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चम्पावत जिला और हल्द्वानी तहसील

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

चम्पावत जिला और हल्द्वानी तहसील के बीच अंतर

चम्पावत जिला vs. हल्द्वानी तहसील

चम्पावत भारतीय राज्य उत्तराखण्ड का एक जिला है। इसका मुख्यालय चंपावत में है। उत्तराखंड का ऐतिहासिक चंपावत जिला अपने आकर्षक मंदिरों और खूबसूरत वास्तुशिल्प के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। पहाड़ों और मैदानों के बीच से होकर बहती नदियां अद्भुत छटा बिखेरती हैं। चंपावत में पर्यटकों को वह सब कुछ मिलता है जो वह एक पर्वतीय स्थान से चाहते हैं। वन्यजीवों से लेकर हरे-भरे मैदानों तक और ट्रैकिंग की सुविधा, सभी कुछ यहां पर है। समुद्र तल से 1615 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। चंपावत कई सालों तक कुंमाऊं के शासकों की राजधानी रहा है। चन्द शासकों के किले के अवशेष आज भी चंपावत में देखे जा सकते हैं। . हल्द्वानी तहसील भारत के उत्तराखंड राज्य में नैनीताल जनपद की एक तहसील है। नैनीताल जनपद के दक्षिण-पूर्वी भाग में स्थित इस तहसील के मुख्यालय हल्द्वानी नगर में स्थित हैं। इसके पूर्व में चम्पावत जनपद की श्री पूर्णागिरी तहसील, पश्चिम में कालाढूंगी तहसील, उत्तर में नैनीताल और धारी तहसील, तथा दक्षिण में लालकुआँ तहसील और उधम सिंह नगर जनपद की गदरपुर, किच्छा, सितारगंज तथा खटीमा तहसील है। .

चम्पावत जिला और हल्द्वानी तहसील के बीच समानता

चम्पावत जिला और हल्द्वानी तहसील आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): श्री पूर्णागिरी तहसील, उत्तराखण्ड

श्री पूर्णागिरी तहसील

श्री पूर्णागिरी तहसील भारत के उत्तराखंड राज्य में चम्पावत जनपद की एक तहसील है। चम्पावत जनपद के दक्षिणी भाग में स्थित इस तहसील के मुख्यालय टनकपुर नगर में स्थित हैं। ३० अक्टूबर २००३ को उत्तरांचल सरकार के शाशनादेश से चम्पावत तहसील के ८१ ग्रामों के साथ इसका गठन किया गया। इसके पूर्व में नेपाल, पश्चिम में नैनीताल जनपद की हल्द्वानी तहसील, उत्तर में चम्पावत तहसील तथा दक्षिण में उधम सिंह नगर जनपद की खटीमा तहसील है। .

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उत्तराखण्ड

उत्तराखण्ड (पूर्व नाम उत्तरांचल), उत्तर भारत में स्थित एक राज्य है जिसका निर्माण ९ नवम्बर २००० को कई वर्षों के आन्दोलन के पश्चात भारत गणराज्य के सत्ताइसवें राज्य के रूप में किया गया था। सन २००० से २००६ तक यह उत्तरांचल के नाम से जाना जाता था। जनवरी २००७ में स्थानीय लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए राज्य का आधिकारिक नाम बदलकर उत्तराखण्ड कर दिया गया। राज्य की सीमाएँ उत्तर में तिब्बत और पूर्व में नेपाल से लगी हैं। पश्चिम में हिमाचल प्रदेश और दक्षिण में उत्तर प्रदेश इसकी सीमा से लगे राज्य हैं। सन २००० में अपने गठन से पूर्व यह उत्तर प्रदेश का एक भाग था। पारम्परिक हिन्दू ग्रन्थों और प्राचीन साहित्य में इस क्षेत्र का उल्लेख उत्तराखण्ड के रूप में किया गया है। हिन्दी और संस्कृत में उत्तराखण्ड का अर्थ उत्तरी क्षेत्र या भाग होता है। राज्य में हिन्दू धर्म की पवित्रतम और भारत की सबसे बड़ी नदियों गंगा और यमुना के उद्गम स्थल क्रमशः गंगोत्री और यमुनोत्री तथा इनके तटों पर बसे वैदिक संस्कृति के कई महत्त्वपूर्ण तीर्थस्थान हैं। देहरादून, उत्तराखण्ड की अन्तरिम राजधानी होने के साथ इस राज्य का सबसे बड़ा नगर है। गैरसैण नामक एक छोटे से कस्बे को इसकी भौगोलिक स्थिति को देखते हुए भविष्य की राजधानी के रूप में प्रस्तावित किया गया है किन्तु विवादों और संसाधनों के अभाव के चलते अभी भी देहरादून अस्थाई राजधानी बना हुआ है। राज्य का उच्च न्यायालय नैनीताल में है। राज्य सरकार ने हाल ही में हस्तशिल्प और हथकरघा उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये कुछ पहल की हैं। साथ ही बढ़ते पर्यटन व्यापार तथा उच्च तकनीकी वाले उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए आकर्षक कर योजनायें प्रस्तुत की हैं। राज्य में कुछ विवादास्पद किन्तु वृहत बाँध परियोजनाएँ भी हैं जिनकी पूरे देश में कई बार आलोचनाएँ भी की जाती रही हैं, जिनमें विशेष है भागीरथी-भीलांगना नदियों पर बनने वाली टिहरी बाँध परियोजना। इस परियोजना की कल्पना १९५३ मे की गई थी और यह अन्ततः २००७ में बनकर तैयार हुआ। उत्तराखण्ड, चिपको आन्दोलन के जन्मस्थान के नाम से भी जाना जाता है। .

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सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

चम्पावत जिला और हल्द्वानी तहसील के बीच तुलना

चम्पावत जिला 13 संबंध है और हल्द्वानी तहसील 21 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 5.88% है = 2 / (13 + 21)।

संदर्भ

यह लेख चम्पावत जिला और हल्द्वानी तहसील के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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