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जागते रहो (1956 फ़िल्म) और हिंदी चलचित्र, १९५० दशक

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

जागते रहो (1956 फ़िल्म) और हिंदी चलचित्र, १९५० दशक के बीच अंतर

जागते रहो (1956 फ़िल्म) vs. हिंदी चलचित्र, १९५० दशक

जागते रहो 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। . १९५० के दशक का हिंदी चलचित्रौं का सूची .

जागते रहो (1956 फ़िल्म) और हिंदी चलचित्र, १९५० दशक के बीच समानता

जागते रहो (1956 फ़िल्म) और हिंदी चलचित्र, १९५० दशक आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): मोतीलाल, राज कपूर

मोतीलाल

मोतीलाल राजवंश हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता थे। उनको हिंदी सिनेमा के पहले सहज अभिनेता होने का श्रेय दिया जाता है। उनको फ़िल्म देवदास और परख के लिए फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार मिला। .

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राज कपूर

राज कपूर (१९२४-१९८८) प्रसिद्ध अभिनेता, निर्माता एवं निर्देशक थे। नेहरूवादी समाजवाद से प्रेरित अपनी शुरूआती फ़िल्मों से लेकर प्रेम कहानियों को मादक अंदाज से परदे पर पेश करके उन्होंने हिंदी फ़िल्मों के लिए जो रास्ता तय किया, इस पर उनके बाद कई फ़िल्मकार चले। भारत में अपने समय के सबसे बड़े 'शोमैन' थे। सोवियत संघ और मध्य-पूर्व में राज कपूर की लोकप्रियता दंतकथा बन चुकी है। उनकी फ़िल्मों खासकर श्री ४२० में बंबई की जो मूल तस्वीर पेश की गई है, वह फ़िल्म निर्माताओं को अभी भी आकर्षित करती है। राज कपूर की फ़िल्मों की कहानियां आमतौर पर उनके जीवन से जुड़ी होती थीं और अपनी ज्यादातर फ़िल्मों के मुख्य नायक वे खुद होते थे। .

जागते रहो (1956 फ़िल्म) और राज कपूर · राज कपूर और हिंदी चलचित्र, १९५० दशक · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

जागते रहो (1956 फ़िल्म) और हिंदी चलचित्र, १९५० दशक के बीच तुलना

जागते रहो (1956 फ़िल्म) 8 संबंध है और हिंदी चलचित्र, १९५० दशक 79 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 2.30% है = 2 / (8 + 79)।

संदर्भ

यह लेख जागते रहो (1956 फ़िल्म) और हिंदी चलचित्र, १९५० दशक के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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