हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

चेनानी-नाशरी सुरंग और जवाहर सुरंग

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

चेनानी-नाशरी सुरंग और जवाहर सुरंग के बीच अंतर

चेनानी-नाशरी सुरंग vs. जवाहर सुरंग

चेनानी-नाशरी सुरंग जिसे पत्नीटॉप सुरंग के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 44 (राष्ट्रीय राजमार्गों की संख्या पुनः निर्धारण से पूर्व नाम राष्ट्रीय राजमार्ग १ए) पर स्थित एक सड़क सुरंग है। इसका कार्य वर्ष 2011 में आरम्भ हुआ तथा उद्धघाटन 2 अप्रैल 2017 को किया गया। यह भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग है जिसकी लंबाई  है। सुरंग बनाने पर मूल अनुमानित लागत ₹ 2,520 करोड़ (यूएस$ 367.92 मिलियन) थी लेकिन परिवर्धित करने में कुल ₹ 3,720 करोड़ (यूएस$ 543.12 मिलियन) खर्च हुये। मुख्य सुरंग का व्यास 13 मीटर है, जबकि समानांतर निकासी सुरंग का व्यास 6 मीटर  है। मुख्य और निकासी सुरंगों में 29 स्थानों पर पार मार्ग बनाये गये हैं जो हर 300 मीटर की दूरी पर स्थिति हैं। यह देश की पहली पूर्ण रूप से एकीकृत सुरंग प्रणाली वाली सुरंग है। सुरंग की सहायता से जम्मू और श्रीनगर के मध्य दूरी  रह गयी और यात्रा समय में दो घण्टे की कटौती हो गयी। पत्नीटॉप पर सर्दियों में बर्फबारी और हिमस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर बाधा उत्पन्न होती थी तथा प्रत्येक शीतकाल में कई बार वाहनों की लम्बी कतार के कारण भी बाधा उत्पन्न होती थी - कई बार कई दिनों तक कतार में रहना पड़ता था। सुरंग पत्नीटॉप, कुद और बटोत को उपमार्गों से जोड़ती है जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर सर्दियों में ट्रैफ़िक जाम की समस्या को कम किया है। . जवाहर सुरंग (Jawahar Tunnel) या बानिहाल सुरंग भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में राष्ट्रीय राजमार्ग ४४ पर बनिहाल और काज़ीगुंड के बीच स्थित एक सुरंग है। इसका निर्माण १९५४ में आरम्भ हुआ था और उदघाटन २२ दिसम्बर १९५६ में (हालांकि निर्माणकार्य पूरा १९६० में जाकर हुआ)। यह २.८५ किमी (१.७७ मील) लम्बी सुरंग २,१९४ मीटर (७,१९८ फ़ुट) की ऊँचाई पर स्थित है और इसमें दोनों दिशाओं के लिए एक-एक लेन का प्रबन्ध है। इस सुरंग के द्वारा वर्षभर जम्मू और श्रीनगर के बीच सड़क यातायात जारी रहता है। शुरु में इसकी क्षमता प्रत्येक दिशा में १५० वाहन प्रतिदिन थी लेकिन अब यह बढ़कर ७,००० वाहनों द्वारा प्रयोग हो रही है। सीमा सड़क संगठन ने कई मरम्म्तों के बाद सुरंग में अंदर-बाहर दोनों दिशाओं में वायुप्रवाह, प्रदूषण और तापमान मापनयंत्र, प्रकाश प्रबन्ध और आपातकालीन दूरभाष का बन्दोबस्त किया गया है। सुरक्ष के लिए इसपर चौबीस घंटे सेना की निगरानी रहती है और सुरंग के अंदर किसी भी प्रकार की तस्वीर लेने पर सख़्त प्रतिबंध है। किसी वाहन के अंदर प्रवेश करने पर उसका सामान्य गति से बिना रुके चलते रहना अनिवार्य है और स्थान-स्थान पर लगे कैमरों से अन्दर की हर परिस्थिति पर नज़र रखी जाती है। सन् २००९ तक सुरंग रात्रि के १२ बजे से सुबह के ८ बजे तक यातायात के लिए बंद रहती थी लेकिन अब इसमें ट्रैफ़िक चौबीस घंटो चलता है। २०१८ में इस से अधिक क्षमता वाली बनिहाल-काज़ीगुंड सड़क सुरंग का निर्माण होने की अपेक्षा है और उसके पूरे होते ही जवाहर सुरंग में वाहन का यातायात हल्का होने की उम्मीद है। .

चेनानी-नाशरी सुरंग और जवाहर सुरंग के बीच समानता

चेनानी-नाशरी सुरंग और जवाहर सुरंग आम में 6 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): नन्दनी सुरंगें, पीर पंजाल रेल सुरंग, बनिहाल क़ाज़ीगुंड रोड सुरंग, राष्ट्रीय राजमार्ग ४४ (भारत), सुरंग, जम्मू और कश्मीर

नन्दनी सुरंगें

नंदनी सुरंगें भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर में उधमपुर जिले में चार सुरंगों की श्रृंखला है। इसका कार्य 2015 में पूरा हुआ। ये 1.4 किमी की संयुक्त लंबाई में नंदनी वन्यजीव अभ्यारण्य (सेंचुरी) के नीचे स्थित हैं। सुरंगों ने जम्मू और उधमपुर के बीच यात्रा के समय को काम किया है तथा दूरी को कम कर 6.8 किमी से 3.6 किलोमीटर कर दिया है। .

चेनानी-नाशरी सुरंग और नन्दनी सुरंगें · जवाहर सुरंग और नन्दनी सुरंगें · और देखें »

पीर पंजाल रेल सुरंग

पीर पंजाल रेल सुरंग (Pir Panjal Railway Tunnel) या बनिहाल रेल सुरंग (Banihal railway tunnel) एक 11.215 किमी (7 मील) लम्बी रेल सुरंग है जो भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के बनिहाल क़स्बे से उत्तर में हिमालय की पीर पंजाल पर्वतमाला से निकलती है। इसका निर्माण 26 जून 2013 को पूरा हुआ और इसपर रेल सेवाएँ 27 जून 2013 को शुरु हो गई। .

चेनानी-नाशरी सुरंग और पीर पंजाल रेल सुरंग · जवाहर सुरंग और पीर पंजाल रेल सुरंग · और देखें »

बनिहाल क़ाज़ीगुंड रोड सुरंग

बनीहल काजीगुंड रोड सुरंग एक 8.45 किमी (5.25 मील) लंबी सड़क सुरंग है जो भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर में पीर पंजाल सीमा में बनिहाल और काज़ीगुंड को जोड़ती है। .

चेनानी-नाशरी सुरंग और बनिहाल क़ाज़ीगुंड रोड सुरंग · जवाहर सुरंग और बनिहाल क़ाज़ीगुंड रोड सुरंग · और देखें »

राष्ट्रीय राजमार्ग ४४ (भारत)

राष्ट्रीय राजमार्ग ४४ (National Highway 44, NH 44) भारत का सबसे लम्बा राजमार्ग है। यह उत्तर में श्रीनगर से आरम्भ होकर दक्षिण में कन्याकुमारी में समाप्त होता है। .

चेनानी-नाशरी सुरंग और राष्ट्रीय राजमार्ग ४४ (भारत) · जवाहर सुरंग और राष्ट्रीय राजमार्ग ४४ (भारत) · और देखें »

सुरंग

भूमिगत रेलवे की सुरंग भूमि के अंदर क्षैतिज मार्ग, जो ऊपरी चट्टान या मिट्टी हटाए बिना ही बनाया जाए, सुरंग (Tunnel) कहलाता है। कोई चट्टान या भूखंड तोड़ने के उद्देश्य से विस्फोटक पदार्थ भरने के लिए कोई छेद बनाना भी 'सुरंग लगाना' कहलाता है। प्राचीन काल में सुरंग मुख्यतया तात्पर्य किसी भी ऐसे छेद या मार्ग से होता था जो जमीन के नीचे हो, चाहे वह किसी भी प्रकार बनाया गया हो, जैसे कोई नाली खोदकर उसमें किसी प्रकार की डाट या छत लगाकर ऊपरी मिट्टी से भर देने से सुरंग बन जाया करती थी। किंतु बाद में इसके लिए जलसेतु (यदि वह पानी ले जाने के लिए है), तलमार्ग या छादित पथ नाम अधिक उपयुक्त समझे जाने लगे। इनके निर्माण की क्रिया को सुरंग लगाना नहीं, बल्कि सामान्य खुदाई और भराई ही कहते हैं। बाद में चौड़ी करके सुरंग बड़ी करने के उद्देश्य से प्रारंभ में छोटी सुरंग लगाना अग्रचालन कहलाता है। खानों में छोटी सुरंगें गैलरियाँ, दीर्घाएँ या प्रवेशिकाएँ कहलाती हैं। ऊपर से नीचे सुरंगों तक जाने का मार्ग, यदि यह ऊर्ध्वाधर है तो कूपक और यदि तिरछा हो तो ढाल या ढालू कूपक कहलाता है। प्राकृतिक बनी हुई सुरंगें भी बहुत देखी जाती हैं। बहुधा दरारों से पानी नीचे जाता है, जिसमें चट्टान का अंश भी घुलता है। इस प्रकार प्राकृतिक कूपक और सुरंगें बन जाती हैं। अनेक नदियाँ इसी प्रकार अंतभौम बहती हैं। अनेक जीव भूमि में बिल बनाकर रहते हैं, जो छोटे-छोटे पैमाने पर सुरंगें ही हैं। .

चेनानी-नाशरी सुरंग और सुरंग · जवाहर सुरंग और सुरंग · और देखें »

जम्मू और कश्मीर

जम्मू और कश्मीर भारत के सबसे उत्तर में स्थित राज्य है। पाकिस्तान इसके उत्तरी इलाके ("पाक अधिकृत कश्मीर") या तथाकथित "आज़ाद कश्मीर" के हिस्सों पर क़ाबिज़ है, जबकि चीन ने अक्साई चिन पर कब्ज़ा किया हुआ है। भारत इन कब्ज़ों को अवैध मानता है जबकि पाकिस्तान भारतीय जम्मू और कश्मीर को एक विवादित क्षेत्र मानता है। राज्य की आधिकारिक भाषा उर्दू है। जम्मू नगर जम्मू प्रांत का सबसे बड़ा नगर तथा जम्मू-कश्मीर राज्य की जाड़े की राजधानी है। वहीं कश्मीर में स्थित श्रीनगर गर्मी के मौसम में राज्य की राजधानी रहती है। जम्मू और कश्मीर में जम्मू (पूंछ सहित), कश्मीर, लद्दाख, बल्तिस्तान एवं गिलगित के क्षेत्र सम्मिलित हैं। इस राज्य का पाकिस्तान अधिकृत भाग को लेकर क्षेत्रफल 2,22,236 वर्ग कि॰मी॰ एवं उसे 1,38,124 वर्ग कि॰मी॰ है। यहाँ के निवासियों अधिकांश मुसलमान हैं, किंतु उनकी रहन-सहन, रीति-रिवाज एवं संस्कृति पर हिंदू धर्म की पर्याप्त छाप है। कश्मीर के सीमांत क्षेत्र पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सिंक्यांग तथा तिब्बत से मिले हुए हैं। कश्मीर भारत का महत्वपूर्ण राज्य है। .

चेनानी-नाशरी सुरंग और जम्मू और कश्मीर · जम्मू और कश्मीर और जवाहर सुरंग · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

चेनानी-नाशरी सुरंग और जवाहर सुरंग के बीच तुलना

चेनानी-नाशरी सुरंग 19 संबंध है और जवाहर सुरंग 13 है। वे आम 6 में है, समानता सूचकांक 18.75% है = 6 / (19 + 13)।

संदर्भ

यह लेख चेनानी-नाशरी सुरंग और जवाहर सुरंग के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: