिसका मतलब सूर्योदय है। जापान की राजधानी टोक्यो है और उसके अन्य बड़े महानगर योकोहामा, ओसाका और क्योटो हैं। बौद्ध धर्म देश का प्रमुख धर्म है और जापान की जनसंख्या में 96% बौद्ध अनुयायी है। . शाओलिन मन्दिर चीन में स्थित एक बौद्ध मठ है। इसे दुनिया भर में आधुनिक युद्ध कला (मार्शल आर्ट) के उद्गम स्थल के रूप में जाना जाता है। चीनी मार्शल आर्ट के लिए प्रसिद्ध हनान प्रांत की तडंफडं काउन्टी में स्थित शाओलिन मंदिर के पश्चिम में ईट-पत्थरों से बना पगोडा समूह हैं। प्रसिद्ध बौद्ध भिक्षुओं के शव को सुरक्षित रखने के लिए निर्मित ये पगोडा बौद्ध भिक्षुओं की अंत्येष्टि की भारतीय धार्मिक विधि के प्रभाव में बनाए गए हैं। इस तरह का प्राचीनतम पगोडा हनान प्रांत की आनथाडं काउन्टी के लिडंछ्वेन मंदिर में स्थित है, जिसका निर्माण 563 ई. में भिक्षु ताओ फिडं की अस्थियों को रखने के लिए किया गया था। शाओलिन मंदिर उत्तरी वेइ राजवंश के थाएह शासन काल में निर्मित किया गया, पर उस समय के समाधि पगोडा अब नहीं बचे हैं। अब तक विद्यमान पगोडाओं में सबसे पुराना थाडं राजवंश(618-907) में निर्मित भिक्षु का वान का समाधि पगोडा है। इसका निर्माण 791 ई. में हुआ था। यहां स्थित 227 समाधि पगोडाओं में से 211 ईंटों से और 16 पत्थरों से बनाये गये हैं। एक मंजिलें या बहुमंजिले और एक ओरी या बहुओरी वाले ये पगोडा भिन्न भिन्न आकार के हैं। चौकोर, समकोणीय, गोल, अष्टकोणीय पगोडाओं की अलंकृत खिड़कियां व दरवाजे हैं। प्राचीन चीनी वास्तु कला तथा बौद्ध धर्म के इतिहास के अध्ययन की दृष्टि से ये अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इनमें से दो पगोडा उल्लेखनीय हैं। एक है 1339 में निर्मित "च्वीआन समाधि पगोडा", जिसका समाधि लेख जापान के चडंफा मंदिर के महंत शाओय्वान ने लिखा, जो उस समय चीन में अध्ययन करते थे। दूसरा वह है, जो एक भारतीय भिक्षु के लिए 1564 में बनाया गया। शाओलिन बौद्ध मंदिर दुनिया भर में अब तक 40 कंपनियां स्थापित कर चुका है और अब उसने बौद्ध धर्म से प्रेरित मार्शल आर्ट का प्रचार-प्रसार वैश्विक स्तर पर करने की उम्मीद जताई है। इस मंदिर के प्रमुख भिक्षु शी योंगक्सिन ने कहा कि हम फिलहाल लंदन व बर्लिन सहित दुनिया के कई शहरों में 40 से अधिक कंपनियों का संचालन कर रहे हैं। मठ कुछ अन्य कंपनियों के परिचालन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। .

जापान और शाओलिन मन्दिर के बीच समानता

जापान और शाओलिन मन्दिर आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): चीन, बौद्ध धर्म

चीन

---- right चीन विश्व की प्राचीन सभ्यताओं में से एक है जो एशियाई महाद्वीप के पू‍र्व में स्थित है। चीन की सभ्यता एवं संस्कृति छठी शताब्दी से भी पुरानी है। चीन की लिखित भाषा प्रणाली विश्व की सबसे पुरानी है जो आज तक उपयोग में लायी जा रही है और जो कई आविष्कारों का स्रोत भी है। ब्रिटिश विद्वान और जीव-रसायन शास्त्री जोसफ नीधम ने प्राचीन चीन के चार महान अविष्कार बताये जो हैं:- कागज़, कम्पास, बारूद और मुद्रण। ऐतिहासिक रूप से चीनी संस्कृति का प्रभाव पूर्वी और दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों पर रहा है और चीनी धर्म, रिवाज़ और लेखन प्रणाली को इन देशों में अलग-अलग स्तर तक अपनाया गया है। चीन में प्रथम मानवीय उपस्थिति के प्रमाण झोऊ कोऊ दियन गुफा के समीप मिलते हैं और जो होमो इरेक्टस के प्रथम नमूने भी है जिसे हम 'पेकिंग मानव' के नाम से जानते हैं। अनुमान है कि ये इस क्षेत्र में ३,००,००० से ५,००,००० वर्ष पूर्व यहाँ रहते थे और कुछ शोधों से ये महत्वपूर्ण जानकारी भी मिली है कि पेकिंग मानव आग जलाने की और उसे नियंत्रित करने की कला जानते थे। चीन के गृह युद्ध के कारण इसके दो भाग हो गये - (१) जनवादी गणराज्य चीन जो मुख्य चीनी भूभाग पर स्थापित समाजवादी सरकार द्वारा शासित क्षेत्रों को कहते हैं। इसके अन्तर्गत चीन का बहुतायत भाग आता है। (२) चीनी गणराज्य - जो मुख्य भूमि से हटकर ताईवान सहित कुछ अन्य द्वीपों से बना देश है। इसका मुख्यालय ताइवान है। चीन की आबादी दुनिया में सर्वाधिक है। प्राचीन चीन मानव सभ्यता के सबसे पुरानी शरणस्थलियों में से एक है। वैज्ञानिक कार्बन डेटिंग के अनुसार यहाँ पर मानव २२ लाख से २५ लाख वर्ष पहले आये थे। .

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बौद्ध धर्म

बौद्ध धर्म भारत की श्रमण परम्परा से निकला धर्म और महान दर्शन है। इसा पूर्व 6 वी शताब्धी में बौद्ध धर्म की स्थापना हुई है। बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध है। भगवान बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व में लुंबिनी, नेपाल और महापरिनिर्वाण 483 ईसा पूर्व कुशीनगर, भारत में हुआ था। उनके महापरिनिर्वाण के अगले पाँच शताब्दियों में, बौद्ध धर्म पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में फैला और अगले दो हजार वर्षों में मध्य, पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी जम्बू महाद्वीप में भी फैल गया। आज, हालाँकि बौद्ध धर्म में चार प्रमुख सम्प्रदाय हैं: हीनयान/ थेरवाद, महायान, वज्रयान और नवयान, परन्तु बौद्ध धर्म एक ही है किन्तु सभी बौद्ध सम्प्रदाय बुद्ध के सिद्धान्त ही मानते है। बौद्ध धर्म दुनिया का चौथा सबसे बड़ा धर्म है।आज पूरे विश्व में लगभग ५४ करोड़ लोग बौद्ध धर्म के अनुयायी है, जो दुनिया की आबादी का ७वाँ हिस्सा है। आज चीन, जापान, वियतनाम, थाईलैण्ड, म्यान्मार, भूटान, श्रीलंका, कम्बोडिया, मंगोलिया, तिब्बत, लाओस, हांगकांग, ताइवान, मकाउ, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया एवं उत्तर कोरिया समेत कुल 18 देशों में बौद्ध धर्म 'प्रमुख धर्म' धर्म है। भारत, नेपाल, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, रूस, ब्रुनेई, मलेशिया आदि देशों में भी लाखों और करोडों बौद्ध हैं। .

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जापान और शाओलिन मन्दिर के बीच तुलना

जापान 53 संबंध है और शाओलिन मन्दिर 4 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 3.51% है = 2 / (53 + 4)।

संदर्भ

यह लेख जापान और शाओलिन मन्दिर के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: