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खगोलीय यांत्रिकी और संख्यात्मक विश्लेषण

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

खगोलीय यांत्रिकी और संख्यात्मक विश्लेषण के बीच अंतर

खगोलीय यांत्रिकी vs. संख्यात्मक विश्लेषण

खगोलीय यांत्रिकी (Celestial mechanics) में आकाशीय पिंडों (heavenly bodies) की गतियों के गणितीय सिद्धांतों का विवेचन किया जाता है। न्यूटन द्वारा प्रिंसिपिया में उपस्थापित गुरुत्वाकर्षण नियम तथा तीन गतिनियम खगोलीय यांत्रिकी के मूल आधार हैं। इस प्रकार इसमें विचारणीय समस्या द्वितीय वर्ण के सामान्य अवकल समीकरणों के एक वर्ग के हल करने तक सीमित हो जाती है। . गणितीय समस्याओं का कम्प्यूटर की सहायता से हल निकालने से सम्बन्धित सैद्धान्तिक एवं संगणनात्मक अध्ययन संख्यात्मक विश्लेषण या आंकिक विश्लेषण (Numerical analysis) कहलाता है। सैद्धान्तिक तथा संगणनात्मक पक्षों पर जोर वस्तुतः कलन विधियों (अल्गोरिद्म) की समीक्षा की ओर ले जाती है। इस बात की जाँच-परख की जाती है कि विचाराधीन कलन विधि द्वारा दी गयी गणितीय समस्या का हल निकालने में -.

खगोलीय यांत्रिकी और संख्यात्मक विश्लेषण के बीच समानता

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खगोलीय यांत्रिकी और संख्यात्मक विश्लेषण के बीच तुलना

खगोलीय यांत्रिकी 4 संबंध है और संख्यात्मक विश्लेषण 9 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (4 + 9)।

संदर्भ

यह लेख खगोलीय यांत्रिकी और संख्यात्मक विश्लेषण के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: