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चंपारण विद्रोह और नील विद्रोह

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

चंपारण विद्रोह और नील विद्रोह के बीच अंतर

चंपारण विद्रोह vs. नील विद्रोह

गांधी जी ने सर्वप्रथम बिहार के चम्पारन जिले मे सन १९१७ मे बिहार के किसान के लिए आन्दोलन शुरू किया। किसानो को एक निश्चित हिस्से पर नील की खेती करने व निश्चित दर से सरकार को बेचने लिए विवश किया जाता था। श्रेणी:आंदोलन. बंगाल में नील के एक कारखाने का दृष्य (१८६७) नील विद्रोह किसानों द्वारा किया गया एक आन्दोलन था जो बंगाल के किसानों द्वारा सन् १८५९ में किया गया था। किन्तु इस विद्रोह की जड़ें आधी शताब्दी पुरानी थीं, अर्थात् नील कृषि अधिनियम (indigo plantation act) का पारित होना। इस विद्रोह के आरम्भ में नदिया जिले के किसानों ने 1859 के फरवरी-मार्च में नील का एक भी बीज बोने से मना कर दिया। यह आन्दोलन पूरी तरह से अहिंसक था तथा इसमें भारत के हिन्दू और मुसलमान दोनो ने बराबर का हिस्सा लिया। सन् १८६० तक बंगाल में नील की खेती लगभग ठप पड़ गई। सन् १८६० में इसके लिए एक आयोग गठित किया गया। .

चंपारण विद्रोह और नील विद्रोह के बीच समानता

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संदर्भ

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