जनजाति और जीववाद
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
जनजाति और जीववाद के बीच अंतर
जनजाति vs. जीववाद
जनजाति (tribe) वह सामाजिक समुदाय है जो राज्य के विकास के पूर्व अस्तित्व में था या जो अब भी राज्य के बाहर हैं। जनजाति वास्तव में भारत के आदिवासियों के लिए इस्तेमाल होने वाला एक वैधानिक पद है। भारत के संविधान में अनुसूचित जनजाति पद का प्रयोग हुआ है और इनके लिए विशेष प्रावधान लागू किये गए हैं। . जीववाद या सर्वात्मवाद (Animism) वह दार्शनिक, धार्मिक या आध्यात्मिक विचार है कि आत्मा न केवल मनुष्यों में होती है वरन् सभी जन्तुओं, वनस्पतियों, चट्टानों, प्राकृतिक परिघटनाओं (बिजली, वर्षा आदि) में भी होती है। इससे भी आगे जाकर कभी-कभी शब्दों, नामों, उपमाओं, रूपकों आदि में भी आत्मा के अस्तित्व की बात कही जाती है। सर्वात्मवाद का दर्शन मुख्यतया आदिवासी समाजों में पाया जाता है परन्तु यह शिन्तो एवं हिन्दुओं के कुछ सम्प्रदायों में भी पाया जाता है। .
जनजाति और जीववाद के बीच समानता
जनजाति और जीववाद आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या जनजाति और जीववाद लगती में
- यह आम जनजाति और जीववाद में है क्या
- जनजाति और जीववाद के बीच समानता
जनजाति और जीववाद के बीच तुलना
जनजाति 8 संबंध है और जीववाद 17 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (8 + 17)।
संदर्भ
यह लेख जनजाति और जीववाद के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: