हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

चन्द्रशेखर सीमा और द्रव्यमान

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

चन्द्रशेखर सीमा और द्रव्यमान के बीच अंतर

चन्द्रशेखर सीमा vs. द्रव्यमान

किसी स्थायी श्वेत बौने नक्षत्र का अधिकतम सम्भावित द्रव्यमान चन्द्रशेखर सीमा (Chandrasekhar limit) कहलाती है। इस सीमा का उल्लेख सबसे पहले विल्हेम एण्डर्सन और ई सी स्टोनर ने १९३० में प्रकाशित अपने शोधपत्रों में किया था। किन्तु भारत के खगोलभौतिकशास्त्री सुब्रमण्यन चन्द्रशेखर ने १९३० में, १९ वर्ष की आयु में, स्वतन्त्र रूप से इस सीमा की खोज की और इस सीमा की गणना को और अधिक शुद्ध बनाया। वर्तमान समय में चन्द्रशेखर सीमा का स्वीकृत मान लगभग 1.39 M_\odot (2.765 × 1030 kg) है। . द्रव्यमान किसी पदार्थ का वह मूल गुण है, जो उस पदार्थ के त्वरण का विरोध करता है। सरल भाषा में द्रव्यमान से हमें किसी वस्तु का वज़न और गुरुत्वाकर्षण के प्रति उसके आकर्षण या शक्ति का पता चलता है। श्रेणी:भौतिकी श्रेणी:भौतिक शब्दावली *.

चन्द्रशेखर सीमा और द्रव्यमान के बीच समानता

चन्द्रशेखर सीमा और द्रव्यमान आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

चन्द्रशेखर सीमा और द्रव्यमान के बीच तुलना

चन्द्रशेखर सीमा 2 संबंध है और द्रव्यमान 5 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (2 + 5)।

संदर्भ

यह लेख चन्द्रशेखर सीमा और द्रव्यमान के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: