गणितीय उपपत्ति और प्रतिज्ञप्ति
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
गणितीय उपपत्ति और प्रतिज्ञप्ति के बीच अंतर
गणितीय उपपत्ति vs. प्रतिज्ञप्ति
गणित में उपपत्ति अथवा गणितीय उपपत्ति (Mathematical proof) एक गणितीय कथन के लिए निगमनात्मक तर्क है। तर्क में पूर्व से स्थापित शब्द जैसे प्रमेय आदि का उपयोग किया जा सकता है। . दर्शनशास्त्र व तर्कशास्त्र में प्रतिज्ञप्ति (proposition) ऐसा वाक्य या कथन होता है जो या तो सत्य हो या फिर असत्य हो। यह आवश्यक नहीं है कि हमें यह ज्ञात हो कि प्रतिज्ञप्ति सत्य है या असत्य। उदाहरण के लिए "पृथ्वी के अलावा अन्य ग्रहों पर भी जीवन है।" यह प्रतिज्ञप्ति या तो पूर्ण रूप से सत्य है या फिर असत्य है, हालांकि हम नहीं जानते कि सत्य-असत्य के इन दो विकल्पों में से वास्तविकता कौन-सी है। "भारत को स्वतंत्रता सन् 1948 में मिली थी" भी एक प्रतिज्ञप्ति जो या तो सत्य हो सकती है या असत्य। इतिहास के अध्ययन से हमें ज्ञात है कि भारत को स्वतंत्रता वास्तव में सन् 1947 में मिली थी, इसलिए हम इस प्रतिज्ञप्ति को असत्य ठहरा सकते हैं। .
गणितीय उपपत्ति और प्रतिज्ञप्ति के बीच समानता
गणितीय उपपत्ति और प्रतिज्ञप्ति आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या गणितीय उपपत्ति और प्रतिज्ञप्ति लगती में
- यह आम गणितीय उपपत्ति और प्रतिज्ञप्ति में है क्या
- गणितीय उपपत्ति और प्रतिज्ञप्ति के बीच समानता
गणितीय उपपत्ति और प्रतिज्ञप्ति के बीच तुलना
गणितीय उपपत्ति 2 संबंध है और प्रतिज्ञप्ति 4 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (2 + 4)।
संदर्भ
यह लेख गणितीय उपपत्ति और प्रतिज्ञप्ति के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: