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चीन के राजवंश और ली राजवंश

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

चीन के राजवंश और ली राजवंश के बीच अंतर

चीन के राजवंश vs. ली राजवंश

इतिहास में चीन के विभिन्न राजवंशों द्वारा नियंत्रित क्षेत्र चीन में कई ऐतिहासिक राजवंश रहे हैं। कभी-कभी इनके वर्णनों में ऐसा प्रतीत होता है के चीन में एक राजवंश स्वयं ही समाप्त हो गया और नए राजवंश ने आगे बढ़कर शासन की बागडोर संभाल ली। वास्तव में ऐसा नहीं था। कोई भी राजवंश स्वेच्छा से ख़त्म नहीं हुआ। अक्सर ऐसा होता था के नया राजवंश शुरू तो हो जाता था लेकिन वह कुछ अरसे तक कम प्रभाव रखता था और पहले से स्थापित राजवंश से लड़ाइयाँ करता था। ऐसा भी होता था के कोई पराजित राजवंश हारने के बावजूद कुछ इलाक़ों में प्रभुत्व रखता था और चीन का सिंहासन वापस छीनने की कोशिश में जुटा रहता था। उदहारण के लिए सन् 1644 में मान्चु नस्ल वाले चिंग राजवंश ने बीजिंग पर क़ब्ज़ा जमा लिया और चीन को अपने अधीन कर लिया। लेकिन चिंग राजवंश सन् 1636 में ही शुरू हो चुका था और उस से भी पहले सन् 1616 में एक अन्य नाम ("उत्तरकालीन जिन राजवंश") के नाम से अस्तित्व में आ चुका था। मिंग राजवंश बीजिंग की राजसत्ता से तो 1644 में हाथ धो बैठा, लेकिन उनके वंशज 1662 तक सिंहासन पर अपना अधिकार जतलाते रहे और उसे वापस लेने के प्रयास करते रहे। . ली राजवंश (Lý dynasty) वियतनाम का एक राजवंश था जो सन् १००९ ई में शुरु हुआ और १२२५ ई में अंत हुआ। इसका आरम्भ ली थाई टो (Lý Thái Tổ) द्वारा पूर्व ली राजवंश (Early Lê dynasty) के तख़्तापलट के साथ हुआ। ली राजवंश के अंत में ५ वर्षीय रानी, ली चियु होआंग (Lý Chiêu Hoàng), को गद्दी से हटा दिया गया और ट्रन राजवंश का आरम्भ हुआ। .

चीन के राजवंश और ली राजवंश के बीच समानता

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संदर्भ

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