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चित्रितोप योजक सम्पर्क साधन और स्टीव जॉब्स

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

चित्रितोप योजक सम्पर्क साधन और स्टीव जॉब्स के बीच अंतर

चित्रितोप योजक सम्पर्क साधन vs. स्टीव जॉब्स

आधुनिक जीयूआई जीएनओएमई, का स्क्रीनशॉट। यह उबंटु प्रचालन तंत्र से लिया गया है। चित्रितोप योजक सम्पर्क साधन (संक्षिप्त: चियोसा) (ग्राफिकल यूज़र इंटरफेस) एक प्रकार का उपयोक्ता अंतराफलक होता है, जिसके द्वारा लोग संगणक से टंकण के अलावा अन्य प्रकार से भी संपर्क करने में सक्षम हो सकें, जैसे हैंड-हैल्ड युक्तियां जैसे एमपी३ प्लेयर, पोर्टेबल मीडिया प्लेयर, गेमिंग युक्तियां, घरेलु उपकरण और कार्यालय उपस्कर आदि जिनमें पाठ के स्थान पर उपयुक्त चित्र बने हों। इस इंटरफ़ेस में आइकन और प्रत्यक्ष सूचक (वीज़ुअल इंडिकेटर्स) बने होते हैं। श्रेणी:कंप्यूटर श्रेणी:सॉफ्टवेयर *. "> Steve jobs full biography in hindi स्टीवन पॉल "स्टीव" जॉब्स (Steven Paul "Steve" Jobs) (जन्म: २४ फरवरी, १९५५ - अक्टूबर ५, २०११) एक अमेरिकी बिजनेस टाईकून और आविष्कारक थे। वे एप्पल इंक के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी थे। अगस्त २०११ में उन्होने इस पद से त्यागपत्र दे दिया। जॉब्स पिक्सर एनीमेशन स्टूडियोज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी रहे। सन् २००६ में वह दि वाल्ट डिज्नी कम्पनी के निदेशक मंडल के सदस्य भी रहे, जिसके बाद डिज्नी ने पिक्सर का अधिग्रहण कर लिया था। १९९५ में आई फिल्म टॉय स्टोरी में उन्होंने बतौर कार्यकारी निर्माता काम किया। .

चित्रितोप योजक सम्पर्क साधन और स्टीव जॉब्स के बीच समानता

चित्रितोप योजक सम्पर्क साधन और स्टीव जॉब्स आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): कंप्यूटर

कंप्यूटर

निजी संगणक कंप्यूटर (अन्य नाम - संगणक, कंप्यूटर, परिकलक) वस्तुतः एक अभिकलक यंत्र (programmable machine) है जो दिये गये गणितीय तथा तार्किक संक्रियाओं को क्रम से स्वचालित रूप से करने में सक्षम है। इसे अंक गणितीय, तार्किक क्रियाओं व अन्य विभिन्न प्रकार की गणनाओं को सटीकता से पूर्ण करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से निर्देशित किया जा सकता है। चूंकि किसी भी कार्य योजना को पूर्ण करने के लिए निर्देशो का क्रम बदला जा सकता है इसलिए संगणक एक से ज्यादा तरह की कार्यवाही को अंजाम दे सकता है। इस निर्देशन को ही कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग कहते है और संगणक कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा की मदद से उपयोगकर्ता के निर्देशो को समझता है। यांत्रिक संगणक कई सदियों से मौजूद थे किंतु आजकल अभिकलित्र से आशय मुख्यतः बीसवीं सदी के मध्य में विकसित हुए विद्दुत चालित अभिकलित्र से है। तब से अबतक यह आकार में क्रमशः छोटा और संक्रिया की दृष्टि से अत्यधिक समर्थ होता गया हैं। अब अभिकलक घड़ी के अन्दर समा सकते हैं और विद्युत कोष (बैटरी) से चलाये जा सकते हैं। निजी अभिकलक के विभिन्न रूप जैसे कि सुवाह्य संगणक, टैबलेट आदि रोजमर्रा की जरूरत बन गए हैं। परंपरागत संगणकों में एक केंद्रीय संचालन इकाई (सीपीयू) और सूचना भन्डारण के लिए स्मृति होती है। संचालन इकाई अंकगणित व तार्किक गणनाओ को अंजाम देती है और एक अनुक्रमण व नियंत्रण इकाई स्मृति में रखे निर्देशो के आधार पर संचालन का क्रम बदल सकती है। परिधीय या सतह पे लगे उपकरण किसी बाहरी स्रोत से सूचना ले सकते है व कार्यवाही के फल को स्मृति में सुरक्षित रख सकते है व जरूरत पड़ने पर पुन: प्राप्त कर सकते हैं। एकीकृत परिपथ पर आधारित आधुनिक संगणक पुराने जमाने के संगणकों के मुकबले करोड़ो अरबो गुना ज्यादा समर्थ है और बहुत ही कम जगह लेते है। सामान्य संगणक इतने छोटे होते है कि मोबाइल फ़ोन में भी समा सकते है और मोबाइल संगणक एक छोटी सी विद्युत कोष (बैटरी) से मिली ऊर्जा से भी काम कर सकते है। ज्यादातर लोग “संगणकों” के बारे में यही राय रखते है कि अपने विभिन्न स्वरूपों में व्यक्तिगत संगणक सूचना प्रौद्योगिकी युग के नायक है। हालाँकि embedded system|सन्निहित संगणक जो कि ज्यादातर उपकरणों जैसे कि आंकिक श्रव्य वादक|एम.पी.३ वादक, वायुयान व खिलौनो से लेकर औद्योगिक मानव यन्त्र में पाये जाते है लोगो के बीच ज्यादा प्रचलित है। .

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चित्रितोप योजक सम्पर्क साधन और स्टीव जॉब्स के बीच तुलना

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संदर्भ

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