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चग़ताई ख़ानत और रेशम मार्ग से बौद्ध धर्म का प्रसार

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

चग़ताई ख़ानत और रेशम मार्ग से बौद्ध धर्म का प्रसार के बीच अंतर

चग़ताई ख़ानत vs. रेशम मार्ग से बौद्ध धर्म का प्रसार

१३वीं सदी में चग़ताई ख़ानत और उसके पड़ोसी चग़ताई ख़ानत (मंगोल: Цагадайн улс, त्सगदाई उल्स; अंग्रेज़ी: Chagatai Khanate) एक तुर्की-मंगोल ख़ानत थी जिसमें मध्य एशिया के वे क्षेत्र शामिल थे जिनपर चंगेज़ ख़ान के दूसरे बेटे चग़ताई ख़ान का और उसके वंशजों का राज था। आरम्भ में यह ख़ानत मंगोल साम्राज्य का हिस्सा मानी जाती थी लेकिन आगे चलकर पूरी तरह स्वतन्त्र हो गई। अपने चरम पर यह अरल सागर से दक्षिण में आमू दरिया से लेकर आधुनिक चीन और मंगोलिया की सरहद पर अल्ताई पर्वतों तक विस्तृत थी। यह सन् १२२५ से लेकर किसी-न-किसी रूप में १६८७ तक चली। इस ख़ानत के चग़ताई शासक कभी तो तैमूरी राजवंश से मित्रता करते थे और कभी उनसे लड़ते थे। १७वीं सदी में जाकर उइग़ुर नेता आफ़ाक़ ख़ोजा और उनके वंशजों ने पूरे चग़ताई इलाक़े पर क़ब्ज़ा कर के इस ख़ानत को समाप्त कर दिया।, Aisha Khan, The Rosen Publishing Group, 2003, ISBN 978-0-8239-3868-1,... पहली-दूसरी शताब्दी में, चीन के हान वंश के राज्यकाल में रेशम पथ से बौद्ध धर्म वहाँ पहुँचा। .

चग़ताई ख़ानत और रेशम मार्ग से बौद्ध धर्म का प्रसार के बीच समानता

चग़ताई ख़ानत और रेशम मार्ग से बौद्ध धर्म का प्रसार आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): चीन

चीन

---- right चीन विश्व की प्राचीन सभ्यताओं में से एक है जो एशियाई महाद्वीप के पू‍र्व में स्थित है। चीन की सभ्यता एवं संस्कृति छठी शताब्दी से भी पुरानी है। चीन की लिखित भाषा प्रणाली विश्व की सबसे पुरानी है जो आज तक उपयोग में लायी जा रही है और जो कई आविष्कारों का स्रोत भी है। ब्रिटिश विद्वान और जीव-रसायन शास्त्री जोसफ नीधम ने प्राचीन चीन के चार महान अविष्कार बताये जो हैं:- कागज़, कम्पास, बारूद और मुद्रण। ऐतिहासिक रूप से चीनी संस्कृति का प्रभाव पूर्वी और दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों पर रहा है और चीनी धर्म, रिवाज़ और लेखन प्रणाली को इन देशों में अलग-अलग स्तर तक अपनाया गया है। चीन में प्रथम मानवीय उपस्थिति के प्रमाण झोऊ कोऊ दियन गुफा के समीप मिलते हैं और जो होमो इरेक्टस के प्रथम नमूने भी है जिसे हम 'पेकिंग मानव' के नाम से जानते हैं। अनुमान है कि ये इस क्षेत्र में ३,००,००० से ५,००,००० वर्ष पूर्व यहाँ रहते थे और कुछ शोधों से ये महत्वपूर्ण जानकारी भी मिली है कि पेकिंग मानव आग जलाने की और उसे नियंत्रित करने की कला जानते थे। चीन के गृह युद्ध के कारण इसके दो भाग हो गये - (१) जनवादी गणराज्य चीन जो मुख्य चीनी भूभाग पर स्थापित समाजवादी सरकार द्वारा शासित क्षेत्रों को कहते हैं। इसके अन्तर्गत चीन का बहुतायत भाग आता है। (२) चीनी गणराज्य - जो मुख्य भूमि से हटकर ताईवान सहित कुछ अन्य द्वीपों से बना देश है। इसका मुख्यालय ताइवान है। चीन की आबादी दुनिया में सर्वाधिक है। प्राचीन चीन मानव सभ्यता के सबसे पुरानी शरणस्थलियों में से एक है। वैज्ञानिक कार्बन डेटिंग के अनुसार यहाँ पर मानव २२ लाख से २५ लाख वर्ष पहले आये थे। .

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चग़ताई ख़ानत और रेशम मार्ग से बौद्ध धर्म का प्रसार के बीच तुलना

चग़ताई ख़ानत 17 संबंध है और रेशम मार्ग से बौद्ध धर्म का प्रसार 3 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 5.00% है = 1 / (17 + 3)।

संदर्भ

यह लेख चग़ताई ख़ानत और रेशम मार्ग से बौद्ध धर्म का प्रसार के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: