चेतना और रहस्यवाद
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
चेतना और रहस्यवाद के बीच अंतर
चेतना vs. रहस्यवाद
१७वीं सदी से चेतना का एक चित्रण चेतना कुछ जीवधारियों में स्वयं के और अपने आसपास के वातावरण के तत्वों का बोध होने, उन्हें समझने तथा उनकी बातों का मूल्यांकन करने की शक्ति का नाम है। विज्ञान के अनुसार चेतना वह अनुभूति है जो मस्तिष्क में पहुँचनेवाले अभिगामी आवेगों से उत्पन्न होती है। इन आवेगों का अर्थ तुरंत अथवा बाद में लगाया जाता है। . रहस्यवाद वह भावनात्मक अभिव्यक्ति है जिसमें कोई व्यक्ति या रचनाकर उस अलौकिक, परम, अव्यक्त सत्ता से अपने प्रेम को प्रकट करता है; वह उस अलौकिक तत्व में डूब जाना चाहता है | और जव वह व्यक्ति इस चरम आनंद की अनुभूति करता है|तो उसको वाह्य जगत में व्यक्त करने में उसे अत्यंत कठिनाई होती है | लौकिक भाषा, वस्तुएं उस आनंद को व्यक्त नहीं कर सकती.
चेतना और रहस्यवाद के बीच समानता
चेतना और रहस्यवाद आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या चेतना और रहस्यवाद लगती में
- यह आम चेतना और रहस्यवाद में है क्या
- चेतना और रहस्यवाद के बीच समानता
चेतना और रहस्यवाद के बीच तुलना
चेतना 5 संबंध है और रहस्यवाद 0 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (5 + 0)।
संदर्भ
यह लेख चेतना और रहस्यवाद के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: