सामग्री की तालिका
29 संबंधों: चिकित्सालय, डासना, डीज़ल इंजन, दिल्ली, पिलखुवा, बुलन्दशहर, महापौर, मेरठ, यमुना नदी, रंग, लारा दत्ता, सहारनपुर, सायकिल, सुरेश रैना, हापुड़, हिन्डन, हिमालय, वनस्पति तेल, वार्निश, विद्युत्-लेपन, ग़ाज़ियाबाद, ग़ाज़ियाबाद ज़िला, गंगा नदी, गंगा नहर, गौतमबुद्ध नगर, आशा शर्मा, काली नदी, उत्तराखण्ड, कांच, उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम।
चिकित्सालय
चिकित्सालय या अस्पताल (hospital) स्वास्थ्य की देखभाल करने की संस्था है। इसमें विशिष्टताप्राप्त चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ के द्वारा तथा विभिन्न प्रकार के उपकरणों की सहायता से रोगियों का निदान एवं चिकित्सा की जाती है। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और चिकित्सालय
डासना
डासना गाजियाबाद जिले का एक गांव है। श्रेणी:गाजियाबाद जिला.
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और डासना
डीज़ल इंजन
डीज़ल ईंजन एक अंतर्दहन इंजन है जो बन्द स्थान में वायु को संपीडित करने से उत्पन्न ऊष्मा का उपयोग करके ईंधन में ज्वलन (इग्नीशन) उत्पन्न करता है। इस प्रकार यह यह स्पार्क-ज्वलन इंजनों से भिन्न है क्योंकि उनमें वायु और ईंधन के मिश्रण को प्रज्वलित करने के लिए स्पार्क-प्लग का उपयोग किया जाता है। इसे संपीडन-ज्वलन इंजन (compression-ignition engine) भी कहते हैं। इससे प्राप्त यांत्रिक ऊर्जा (गतिज ऊर्जा) का उपयोग वाहन, जेनरेटर तथा अन्य कई कार्यों में लाया जाता है। इसकी ख़ोज 1892 में पेरिस में जन्मे जर्मन मूल के अभियंता रूडोल्फ़ डीज़ल ने की थी। अन्य रसायनों के अलावा यह नाइट्रोजन तथा कालिख के कण दहन के उत्पाद के रूप में छोड़ता है जो प्रदूषण का ख़तरा उत्पन्न करते हैं। इस इंजन में वायु को प्रथमतया दबाया जाता है जिसकी वजह से इसका तापमान बढ़ता है। इसके बाद इसमें जैसे ही डीज़ल उड़ेला जाता है यह गरमी की वजह से जलने लगता है जिसकी वजह से और गर्मी पैदा होती है और यह अपने ऊपर लगे पिस्टन को धकेलता है। इस कारण से गति प्राप्त होती है जिसको कई गियरों तथा रेलों के सहारे इच्छित काम करने में लगाया जाता है। जब तक ट्रकों, बसों और रेल इंजनों में डीज़ल का प्रयोग नहीं शुरू हुआ तब तक यह सर्वसाधरण के लिये अज्ञात ही था। इसके अन्य उपयोग भी इतने ही महत्वपूर्ण थे, पर ऐसे जान नहीं पड़ते थे। आज डीज़ल इंजन जहाजों, जनित्रों (generators), पंपो, संपीड़कों, चक्कियों, चट्टान दलित्रों, मिट्टी हटाने की मशीनों, ट्रैक्टरों आदि में काम आ रहा है। भिन्न भिन्न कार्यों के लिये डीज़ल इंजन का अकार तथा आकृति भित्र होती है। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और डीज़ल इंजन
दिल्ली
दिल्ली (IPA), आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (अंग्रेज़ी: National Capital Territory of Delhi) भारत का एक केंद्र-शासित प्रदेश और महानगर है। इसमें नई दिल्ली सम्मिलित है जो भारत की राजधानी है। दिल्ली राजधानी होने के नाते केंद्र सरकार की तीनों इकाइयों - कार्यपालिका, संसद और न्यायपालिका के मुख्यालय नई दिल्ली और दिल्ली में स्थापित हैं १४८३ वर्ग किलोमीटर में फैला दिल्ली जनसंख्या के तौर पर भारत का दूसरा सबसे बड़ा महानगर है। यहाँ की जनसंख्या लगभग १ करोड़ ७० लाख है। यहाँ बोली जाने वाली मुख्य भाषाएँ हैं: हिन्दी, पंजाबी, उर्दू और अंग्रेज़ी। भारत में दिल्ली का ऐतिहासिक महत्त्व है। इसके दक्षिण पश्चिम में अरावली पहाड़ियां और पूर्व में यमुना नदी है, जिसके किनारे यह बसा है। यह प्राचीन समय में गंगा के मैदान से होकर जाने वाले वाणिज्य पथों के रास्ते में पड़ने वाला मुख्य पड़ाव था। यमुना नदी के किनारे स्थित इस नगर का गौरवशाली पौराणिक इतिहास है। यह भारत का अति प्राचीन नगर है। इसके इतिहास का प्रारम्भ सिन्धु घाटी सभ्यता से जुड़ा हुआ है। हरियाणा के आसपास के क्षेत्रों में हुई खुदाई से इस बात के प्रमाण मिले हैं। महाभारत काल में इसका नाम इन्द्रप्रस्थ था। दिल्ली सल्तनत के उत्थान के साथ ही दिल्ली एक प्रमुख राजनैतिक, सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक शहर के रूप में उभरी। यहाँ कई प्राचीन एवं मध्यकालीन इमारतों तथा उनके अवशेषों को देखा जा सकता हैं। १६३९ में मुगल बादशाह शाहजहाँ ने दिल्ली में ही एक चारदीवारी से घिरे शहर का निर्माण करवाया जो १६७९ से १८५७ तक मुगल साम्राज्य की राजधानी रही। १८वीं एवं १९वीं शताब्दी में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने लगभग पूरे भारत को अपने कब्जे में ले लिया। इन लोगों ने कोलकाता को अपनी राजधानी बनाया। १९११ में अंग्रेजी सरकार ने फैसला किया कि राजधानी को वापस दिल्ली लाया जाए। इसके लिए पुरानी दिल्ली के दक्षिण में एक नए नगर नई दिल्ली का निर्माण प्रारम्भ हुआ। अंग्रेजों से १९४७ में स्वतंत्रता प्राप्त कर नई दिल्ली को भारत की राजधानी घोषित किया गया। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् दिल्ली में विभिन्न क्षेत्रों से लोगों का प्रवासन हुआ, इससे दिल्ली के स्वरूप में आमूल परिवर्तन हुआ। विभिन्न प्रान्तो, धर्मों एवं जातियों के लोगों के दिल्ली में बसने के कारण दिल्ली का शहरीकरण तो हुआ ही साथ ही यहाँ एक मिश्रित संस्कृति ने भी जन्म लिया। आज दिल्ली भारत का एक प्रमुख राजनैतिक, सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक केन्द्र है। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और दिल्ली
पिलखुवा
पिलखुवा हापुड़ का एक कस्बा है। पिलखुवा क़स्बा पहले गाज़ियाबाद जिले का भाग था मगर सन २०११ में तत्कालीन बसपा सरकार के कार्यकाल में इसे हापुड़ जिले में शामिल कर दिया गया। पिलखुवा G.T.
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और पिलखुवा
बुलन्दशहर
बुलंदशहर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का एक जिला है। बुलंदशहर, अनूपशहर, खुर्जा, स्याना, डिबाई, सिकंदराबाद व शिकारपुर इसके प्रमुख नगर हैं व बुलन्दशहर नगर इस जनपद का मुख्यालय है। बुलंदशहर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दिल्ली से ६४ किलोमीटर की दूरी पर बसा शहर है। साथ ही बहती है काली नदी। यह शहर मुखयतः सड़कों से मेरठ, अलीगढ़, खैर, बदायूं, गौतम बुद्ध नगर व गाजियाबाद से जुडा हुआ है। बुलंदशहर जनपद के नरौरा में गंगा के किनारे भारत वर्ष में विद्यमान परमाणु विद्युत संयंत्र में से एक विद्युत ताप गृह स्थापित व सुचारू रूप से प्रयोग में है। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और बुलन्दशहर
महापौर
महापौर किसी नगर के प्रशासक को कहते हैं। कई बार महापौर का चुनाव उस नगर में रहने वाले लोगों द्वारा किया जाता है और अन्य कई बार, एक केंद्रीय सरकारी समिति यह निर्णय लेती है की किसी नगर का महापौर कौन होगा। बहुत से संघीय देशों जैसे जर्मनी और संयुक्त राज्य अमेरिका में महापौर नगर-राज्य की सरकार का प्रमुख भी होता है। In श्रेणी:समाजशास्त्र.
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और महापौर
मेरठ
मेरठ भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का एक शहर है। यहाँ नगर निगम कार्यरत है। यह प्राचीन नगर दिल्ली से ७२ कि॰मी॰ (४४ मील) उत्तर पूर्व में स्थित है। मेरठ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (ऍन.सी.आर) का हिस्सा है। यहाँ भारतीय सेना की एक छावनी भी है। यह उत्तर प्रदेश के सबसे तेजी से विकसित और शिक्षित होते जिलों में से एक है। मेरठ जिले में 12 ब्लॉक,34 जिला पंचायत सदस्य,80 नगर निगम पार्षद है। मेरठ जिले में 4 लोक सभा क्षेत्र सम्मिलित हैं, सरधना विधानसभा, मुजफ्फरनगर लोकसभा में हस्तिनापुर विधानसभा, बिजनौर लोकसभा में,सिवाल खास बागपत लोकसभा क्षेत्र में और मेरठ कैंट,मेरठ दक्षिण,मेरठ शहर,किठौर मेरठ लोकसभा क्षेत्र में है .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और मेरठ
यमुना नदी
आगरा में यमुना नदी यमुना त्रिवेणी संगम प्रयाग में वृंदावन के पवित्र केशीघाट पर यमुना सुबह के धुँधलके में यमुनातट पर ताज यमुना भारत की एक नदी है। यह गंगा नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है जो यमुनोत्री (उत्तरकाशी से ३० किमी उत्तर, गढ़वाल में) नामक जगह से निकलती है और प्रयाग (इलाहाबाद) में गंगा से मिल जाती है। इसकी प्रमुख सहायक नदियों में चम्बल, सेंगर, छोटी सिन्ध, बतवा और केन उल्लेखनीय हैं। यमुना के तटवर्ती नगरों में दिल्ली और आगरा के अतिरिक्त इटावा, काल्पी, हमीरपुर और प्रयाग मुख्य है। प्रयाग में यमुना एक विशाल नदी के रूप में प्रस्तुत होती है और वहाँ के प्रसिद्ध ऐतिहासिक किले के नीचे गंगा में मिल जाती है। ब्रज की संस्कृति में यमुना का महत्वपूर्ण स्थान है। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और यमुना नदी
रंग
रंग प्रकाश का गुण है। इसके तीन गुण होते है- रंगत,मान,सघनता।वर्ण, चाक्षुक या आभासी कला के महत्वपूर्ण अंग हैं। वर्ण या रंग होते हैं, आभास बोध का मानवी गुण धर्म है, जिसमें लाल, हरा, नीला, इत्यादि होते हैं। रंग, मानवी आँखों की वर्णक्रम से मिलने पर छाया सम्बंधी गतिविधियों से से उत्पन्न होते हैं। रंग की श्रेणियाँ एवं भौतिक विनिर्देश जो हैं, जुड़े होते हैं वस्तु, प्रकाश स्त्रोत, इत्यादि की भौतिक गुणधर्म जैसे प्रकाश अन्तर्लयन, विलयन, समावेशन, परावर्तन या वर्णक्रम उत्सर्ग पर निर्भर भी करते हैं। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और रंग
लारा दत्ता
लारा दत्ता हिन्दी फिल्मों की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं। वह वर्ष २००० की मिस यूनीवर्स थीं। लारा की पहली फ़िल्म अंदाज़ थी। उसके बाद वो कई सफल फ़िल्मों में दिख चुकी है जैसे-मस्ती, नो एन्ट्री, काल, भागम भाग, पार्टनर, हाउसफुल, और चलो दिल्ली। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और लारा दत्ता
सहारनपुर
सहारनपुर उत्तर प्रदेश प्रान्त का एक शहर है। सहारनपुर की स्थापना 1340 के आसपास हुई और इसका नाम एक राजा सहारन पीर के नाम पर पड़ा। सहारनपुर की काष्ठ कला और देवबन्द दारूल उलूम विश्वपटल पर सहारनपुर को अलग पहचान दिलाते हैं। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और सहारनपुर
सायकिल
भीतरी नली में हवा भरने के लिए बुड के हवा वाल्ब का बहुधा प्रयोग होता है, जिसकी बनावट चित्र 13.
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और सायकिल
सुरेश रैना
सुरेश रैना (سریش رائنا (जन्म २७ नवम्बर १९८६) भारत के प्रमुख क्रिकेट खिलाड़ी हैं। रैना के पिता त्रिलोकी चन्द एक सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी है। वह बाएं हाथ के मध्यक्रम के बल्लेबाज और एक बाएं हाथ के ऑफ स्पिन गेंदबाज है। वे घरेलू क्रिकेट के सभी रूपों में उत्तर प्रदेश के लिए खेलता है और इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई सुपर किंग्स के उप कप्तान है। उन्होंने आईपीएल में सर्वाधिक रन बनाए हैं और सबसे ज्यादा कैच पकङे है। उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स के सभी मैच खेले है। रैना १८ वर्ष की आयु में श्रीलंका के खिलाफ २००५ में अपने एक दिवसीय कैरियर की शुरुआत की और २०१० में अपने टेस्ट कैरियर की शुरुआत श्रीलंका के खिलाफ ही की। रैना भारत की विश्व कप २०११ की विजेता टीम का हिस्सा था। लेकिन विशेषज्ञों ने उनकी तकनीक अक्सर विशेष रूप से तेजी और छोटी गेंदों के खिलाफ सवाल उठाया गया है। उनका औसत विदेशी धरती पर इसे समर्थन करता है। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और सुरेश रैना
हापुड़
हापुड़ भारत के उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर एवं लोकसभा क्षेत्र है। यह नए बनाए गए जिले का मुख्यालय हैं। यह एक रेलवे का जंक्शन भी है। यह ज़िले की प्रसिद्ध व्यपारिक मण्डी है। यहाँ पर तिलहन, गुड़, गल्ले और कपास का व्यापार अधिक होता है। हापुड़ (हिन्दी- उर्दू) के बारे में-- ३,१०,000 की आबादी का एक मध्यम आकार के शहर है और स्टेनलेस स्टील पाइप, ट्यूब और हब बनाने के रूप में विख्यात, हापुड़ कागज शंकु और ट्यूबों के लिए भी प्रसिद्ध है। भारत की राजधानी नई दिल्ली से लगभग 60 किमी दूर स्थित यह शहर जिले का मुख्यालय भी है। राष्ट्रीय राजमार्ग-9 दिल्ली को लखनऊ से जोड़ने वाला राजमार्ग भी शहर से गुजरता है। हापुड़ शहर दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के अंतर्गत आता है। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और हापुड़
हिन्डन
हिन्डन कई अर्थ है.
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और हिन्डन
हिमालय
हिमालय पर्वत की अवस्थिति का एक सरलीकृत निरूपण हिमालय एक पर्वत तन्त्र है जो भारतीय उपमहाद्वीप को मध्य एशिया और तिब्बत से अलग करता है। यह पर्वत तन्त्र मुख्य रूप से तीन समानांतर श्रेणियों- महान हिमालय, मध्य हिमालय और शिवालिक से मिलकर बना है जो पश्चिम से पूर्व की ओर एक चाप की आकृति में लगभग 2400 कि॰मी॰ की लम्बाई में फैली हैं। इस चाप का उभार दक्षिण की ओर अर्थात उत्तरी भारत के मैदान की ओर है और केन्द्र तिब्बत के पठार की ओर। इन तीन मुख्य श्रेणियों के आलावा चौथी और सबसे उत्तरी श्रेणी को परा हिमालय या ट्रांस हिमालय कहा जाता है जिसमें कराकोरम तथा कैलाश श्रेणियाँ शामिल है। हिमालय पर्वत पाँच देशों की सीमाओं में फैला हैं। ये देश हैं- पाकिस्तान, भारत, नेपाल, भूटान और चीन। अन्तरिक्ष से लिया गया हिमालय का चित्र संसार की अधिकांश ऊँची पर्वत चोटियाँ हिमालय में ही स्थित हैं। विश्व के 100 सर्वोच्च शिखरों में हिमालय की अनेक चोटियाँ हैं। विश्व का सर्वोच्च शिखर माउंट एवरेस्ट हिमालय का ही एक शिखर है। हिमालय में 100 से ज्यादा पर्वत शिखर हैं जो 7200 मीटर से ऊँचे हैं। हिमालय के कुछ प्रमुख शिखरों में सबसे महत्वपूर्ण सागरमाथा हिमाल, अन्नपूर्णा, गणेय, लांगतंग, मानसलू, रॊलवालिंग, जुगल, गौरीशंकर, कुंभू, धौलागिरी और कंचनजंघा है। हिमालय श्रेणी में 15 हजार से ज्यादा हिमनद हैं जो 12 हजार वर्ग किलॊमीटर में फैले हुए हैं। 72 किलोमीटर लंबा सियाचिन हिमनद विश्व का दूसरा सबसे लंबा हिमनद है। हिमालय की कुछ प्रमुख नदियों में शामिल हैं - सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र और यांगतेज। भूनिर्माण के सिद्धांतों के अनुसार यह भारत-आस्ट्र प्लेटों के एशियाई प्लेट में टकराने से बना है। हिमालय के निर्माण में प्रथम उत्थान 650 लाख वर्ष पूर्व हुआ था और मध्य हिमालय का उत्थान 450 लाख वर्ष पूर्व हिमालय में कुछ महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थल भी है। इनमें हरिद्वार, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गोमुख, देव प्रयाग, ऋषिकेश, कैलाश, मानसरोवर तथा अमरनाथ प्रमुख हैं। भारतीय ग्रंथ गीता में भी इसका उल्लेख मिलता है (गीता:10.25)। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और हिमालय
वनस्पति तेल
जैतून का तेल वनस्पति तेल (Vegetable oils) लिपिड (lipid) पदार्थ हैं जो पेड़-पौधों से प्राप्त होते हैं। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और वनस्पति तेल
वार्निश
संग्रहालय में वार्निश की हुईं कुछ लकड़ी की वस्तुएँ रोगन या वार्निश (अंग्रेजी:Varnish) एक पदार्थ है जो लकड़ी तथा अन्य कुछ पदार्थों के ऊपर लगायी जाती है जिससे उनकी सुरक्षा हो और वे सुन्दर दिखें। वार्निश के लेप चढ़ाने का उद्देश्य किसी तल को चिकना, चमकीला और आकर्षक बनाना होता है। यदि तल लकड़ी का है, तो तल की कीटों से रक्षा भी वार्निश से हो सकती है। यदि तल धातुओं का है, तो उसपर वायु, जल, प्रकाश आदि, से रक्षा कर मुरचा लगने से उसे बचाया जा सकता है। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और वार्निश
विद्युत्-लेपन
विद्युत धारा द्वारा, धातुओं पर लेपन करने की विधि को विद्युतलेपन (Electroplating) कहते हैं। बहुधा लोहे की वस्तुओं को संक्षरण से बचाने तथा चमक के लिए, उन पर ताँबे, निकल अथवा क्रोमियम का लेपन किया जाता है। आधार धातु पर लेपन करने के बाद, लेपन की जानेवाली धातु के बाहरी गुण दिखाई देते हैं। इससे वस्तु का बाहरी रूप रंग निखर जाता है तथा साथ ही वस्तु संक्षारण से भी बचती है। विद्युत्लेपन द्वारा लेपित की जानेवाली धातु, आधार धातु से अच्छी प्रकार संबद्ध हो जाती है और लेपन प्राय: स्थायी रूप में किया जा सकता है। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और विद्युत्-लेपन
ग़ाज़ियाबाद
ग़ाज़ियाबाद, भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश में स्थित एक नगर है। यह उत्तर प्रदेश और उत्तर भारत का एक प्रमुख औद्योगिक केन्द्र है और दिल्ली के पूर्व और मेरठ के दक्षिणपश्चिम में स्थित है। ग़ाज़ियाबाद में ग़ाज़ियाबाद जिले का मुख्यालय स्थित है। स्वतंत्रता से पहले ग़ाज़ियाबाद जिला, मेरठ जिले का भाग था पर स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात राजनैतिक कारणों से इसे एक पृथक जिला बनाया गया। ग़ाज़ियाबाद का नाम इसके संस्थापक ग़ाज़ीउद्दीन के नाम पर पड़ा है, जिसने इसका नाम अपने नाम पर ग़ाज़ीउद्दीननगर रखा था, लेकिन बाद में, इसका नाम छोटा करके ग़ाज़ियाबाद कर दिया गया। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और ग़ाज़ियाबाद
ग़ाज़ियाबाद ज़िला
ग़ाज़ियाबाद उत्तर प्रदेश का एक औद्योगिक जिला है। नगर का नाम ग़ाज़ी-उद्-दीन के नाम पर पडा़ है। बाद में इसका नाम ग़ाज़ियाबाद हो गया जो प्रयोग में छोटा और सरल था। यहाँ भारत इलेक्ट्रोनिक्स लि० तथा अग्रिम स्तरीय दूरसंचार प्रशिक्षण केन्द्र (ALTTC) स्थित है। यह प्रमुख नगरीय क्षेत्र होने के नाते अच्छी तरह से सड़कों और रेल से जुड़ा हुआ है। हाल ही में एक बडी़ संख्या में शहर में मॉल और मल्टीप्लेक्स खुले हैं। सड़कों को चौड़ा किया जाने के साथ जगह जगह पर उड़नपुलों का निर्माण और सुधार किया जा रहा है, तथा शीघ्र ही दिल्ली मेट्रो नेटवर्क से जुडने वाला है। इनके कारण इसे न्यूज़वीक इंटरनेशनल ने 2006 के लिए दुनिया के 10 सबसे प्रगतिशील शहरों में शामिल किया था। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और ग़ाज़ियाबाद ज़िला
गंगा नदी
गंगा (गङ्गा; গঙ্গা) भारत की सबसे महत्त्वपूर्ण नदी है। यह भारत और बांग्लादेश में कुल मिलाकर २,५१० किलोमीटर (कि॰मी॰) की दूरी तय करती हुई उत्तराखण्ड में हिमालय से लेकर बंगाल की खाड़ी के सुन्दरवन तक विशाल भू-भाग को सींचती है। देश की प्राकृतिक सम्पदा ही नहीं, जन-जन की भावनात्मक आस्था का आधार भी है। २,०७१ कि॰मी॰ तक भारत तथा उसके बाद बांग्लादेश में अपनी लंबी यात्रा करते हुए यह सहायक नदियों के साथ दस लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के अति विशाल उपजाऊ मैदान की रचना करती है। सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से अत्यन्त महत्त्वपूर्ण गंगा का यह मैदान अपनी घनी जनसंख्या के कारण भी जाना जाता है। १०० फीट (३१ मी॰) की अधिकतम गहराई वाली यह नदी भारत में पवित्र मानी जाती है तथा इसकी उपासना माँ तथा देवी के रूप में की जाती है। भारतीय पुराण और साहित्य में अपने सौन्दर्य और महत्त्व के कारण बार-बार आदर के साथ वंदित गंगा नदी के प्रति विदेशी साहित्य में भी प्रशंसा और भावुकतापूर्ण वर्णन किये गये हैं। इस नदी में मछलियों तथा सर्पों की अनेक प्रजातियाँ तो पायी ही जाती हैं, मीठे पानी वाले दुर्लभ डॉलफिन भी पाये जाते हैं। यह कृषि, पर्यटन, साहसिक खेलों तथा उद्योगों के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान देती है तथा अपने तट पर बसे शहरों की जलापूर्ति भी करती है। इसके तट पर विकसित धार्मिक स्थल और तीर्थ भारतीय सामाजिक व्यवस्था के विशेष अंग हैं। इसके ऊपर बने पुल, बांध और नदी परियोजनाएँ भारत की बिजली, पानी और कृषि से सम्बन्धित ज़रूरतों को पूरा करती हैं। वैज्ञानिक मानते हैं कि इस नदी के जल में बैक्टीरियोफेज नामक विषाणु होते हैं, जो जीवाणुओं व अन्य हानिकारक सूक्ष्मजीवों को जीवित नहीं रहने देते हैं। गंगा की इस अनुपम शुद्धीकरण क्षमता तथा सामाजिक श्रद्धा के बावजूद इसको प्रदूषित होने से रोका नहीं जा सका है। फिर भी इसके प्रयत्न जारी हैं और सफ़ाई की अनेक परियोजनाओं के क्रम में नवम्बर,२००८ में भारत सरकार द्वारा इसे भारत की राष्ट्रीय नदी तथा इलाहाबाद और हल्दिया के बीच (१६०० किलोमीटर) गंगा नदी जलमार्ग को राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित किया है। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और गंगा नदी
गंगा नहर
गंगा नहर पर बने एक पुराने पुल की तस्वीर जिसका निर्माण 1854 से पहले ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन के दौरान किया गया था। यह तस्वीर एक चलती हुई कार से खींची गयी है।गंगा नहर, एक नहर प्रणाली है जिसका प्रयोग गंगा नदी और यमुना नदी के बीच के दोआब क्षेत्र की सिंचाई के लिए किया जाता है। यह नहर मुख्य रूप से एक सिंचाई नहर है, हालांकि इसके कुछ हिस्सों को नौवहन के लिए भी इस्तेमाल किया गया था, मुख्यतः इसकी निर्माण सामग्री के परिवहन हेतु। इस नहर प्रणाली में नौकाओं के लिए जल यातायात सुगम बनाने के लिए अलग से जलपाश युक्त नौवहन वाहिकाओं का निर्माण किया गया था। नहर का प्रारंभिक निर्माण 1842 से 1854 के मध्य, 6000 फीट³/ सेकण्ड के निस्सरण के लिए किया गया था। उत्तरी गंगा नहर को तब से समय के साथ आज के निस्सरण 10500 फुट³/सेकण्ड (295 मी³/सेकण्ड) के अनुसार धीरे धीरे बढ़ाया गया है। नहर प्रणाली में 272 मील लम्बी मुख्य नहर और 4000 मील लंबी वितरण वाहिकायें समाहित हैं। इस नहर प्रणाली से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के दस जिलों की लगभग 9000 किमी² उपजाऊ कृषि भूमि सींची जाती है। आज यह नहर प्रणाली इन राज्यों में कृषि समृद्धि का मुख्य स्रोत है और दोनो राज्यों के सिंचाई विभागों द्वारा इसका अनुरक्षण बड़े मनोयोग से किया जाता है। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और गंगा नहर
गौतमबुद्ध नगर
गौतम बुद्ध नगर गौतम बुद्ध नगर उत्तरी भारत में उत्तर प्रदेश राज्य के एक बड़े पैमाने पर उपनगरीय जिला है। यह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (भारत) का हिस्सा है। ग्रेटर नोएडा जिले के प्रशासनिक मुख्यालय है। जिले की जनगणना के अनुसार, पिछले एक दशक में 51.52 % की वृद्धि दर्ज की, भारत के सबसे तेजी से बढ़ते भागों में से एक है 2011 के गौतम बुद्ध इसलिए यह सदा ही गौतम बुद्ध नगर के रूप में लिखा जाता है, के बाद जिले का नाम था। स्थान जिला गौतम Budhh नगर उत्तर प्रदेश के पश्चिम में स्थित है। जिले में भारत के दो मुख्य नदियों के बीच के क्षेत्र अर्थात् गंगा और Yamuna.he यमुना नदी दिल्ली और फरीदाबाद जिले से गौतम बुद्ध नगर को अलग करती है। गौतम बुद्ध नगर पूर्व में उत्तर और दक्षिण, और खैर तहसील के लिए दिल्ली और गाजियाबाद से घिरा है। दक्षिण अलीगढ़ में दिल्ली के जिला गाजियाबाद और सीमाओं के उत्तर में, पूर्व बुलंदशहर में हरियाणा राज्य के पश्चिमी सीमा पर स्थित हैं। जनसांख्यिकी 2011 की जनगणना के अनुसार, गौतम बुद्ध नगर 1,674,714 की आबादी है। यह जनसंख्या के मामले में 640 भारतीय जिलों के कुल में से 294 वें स्थान पर है। गौतम बुद्ध नगर वर्ग प्रति 1,161 निवासियों की जनसंख्या घनत्व है किलोमीटर (3,010 / वर्ग मील)। दशक 2001-2011 पर इसका जनसंख्या वृद्धि दर 39.32 % थी। गौतम बुद्ध नगर, और साक्षरता दर हर 1000 पुरुषों के लिए 852 महिलाओं की एक लिंग अनुपात है 82.2 % की। कारण दिल्ली के करीब निकटता के लिए, जनसंख्या जिले में आबादी का 82.2 % के साथ अत्यधिक साक्षर है साक्षर 74.04 % के राष्ट्रीय औसत की तुलना में। महिला lieracy 65.46 % के राष्ट्रीय औसत की तुलना में काफी ज्यादा 72.78 % पर खड़ा है। इन्फ्रास्ट्रक्चर गौतम बुद्ध नगर प्रस्तावित दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे में शामिल है और एक और यमुना एक्सप्रेस वे इस जिले से होकर गुजरता है। औद्योगीकरण जिला राज्य स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर न सिर्फ महत्वपूर्ण है आर्थिक संरचना के मामले में, जिला also.So के अन्य क्षेत्रों में हो रहा है। उत्तर प्रदेश के कुल राजस्व का 25% गौतम बुद्ध नगर से प्राप्त होता है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा जिले के औद्योगिक केन्द्र हैं। जिला प्रशासन जिला प्रशासन एक आईएएस अधिकारी है और जब भी आवश्यक जिले के सभी मामलों पर मेरठ डिवीजन के डिवीजनल कमिश्नर कच्छा कौन जिलाधिकारी की अध्यक्षता में किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार के लिए संपत्ति के रिकॉर्ड और राजस्व संग्रह के प्रभार में है, और शहर में आयोजित सभी चुनावों की देखरेख। उन्होंने यह भी शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि एक मुख्यमंत्री देवेलोपेमेंट अधिकारी द्वारा सहायता प्रदान की है, तीन अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (कार्यपालिका, वित्त / राजस्व और भूमि अधिग्रहण), एक शहर Magistrate.The जिले के सदर, Daadri और Jewar एक सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में प्रत्येक के रूप में नामित तीन तहसीलों में विभाजित किया गया है जो भी जिले magistrate.District करने के लिए रिपोर्ट 3 विकास अधिकारियों को दिया गया है: -Noida, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरणों के अध्यक्ष की अध्यक्षता में जो कर रहे हैं और प्रत्येक अधिकार भी आईएएस अधिकारी हैं, जो अपने स्वयं के मुख्य कार्यकारी अधिकारी है। पुलिस प्रशासन का एक आईपीएस अधिकारी हैं और कानून व्यवस्था लागू करने के लिए जिला मजिस्ट्रेट के प्रति जवाबदेह है जो वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में है, उन्होंने कहा कि पुलिस (शहर, ग्रामीण, आवागमन और अपराध) के चार अधीक्षकों और पुलिस के आठ उप अधीक्षकों द्वारा सहायता प्रदान की है। इसकी वर्तमान जिलाधिकारी श्री नागेन्द्र प्रसाद सिंह है।.
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और गौतमबुद्ध नगर
आशा शर्मा
आशा शर्मा हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और आशा शर्मा
काली नदी, उत्तराखण्ड
काली नदी, जिसे महाकाली, कालीगंगा या शारदा के नाम से भी जाना जाता है, भारत के उत्तराखण्ड राज्य में बहने वाली एक नदी है। इस नदी का उद्गम स्थान वृहद्तर हिमालय में ३,६०० मीटर की ऊँचाई पर स्थित कालापानी नामक स्थान पर है, जो उत्तराखण्ड राज्य के पिथौरागढ़ जिले में है। इस नदी का नाम काली माता के नाम पर पड़ा जिनका मंदिर कालापानी में लिपु-लीख दर्रे के निकट भारत और तिब्बत की सीमा पर स्थित है। अपने उपरी मार्ग पर यह नदी नेपाल के साथ भारत की निरंतर पूर्वी सीमा बनाती है, जहां इसे महाकाली कहा जाता है। यह नदी उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में पहुँचने पर शारदा नदी के नाम से भी जानी जाती है। काली नदी का झुकाव क्षेत्र लगभग १५,२६० वर्ग किलोमीटर है, जिसका एक बड़ा हिस्सा (लगभग ९,९४३ वर्ग किमी) उत्तराखण्ड में है, और शेष नेपाल में है। काली नदी उत्तराखण्ड राज्य की चार प्रमुख नदियों में एक है, और इस कारण इसे उत्तराखण्ड के राज्य-चिह्न पर भी दर्शाया गया है।यह नदी कालापानी में ३,६०० मीटर से उतरकर २०० मीटर ऊँचे तराई मैदानों में प्रवेश करती है, और इस कारण यह जल विद्युत उत्पादन के लिए अपार संभावना उपलब्ध कराती है। भारतीय नदियों को इंटर-लिंक करने की परियोजना के हिमालयी घटक में कई परियोजनाओं के लिए इस नदी को भी स्रोत के रूप में प्रस्तावित किया गया है। सरयू नदी काली की सबसे बड़ी सहायक नदी है। कूटी, धौलीगंगा, गोरी, चमेलिया, रामगुण, लढ़िया अन्य प्रमुख सहायक नदियां हैं। तवाघाट, धारचूला, जौलजीबी, झूलाघाट, पंचेश्वर, टनकपुर, बनबसा तथा महेन्द्रनगर इत्यादि नदी के तट पर बसे प्रमुख नगर हैं। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और काली नदी, उत्तराखण्ड
कांच
स्वच्छ पारदर्शी कांच का बना प्रकाश बल्ब काच, काँच या कांच (glass) एक अक्रिस्टलीय ठोस पदार्थ है। कांच आमतौर भंगुर और अक्सर प्रकाशीय रूप से पारदर्शी होते हैं। काच अथव शीशा अकार्बनिक पदार्थों से बना हुआ वह पारदर्शक अथवा अपारदर्शक पदार्थ है जिससे शीशी बोतल आदि बनती हैं। काच का आविष्कार संसार के लिए बहुत बड़ी घटना थी और आज की वैज्ञानिक उन्नति में काच का बहुत अधिक महत्व है। किन्तु विज्ञान की दृष्टि से 'कांच' की परिभाषा बहुत व्यापक है। इस दृष्टि से उन सभी ठोसों को कांच कहते हैं जो द्रव अवस्था से ठण्डा होकर ठोस अवस्था में आने पर क्रिस्टलीय संरचना नहीं प्राप्त करते। सबसे आम काच सोडा-लाइम काच है जो शताब्दियों से खिड़कियाँ और गिलास आदि बनाने के काम में आ रहा है। सोडा-लाइम कांच में लगभग 75% सिलिका (SiO2), सोडियम आक्साइड (Na2O) और चूना (CaO) और अनेकों अन्य चीजें कम मात्रा में मिली होती हैं। काँच यानी SiO2 जो कि रेत का अभिन्न अंग है। रेत और कुछ अन्य सामग्री को एक भट्टी में लगभग 1500 डिग्री सैल्सियस पर पिघलाया जाता है और फिर इस पिघले काँच को उन खाँचों में बूंद-बूंद करके उंडेला जाता है जिससे मनचाही चीज़ बनाई जा सके। मान लीजिए, बोतल बनाई जा रही है तो खाँचे में पिघला काँच डालने के बाद बोतल की सतह पर और काम किया जाता है और उसे फिर एक भट्टी से गुज़ारा जाता है। .
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और कांच
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) उत्तर प्रदेश राज्य की सड़क परिवहन की सरकारी कंपनी है। यह अंतर्राज्यीय एवं उ.प्र.
देखें ग़ाज़ियाबाद ज़िला और उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम
गाज़ियाबाद जिला, गाजियाबाद, गाजियाबाद जिला के रूप में भी जाना जाता है।